Correct Answer: (a) दोनों (A) तथा (R) दोनों सही है तथा (R), (A) का सही कारण है।
Solution:बलात्कार, हत्या के मामले में अपराधियों की पहचान करना तथा पैतृकता को स्थापित करने, आनुवंशिक रोगों की पहचान करने इत्यादि में डी.एन.ए. फिंगर प्रिंटिंग का प्रयोग किया जाता है। इसके विश्लेषण हेतु अपराधी के बाल, लार तथा शुष्क वीर्य (Dry Semen) जैसे लेश साक्ष्य पर्याप्त है। यह जांच तकनीक इस तथ्य पर आधारित है कि किसी भी वंश एवं व्यक्ति के गुणसूत्रों (Chromosomes) को विशिष्ट सानुवंशिक गुण प्रदान करने वाले आधार DNA का एक निश्चित स्वरूप होता है, जो कि उस व्यक्ति एवं वंश के संबंधियों के अनुरूप ही होगा तथा किसी भी दो व्यक्तियों के DNA प्रतिरूप कभी भी एक समान नहीं हो सकते हैं।