अलंकार (Part-3)

Total Questions: 54

11. 'उतरि नहाये जमुन-जल, जो सरीर सम स्याम' पंक्ति में कौन-सा अलंकार है? [P.G.T. परीक्षा, 2009, G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (b) प्रतीप
Solution:जहाँ प्रसिद्ध 'उपमान' को 'उपमेय' बना दिया जाए, वहाँ प्रतीप अलंकार होता है। 'प्रतीप' का अर्थ है विपरीत। प्रस्तुत पंक्ति में जमुना जल (जो श्यामता का प्रसिद्ध उपमान है) को उपमेय और श्याम शरीर को उपमान बना दिया, इसलिए यहाँ प्रतीप अलंकार है।

12. तरनि-तनूजा-नीर सोहत स्याम-शरीर सम' में अलंकार है- [आश्रम पद्धति (प्रवक्ता) परीक्षा, 2012,2009]

Correct Answer: (d) प्रतीप
Solution:प्रस्तुत पंक्ति में तरनि-तनूजा (यमुना) के जल को उपमेय तथा श्याम शरीर (कृष्ण का साँवला शरीर) को उपमान बना दिया गया है। अतः यहाँ 'प्रतीप अलंकार' है।

13. माँ के शुचि उपकारों का, जीवन में अन्त नहीं है। [P.G.T. परीक्षा, 2005]

निःस्वार्थ साधना पथ पर, माँ जैसा सन्त नहीं है।। उपर्युक्त काव्य पंक्तियों में मुख्य रूप से कौन-सा अलंकार लक्षित हो रहा है?

 

Correct Answer: (c) प्रतीप
Solution:प्रस्तुत काव्य पंक्तियों में प्रतीप अलंकार है। उपमेय से उपमान की हीनता का जहाँ वर्णन होता है, वहाँ प्रतीप अलंकार होता है। इन पक्तियों में उपमेय (माँ के शुचि उपकारों का) से उपमान (निःस्वार्थ साधना) की हीनता का वर्णन किया गया है।

14. "चन्द के भरम होत, मोद है कुमुदिनी को" में अलंकार है- [MPSI (SI) Exam, 04 Sep 2016 (09:00 AM)]

Correct Answer: (b) भ्रान्तिमान
Solution:जहाँ सादृश्य (समानता) के कारण उपमेय में उपमान का भ्रम हो, वहाँ भ्रान्तिमान अलंकार होता है। जैसे- चन्द के भरम होत, मोद है कुमुदिनी को। यहाँ कुमुदिनी को देखकर चन्द्रमा का भ्रम हो रहा है।

15. निम्न पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है? नाक का मोती अधर की कान्ति से, बीज दाड़िम का समझ कर भ्रान्ति से, देखकर सहसा हुआ शुक मौन है, सोचता है, अन्य शुक यह कौन है? [P.G.T. परीक्षा, 2010]

Correct Answer: (b) भ्रान्तिमान
Solution:प्रस्तुत पंक्ति में भ्रान्तिमान अलंकार है। यहाँ घर में पाले शुक को, नायिका की नाक के मोती से अनार का दाना पकड़े शुक का भ्रम हो रहा है। जहाँ समता के कारण किसी वस्तु में (उपमेय में) अन्य वस्तु का (उपमान का) भ्रम हो जाए, वहाँ भ्रान्तिमान अलंकार होता है।

16. 'जब सादृश्य के कारण एक वस्तु में अनेक अन्य वस्तुओं के होने की सम्भावना दिखाई पड़े और निश्चय न हो पाये', तब वहाँ अलंकार होगा - [उत्तराखण्ड P.G.T. (परीक्षा)-2020]

Correct Answer: (c) सन्देह
Solution:जब किसी वस्तु के विषय में सादृश्यमूलक संशयपूर्व ज्ञान उत्पन्न हो, तो वहाँ 'सन्देह अलंकार' होता है। इस अलंकार में यह निश्चय नहीं हो पाता है कि सारी के बीच नारी है अथवा नारी के बीच सारी है।

17. जहाँ किसी वस्तु को देखकर उसी के समान अन्य वस्तु के संशय होने का भाव हो, वहाँ होता है- [UPPCL-JE- (Cilvil) Exam, 2013]

Correct Answer: (b) सन्देह अलंकार
Solution:जहाँ किसी वस्तु को देखकर उसी के समान अन्य वस्तु के संशय होने का भाव हो, वहाँ सन्देह अलंकार होता है।

18. सारी बीच नारी है कि नारी बीच सारी है। सारी ही की नारी है कि नारी की ही सारी है। में कौन-सा अलंकार है। सही विकल्प चुनिए ? [UPPCL-JE- (Cilvil) Exam, 2013]

Correct Answer: (a) सन्देह अलंकार
Solution:उपर्युक्त पंक्तियों में सन्देह अलंकार है। वस्तुतः जहाँ किसी व्यक्ति या वस्तु को देखकर संशय बना रहे, वहाँ सन्देह अलंकार होता है। प्रस्तुत पंक्तियों में संशय व्यक्त किया जा रहा है।

19. जब दो वाक्यों में बिम्ब-प्रतिबिम्ब भाव हो, तो अलंकार होगा- [उत्तराखण्ड P.G.T. (परीक्षा)-2020]

Correct Answer: (b) दृष्टान्त
Solution:जब दो वाक्यों में बिम्ब-प्रतिबिम्ब भाव हो, तो वहाँ दृष्टान्त अलंकार होता है। जैसे-

सठ सुधरहिं सत संगति पाई।

पारस परस कुधात सुहाई।।

यहाँ सठ का सुधरना वैसा ही है, जैसे- पारसमणि के स्पर्श से कुधातु का चमकना।

20. 'पापी मनुज भी आज मुख से, राम नाम निकालते' - [UPSSSC कनिष्ठ सहायक परीक्षा, 2015]

इस काव्य-पंक्ति में अलंकार है-

Correct Answer: (c) दृष्टान्त
Solution:प्रस्तुत पंक्ति में दृष्टान्त अलंकार है। जहाँ दो कथनों में बिम्ब-प्रतिबिम्ब का भाव हो, अर्थात् पहले एक बात कहकर फिर उससे मिलती-जुलती दूसरी बात कही जाती है; वहाँ दृष्टान्त अलंकार होता है।