1. भारत के माल का निर्यात, माल के आयात से कम है।
2. भारत के लोहे व इस्पात, रसायनों, उर्वरकों और मशीनों के आयात में हाल के वर्षों में कमी आयी है।
3. भारत की सेवाओं का निर्यात, सेवाओं के आयात से अधिक है।
4. भारत को कुल मिलाकर व्यापार/चालू खाते का घाटा हो रहा है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :
Correct Answer: (d) केवल 1, 3 और 4
Solution:प्रश्नकाल हेतु विकल्प (d) सही उत्तर है। आर्थिक समीक्षा 2022-23 के अनुसार, वर्ष 2021-22 के दौरान, भारत ने लगभग 422 बिलियन डॉलर मूल्य का माल निर्यात किया और लगभग 613.05 बिलियन डॉलर मूल्य का माल आयात किया। अतः कथन 1 सही है। भारत के लोहे व इस्पात, रसायनों, उर्वरकों और मशीनों के आयात में हाल के वर्षों में वृद्धि दर्ज की गई है न कि कमी। अतः कथन 2 गलत है।
भारत की सेवाओं का निर्यात वर्ष 2021-22 के दौरान 254.5 बिलियन डॉलर का था, जबकि आयात 147 बिलियन डॉलर का रहा। अतः कथन 3 सही है।
आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में भारत के चालू खाता शेष (CAB) में 36.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 4.4 प्रतिशत) का घाटा दर्ज किया गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह 9.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.3 प्रतिशत) था। वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में चालू खाता घाटे (CAD) का बढ़ना मुख्य रूप से 83.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के उच्च पण्य व्यापार घाटे और निवल निवेश आय के निर्गम के कारण था। वित्त वर्ष 2022-23 की प्रथम छमाही की अवधि के लिए, भारत ने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 3.3 प्रतिशत का चालू खाता घाटा (CAD) दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में 0.2 प्रतिशत की तुलना में पण्य व्यापार घाटे में वृद्धि के कारण था। हालांकि चयनित देशों के लिए चालू खाता शेष की स्थिति के साथ तुलना से पता चलता है कि भारत का चालू खाता घाटा (CAD) मामूली और प्रबंधनीय सीमा के भीतर है। अतः कथन 4 भी सत्य है। संघ लोक सेवा आयोग ने इस प्रश्न को मूल्यांकन से बाहर कर दिया था।