अन्य नदियां (Part-I)

Total Questions: 31

1. भारत में निम्नलिखित में से कौन-सी नदी घाटी कोयले के भंडारों से समृद्ध है? [68th B.P.S.C. (Pre) 2022]

Correct Answer: (d) उपर्युक्त में से एक से अधि
Solution:देश के लगभग 90 प्रतिशत से अधिक कोयला भंडार और उत्पादन में गोंडवाना कोयला क्षेत्र का योगदान है। गोंडवाना तंत्र के प्रमुख कोयला क्षेत्र हैं- दामोदर घाटी कोयला क्षेत्र, सोन घाटी कोयला क्षेत्र, महानदी घाटी कोयला क्षेत्र, गोदावरी घाटी कोयला क्षेत्र, वर्धा कोयला क्षेत्र, राजमहल कोयला क्षेत्र आदि।

2. दामोदर जिसकी सहायक नदी है, वह है- [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006 U.P.P.C.S. (Pre) 2008 U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) हुगली
Solution:देश के लगभग 90 प्रतिशत से अधिक कोयला भंडार और उत्पादन में गोंडवाना कोयला क्षेत्र का योगदान है। गोंडवाना तंत्र के प्रमुख कोयला क्षेत्र हैं- दामोदर घाटी कोयला क्षेत्र, सोन घाटी कोयला क्षेत्र, महानदी घाटी कोयला क्षेत्र, गोदावरी घाटी कोयला क्षेत्र, वर्धा कोयला क्षेत्र, राजमहल कोयला क्षेत्र आदि।

3. दामोदर नदी निकलती है- [39th B.P.S.C. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) छोटानागपुर के पठार से
Solution:देश के लगभग 90 प्रतिशत से अधिक कोयला भंडार और उत्पादन में गोंडवाना कोयला क्षेत्र का योगदान है। गोंडवाना तंत्र के प्रमुख कोयला क्षेत्र हैं- दामोदर घाटी कोयला क्षेत्र, सोन घाटी कोयला क्षेत्र, महानदी घाटी कोयला क्षेत्र, गोदावरी घाटी कोयला क्षेत्र, वर्धा कोयला क्षेत्र, राजमहल कोयला क्षेत्र आदि।

4. रजरप्पा किन नदियों के संगम पर अवस्थित है? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) दामोदर - भेरा
Solution:रामगढ़ (झारखंड) से 28 किमी. दूर स्थित रजरप्पा एक शक्ति-पीठ है। रजरप्पा दामोदर और भैरवी या भेरा नदियों के संगम पर अवस्थित है। यहां स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर एक बहुत प्रसिद्ध और हिंदू तीर्थ स्थल का एक प्रमुख स्थान है। यह मंदिर बहुत पुराना है और इसका वास्तुशिल्प डिजाइन तांत्रिक महत्व के अन्य मंदिरों के समान है।

5. पूर्व की ओर बहने वाली भारत की निम्नलिखित नदियों में से किस एक में निम्नावलन (Down warping) के कारण विभ्रंश घाटी (Rift valley) है? [I.A.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (a) दामोदर
Solution:निम्नावलन (Down Warping) के कारण विभ्रंश घाटी (Rift valley) के निर्माण का संबंध दामोदर घाटी से है।

6. निम्न नदियों में से कौन सर्वाधिक प्रदूषित है? [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) दामोदर
Solution:उपर्युक्त विकल्पों में सर्वाधिक प्रदूषित नदी दामोदर नदी है।

7. निम्नलिखित में से किस नदी के ऊपरी मार्ग में मीठा जल का परंतु निचले भाग में खारे जल का प्रवाह मिलता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2019]

Correct Answer: (b) लूनी नदी
Solution:राजस्थान की लूनी नदी का उद्गम अजमेर के निकट अरावली श्रृंखला में स्थित नागा पहाड़ी से होता है। प्रारंभ में इसे सागरमती के नाम से जाना जाता है तथा पुष्कर झील से निकलने वाली इसकी सहायक नदी सरसुती के इसमें मिलने के बाद यह लूनी नदी कहलाती है। अपने प्रवाह मार्ग के ऊपरी भाग में लगभग 100 किमी. तक इसमें मीठा जल पाया जाता है, परंतु बाड़मेर के बलोतरा में पहुंचकर इसका जल लवणीय या खारा हो जाता है, जो कि यहां इसके प्रवाह मार्ग की सतह के लवण-समृद्ध होने के कारण होता है। यह नदी दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहती हुई कच्छ के रन में विलीन हो जाती है। इस प्रकार यह एक भूमिबंधित नदी है। जल के खारेपन के कारण ही इसका लूनी (राजस्थानी-लूणी) नाम पड़ा है। यह नाम संस्कृत शब्द 'लवणावती' (Salt River) से व्युत्पन्न है।

8. निम्नलिखित में कौन भूमिबंधित नदी है? [40th B.P.S.C. (Pre) 1995]

Correct Answer: (c) लूनी
Solution:राजस्थान की लूनी नदी का उद्गम अजमेर के निकट अरावली श्रृंखला में स्थित नागा पहाड़ी से होता है। प्रारंभ में इसे सागरमती के नाम से जाना जाता है तथा पुष्कर झील से निकलने वाली इसकी सहायक नदी सरसुती के इसमें मिलने के बाद यह लूनी नदी कहलाती है। अपने प्रवाह मार्ग के ऊपरी भाग में लगभग 100 किमी. तक इसमें मीठा जल पाया जाता है, परंतु बाड़मेर के बलोतरा में पहुंचकर इसका जल लवणीय या खारा हो जाता है, जो कि यहां इसके प्रवाह मार्ग की सतह के लवण-समृद्ध होने के कारण होता है। यह नदी दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहती हुई कच्छ के रन में विलीन हो जाती है। इस प्रकार यह एक भूमिबंधित नदी है। जल के खारेपन के कारण ही इसका लूनी (राजस्थानी-लूणी) नाम पड़ा है। यह नाम संस्कृत शब्द 'लवणावती' (Salt River) से व्युत्पन्न है।

9. लूनी नदी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक, सही है? [I.A.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) यह कच्छ के रन की दलदली भूमि में लुप्त हो जाती है।
Solution:राजस्थान की लूनी नदी का उद्गम अजमेर के निकट अरावली श्रृंखला में स्थित नागा पहाड़ी से होता है। प्रारंभ में इसे सागरमती के नाम से जाना जाता है तथा पुष्कर झील से निकलने वाली इसकी सहायक नदी सरसुती के इसमें मिलने के बाद यह लूनी नदी कहलाती है। अपने प्रवाह मार्ग के ऊपरी भाग में लगभग 100 किमी. तक इसमें मीठा जल पाया जाता है, परंतु बाड़मेर के बलोतरा में पहुंचकर इसका जल लवणीय या खारा हो जाता है, जो कि यहां इसके प्रवाह मार्ग की सतह के लवण-समृद्ध होने के कारण होता है। यह नदी दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहती हुई कच्छ के रन में विलीन हो जाती है। इस प्रकार यह एक भूमिबंधित नदी है। जल के खारेपन के कारण ही इसका लूनी (राजस्थानी-लूणी) नाम पड़ा है। यह नाम संस्कृत शब्द 'लवणावती' (Salt River) से व्युत्पन्न है।

10. अंतःस्थलीय अपवहन नदी का उदाहरण है- [M.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (b) घग्गर
Solution:उपर्युक्त विकल्पों में अंतःस्थलीय अपवहन नदी का उदाहरण घग्गर है।