क्षेत्रीय राज्य (आधुनिक भारतीय इतिहास)

Total Questions: 15

1. निम्नलिखित में से कौन-सी भारत की धरती पर ईस्ट इंडिया कंपनी की पहली बड़ी निर्णायक जीत थी? [MTS (T-I) 13 सितंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) प्लासी का युद्ध
Solution:

प्लासी का युद्ध (1757) भारत में ब्रिटिश राजनीतिक प्रभुत्व की नींव रखने वाली पहली बड़ी जीत थी। इस युद्ध में रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में कंपनी ने बंगाल के अंतिम स्वतंत्र नवाब सिराजुद्दौला को हराया।

यह जीत न केवल सैन्य थी, बल्कि कूटनीतिक धोखाधड़ी पर आधारित थी, जिससे कंपनी को बंगाल के संसाधनों पर नियंत्रण मिला, जो भारत में उनके आगे के विस्तार के लिए आवश्यक था।

2. स्वतंत्र बंगाल राज्य की स्थापना किसने की थी? [CGL (T-1) 21 जुलाई, 2023 (IV-पाली)]

Correct Answer: (b) मुर्शीद कुली खान
Solution:

मुर्शीद कुली खान ने 18वीं शताब्दी की शुरुआत में बंगाल को एक अर्ध-स्वतंत्र राज्य के रूप में स्थापित किया। उन्हें 1717 में मुगल सम्राट द्वारा बंगाल का नवाब (सूबेदार) नियुक्त किया गया था।

उन्होंने मुगल साम्राज्य की कमजोरियों का फायदा उठाकर खुद को व्यावहारिक रूप से स्वतंत्र कर लिया, हालांकि वे नाममात्र के लिए मुगल सम्राट को राजस्व भेजते रहे। उन्होंने राजधानी को ढाका से मुर्शिदाबाद स्थानांतरित किया और राजस्व प्रशासन को सुव्यवस्थित किया, जिससे बंगाल समृद्ध हुआ।

3. 1757 में, ....... ने प्लासी में सिराजुद्दौला के खिलाफ कंपनी की सेना का नेतृत्व किया था | [CHSL (T-I) 13 मार्च, 2023 (II-पाली), CHSL (T-I) 09 मार्च, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (c) रॉबर्ट क्लाइव
Solution:

रॉबर्ट क्लाइव ने 23 जून 1757 को प्लासी के युद्ध में कंपनी की सेना का नेतृत्व किया। उनकी रणनीति सैन्य शक्ति से अधिक षड्यंत्र पर निर्भर थी।

क्लाइव ने नवाब के सेनापति मीर जाफर को बंगाल का नवाब बनाने का लालच देकर अपनी ओर मिला लिया। मीर जाफर के विश्वासघात ने युद्ध को निर्णायक बना दिया, जिससे ब्रिटिश शक्ति की स्थापना हुई।

4. प्लासी के युद्ध में सिराजुद्दौला की हार का मुख्य कारण क्या था? [MTS (T-I) 11 जुलाई, 2022 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) सेनापति मीर जाफर के नेतृत्व वाली सेना ने युद्ध में भाग नहीं लिया।
Solution:

सिराजुद्दौला की हार का मुख्य कारण उनके मुख्य सेनापति मीर जाफर का विश्वासघात था। रॉबर्ट क्लाइव के साथ एक गुप्त समझौते के तहत, मीर जाफर ने अपनी बड़ी सेना को युद्ध के मैदान में निष्क्रिय रखा।

नवाब की सेना के वफादार हिस्से ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी, लेकिन मीर जाफर के धोखे के कारण नवाब को भागना पड़ा और अंततः वह हार गए।

5. इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने वर्ष ....... में बंगाल की दीवानी प्राप्त की। [MTS (T-I) 10 मई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) 1765
Solution:

इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1765 में मुगल सम्राट शाहआलम द्वितीय से बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी प्राप्त की।

यह अधिकार उन्हें बक्सर के युद्ध (1764) में भारतीय शक्तियों की संयुक्त सेना को हराने के बाद हुई इलाहाबाद की संधि के तहत मिला। दीवानी मिलने से कंपनी को इन क्षेत्रों का राजस्व एकत्र करने का कानूनी अधिकार मिल गया, जिससे वह एक व्यापारिक शक्ति से प्रशासक बन गई।

6. 1770 में भारत के बंगाल के किस घटना के परिणामस्वरूप एक तिहाई आबादी की मृत्यु हो गई थी? [MTS (T-I) 19 मई, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (c) अकाल
Solution:

1770 का बंगाल अकाल (छियत्तर का अकाल) सूखे और ईस्ट इंडिया कंपनी की कठोर राजस्व नीतियों के कारण आया था।

कंपनी ने राजस्व की दरों में वृद्धि की और अकाल के दौरान भी कर संग्रह जारी रखा। इसके परिणामस्वरूप बंगाल की लगभग एक तिहाई आबादी की मृत्यु हो गई, जिसे भारतीय इतिहास की सबसे बड़ी मानवीय आपदाओं में से एक माना जाता है।

7. अलीवर्दी खान के बाद ....... बंगाल का नवाब बना। [MTS (T-I) 19 मई, 2023 (II-पाली), CGL (T-I) 05 दिसंबर, 2022 (IV-पाली)]

Correct Answer: (b) सिराजुद्दौला
Solution:

अलीवर्दी खान की मृत्यु के बाद 1756 में उनके पोते सिराजुद्दौला बंगाल के नवाब बने। हालांकि, उन्हें अपने परिवार के सदस्यों और दरबारियों, जैसे घसीटी बेगम और मीर जाफर, से आंतरिक विरोध का सामना करना पड़ा।

इस आंतरिक संघर्ष ने अंग्रेजों को बंगाल की राजनीति में हस्तक्षेप करने का मौका दिया, जिसका परिणाम एक वर्ष बाद प्लासी के युद्ध में सिराजुद्दौला की हार के रूप में सामने आया।

8. टीपू सुल्तान के शासन के दौरान निम्नलिखित विकल्पों में से राजधानी कौन-सी थी? [CHSL (T-I) 20 मार्च, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (d) श्रीरंगपट्टनम
Solution:

श्रीरंगपट्टनम हैदर अली और उनके पुत्र टीपू सुल्तान के अधीन मैसूर साम्राज्य की राजधानी थी। यह शहर कावेरी नदी से घिरा एक मजबूत द्वीप किला था, जिसने इसे सैन्य रूप से महत्वपूर्ण बना दिया था। 1799 में चौथे आंग्ल-मैसूर युद्ध के दौरान, अंग्रेजों ने इस किले को घेर लिया और यहीं पर टीपू सुल्तान बहादुरी से लड़ते हुए मारे गए थे।

9. मैसूर के टाइगर के नाम से किसे जाना जाता है? [CHSL (T-I) 13 मार्च, 2023 (IV-पाली)]

Correct Answer: (a) टीपू सुल्तान
Solution:

टीपू सुल्तान को उनकी बहादुरी, आक्रामक नीतियों और अपने शासनकाल में फ्रांसीसी सहयोग से सेना के आधुनिकीकरण के प्रयासों के कारण 'मैसूर के टाइगर' के नाम से जाना जाता था।

उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ कई युद्ध लड़े और उन्हें भारत से बाहर निकालने का लक्ष्य रखा। वह रॉकेट प्रौद्योगिकी के विकास और एक नए कैलेंडर, सिक्का प्रणाली व माप-तौल के परिचय के लिए भी जाने जाते थे।

10. 18वीं शताब्दी में, अंग्रेजों ने मैसूर शासकों के साथ ....... युद्ध लड़े। [MTS (T-I) 07 जुलाई, 2022 (III-पाली)]

Correct Answer: (c) चार
Solution:

18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में, अंग्रेजों ने मैसूर के शासकों (हैदर अली और उनके पुत्र टीपू सुल्तान) के साथ कुल चार आंग्ल-मैसूर युद्ध लड़े। ये युद्ध थे: प्रथम (1767-69), द्वितीय (1780-84), तृतीय (1790-92), और चतुर्थ (1799)।

अंतिम युद्ध में टीपू सुल्तान की हार और मृत्यु के साथ ही मैसूर पर ब्रिटिश नियंत्रण स्थापित हो गया।