अन्य जन आंदोलन (UPPCS) (भाग – 2)

Total Questions: 35

1. जिस आदिवासी नेता को जगत पिता (धरती आबा) कहा जाता था, वह था- [Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002]

Correct Answer: (d) बिरसा मुंडा
Solution:मुंडा विद्रोह के नेता बिरसा मुंडा को धरती आबा (जगत पिता) और इनके विद्रोह को 'उलगुलान' (महाविद्रोह या महान हलचल) के नाम से जाना गया। यह विद्रोह इस अवधि का सर्वाधिक प्रसिद्ध आदिवासी विद्रोह था। मुंडों की पारंपरिक सामूहिक खेती वाली भूमि व्यवस्था खूंटकट्टी या मुंडारी के जमींदारी या व्यक्तिगत भू-स्वामित्व वाली भूमि व्यवस्था में परिवर्तन के विरुद्ध मुंडा विद्रोह की शुरुआत हुई। लेकिन कालांतर में बिरसा ने इसे धार्मिक, राजनीतिक आंदोलन का रूप प्रदान किया। मुंडा आदिवासियों का विद्रोह 1899-1900 ई. के बीच हुआ। 1895 ई. में बिरसा ने अपने आप को 'भगवान का दूत' घोषित किया और हजारों मुंडाओं का नेता बन गया। उसने कहा कि "दिकुओं (गैर-आदिवासियों) से हमारी लड़ाई होगी और उनके खून से जमीन इस तरह लाल होगी जैसे लाल झंडा।" 1899 ई. में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बिरसा ने मुंडा जाति का शासन स्थापित करने के लिए विद्रोह का एलान किया। लगभग 6000 मुंडा तीर-तलवार तथा कुल्हाड़ी लेकर बिरसा के साथ हो लिए। लेकिन बिरसा को 3 मार्च, 1900 को चक्रधरपुर के जामकोपई जंगल में गिरफ्तार कर लिया गया और 9 जून, 1900 को जेल में ही उनकी मृत्यु हो गई। विद्रोह कुचल दिया गया पर बिरसा अमर हो गए।

2. मुंडा विद्रोह का नेता कौन था? [U.P. P.C.S. (Pre) 1998 47th B.P.S.C. (Pre) 2005]

Correct Answer: (a) बिरसा
Solution:मुंडा विद्रोह के नेता बिरसा मुंडा को धरती आबा (जगत पिता) और इनके विद्रोह को 'उलगुलान' (महाविद्रोह या महान हलचल) के नाम से जाना गया। यह विद्रोह इस अवधि का सर्वाधिक प्रसिद्ध आदिवासी विद्रोह था। मुंडों की पारंपरिक सामूहिक खेती वाली भूमि व्यवस्था खूंटकट्टी या मुंडारी के जमींदारी या व्यक्तिगत भू-स्वामित्व वाली भूमि व्यवस्था में परिवर्तन के विरुद्ध मुंडा विद्रोह की शुरुआत हुई। लेकिन कालांतर में बिरसा ने इसे धार्मिक, राजनीतिक आंदोलन का रूप प्रदान किया। मुंडा आदिवासियों का विद्रोह 1899-1900 ई. के बीच हुआ। 1895 ई. में बिरसा ने अपने आप को 'भगवान का दूत' घोषित किया और हजारों मुंडाओं का नेता बन गया। उसने कहा कि "दिकुओं (गैर-आदिवासियों) से हमारी लड़ाई होगी और उनके खून से जमीन इस तरह लाल होगी जैसे लाल झंडा।" 1899 ई. में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बिरसा ने मुंडा जाति का शासन स्थापित करने के लिए विद्रोह का एलान किया। लगभग 6000 मुंडा तीर-तलवार तथा कुल्हाड़ी लेकर बिरसा के साथ हो लिए। लेकिन बिरसा को 3 मार्च, 1900 को चक्रधरपुर के जामकोपई जंगल में गिरफ्तार कर लिया गया और 9 जून, 1900 को जेल में ही उनकी मृत्यु हो गई। विद्रोह कुचल दिया गया पर बिरसा अमर हो गए।

3. मुंडा विद्रोह का नेता कौन था? [66th B.P.S.C. (Pre) (Re-Exam) 2020]

Correct Answer: (b) बिरसा
Solution:मुंडा विद्रोह के नेता बिरसा मुंडा को धरती आबा (जगत पिता) और इनके विद्रोह को 'उलगुलान' (महाविद्रोह या महान हलचल) के नाम से जाना गया। यह विद्रोह इस अवधि का सर्वाधिक प्रसिद्ध आदिवासी विद्रोह था। मुंडों की पारंपरिक सामूहिक खेती वाली भूमि व्यवस्था खूंटकट्टी या मुंडारी के जमींदारी या व्यक्तिगत भू-स्वामित्व वाली भूमि व्यवस्था में परिवर्तन के विरुद्ध मुंडा विद्रोह की शुरुआत हुई। लेकिन कालांतर में बिरसा ने इसे धार्मिक, राजनीतिक आंदोलन का रूप प्रदान किया। मुंडा आदिवासियों का विद्रोह 1899-1900 ई. के बीच हुआ। 1895 ई. में बिरसा ने अपने आप को 'भगवान का दूत' घोषित किया और हजारों मुंडाओं का नेता बन गया। उसने कहा कि "दिकुओं (गैर-आदिवासियों) से हमारी लड़ाई होगी और उनके खून से जमीन इस तरह लाल होगी जैसे लाल झंडा।" 1899 ई. में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बिरसा ने मुंडा जाति का शासन स्थापित करने के लिए विद्रोह का एलान किया। लगभग 6000 मुंडा तीर-तलवार तथा कुल्हाड़ी लेकर बिरसा के साथ हो लिए। लेकिन बिरसा को 3 मार्च, 1900 को चक्रधरपुर के जामकोपई जंगल में गिरफ्तार कर लिया गया और 9 जून, 1900 को जेल में ही उनकी मृत्यु हो गई। विद्रोह कुचल दिया गया पर बिरसा अमर हो गए।

4. मुंडाओं ने विद्रोह खड़ा किया- [45th B.P.S.C. (Pre) 2001]

Correct Answer: (d) 1895 में
Solution:मुंडा विद्रोह के नेता बिरसा मुंडा को धरती आबा (जगत पिता) और इनके विद्रोह को 'उलगुलान' (महाविद्रोह या महान हलचल) के नाम से जाना गया। यह विद्रोह इस अवधि का सर्वाधिक प्रसिद्ध आदिवासी विद्रोह था। मुंडों की पारंपरिक सामूहिक खेती वाली भूमि व्यवस्था खूंटकट्टी या मुंडारी के जमींदारी या व्यक्तिगत भू-स्वामित्व वाली भूमि व्यवस्था में परिवर्तन के विरुद्ध मुंडा विद्रोह की शुरुआत हुई। लेकिन कालांतर में बिरसा ने इसे धार्मिक, राजनीतिक आंदोलन का रूप प्रदान किया। मुंडा आदिवासियों का विद्रोह 1899-1900 ई. के बीच हुआ। 1895 ई. में बिरसा ने अपने आप को 'भगवान का दूत' घोषित किया और हजारों मुंडाओं का नेता बन गया। उसने कहा कि "दिकुओं (गैर-आदिवासियों) से हमारी लड़ाई होगी और उनके खून से जमीन इस तरह लाल होगी जैसे लाल झंडा।" 1899 ई. में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बिरसा ने मुंडा जाति का शासन स्थापित करने के लिए विद्रोह का एलान किया। लगभग 6000 मुंडा तीर-तलवार तथा कुल्हाड़ी लेकर बिरसा के साथ हो लिए। लेकिन बिरसा को 3 मार्च, 1900 को चक्रधरपुर के जामकोपई जंगल में गिरफ्तार कर लिया गया और 9 जून, 1900 को जेल में ही उनकी मृत्यु हो गई। विद्रोह कुचल दिया गया पर बिरसा अमर हो गए।

5. बिरसा को सोते हुए पकड़ा गया- [B.P.C.S. (Pre.) 2016]

Correct Answer: बिरसा को सोते हुए पकड़ा गया-
Solution:बिरसा मुंडा को 3 फरवरी, 1900 को चक्रधरपुर (पश्चिम सिंहभूम) के जामकोपाई (Jamkopai) वन में सोते समय गिरफ्तार कर लिया गया था और 9 जून, 1900 को जेल में ही रहस्यमय तरीके से उनकी मृत्यु हो गई।

6. बिरसा मुंडा किसके पक्ष में थे? [44th B.P.S.C. (Pre) 2000]

Correct Answer: (d) इनमें से कोई नहीं
Solution:1899-1900 ई. के बीच मुंडा आदिवासियों ने बिरसा मुंडा के नेतृत्व में विद्रोह किया। यह विद्रोह भूमि व्यवस्था में परिवर्तन एवं दिकुओं (आदिवासियों का शोषण करने वाले बाहरी लोग) के विरुद्ध था। बिरसा द्वारा मुंडा जाति का शासन स्थापित करने की बात कही गई; परंतु वे किसी राज्य विशेष की स्थापना के पक्षधर नहीं थे।

7. बिरसा मुंडा का कार्य क्षेत्र कौन-सा था? [48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) रांची
Solution:बिरसा मुंडा का कार्यक्षेत्र रांची से लेकर भागलपुर तक था। बिरसा मुंडा का मुख्य उद्देश्य जनजातियों में समाज सुधार करना एवं इन्हें ब्रिटिश सत्ता से दूर रखना था। बिरसा ने अनेक देवताओं (बोंगा) की पूजा को छोड़कर अपने अनुयायियों से एक ईश्वर (सिंग बोंगा) की पूजा करने का आह्वान किया। मुंडा विद्रोह को दबाने के लिए ब्रिटिश सरकार ने सैनिक शक्ति का प्रयोग किया।

8. जनजातीय लोगों के संबंध में 'आदिवासी' शब्द का प्रयोग किया था- [I.A.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (b) ठक्कर बापा ने
Solution:टक्कर बापा ने जनजातीय लोगों के संबंध में 'आदिवासी' शब्द का प्रयोग किया था। वे हरिजन सेवक संघ के महासचिव थे। वर्ष 1933-34 के दौरान इन्होंने गांधीजी के साथ हरिजनों की दशा देखने-जानने के लिए भारत का भ्रमण किया। ये सर्वेट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी के निष्ठावान सदस्य भी थे।

9. भारत में 19 वीं शताब्दी के जनजातीय विद्रोह के लिए निम्नलिखित में से कौन-से तत्व ने साझा कारण मुहैया किया? [I A.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (d) जनजातीय समुदायों की प्राचीन भूमिसंबंधी व्यवस्था का संपूर्ण विदारण
Solution:विकल्प (a), (b) और (c) में दिए गए कारण जनजातीय विद्रोह के कारण थे, लेकिन मुख्य साझा कारण विकल्प (d) में दिया गया कारण था।

10. हौज विद्रोह हुआ- [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) 1820-21 के दौरान
Solution:हौज (हो) विद्रोह 1820-21 ई. में हुआ था, जिसका केंद्र बिहार का संथाल परगना था।