उद्योग क्षेत्र (भाग – 4)(आर्थिक विकास)

Total Questions: 50

1. निम्नलिखित में से कौन-सा औद्योगिक विकास और विदेशी व्यापार का लाभ है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (a) बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा
Solution:विदेशी व्यापार में भागीदारी एवं औद्योगिक विकास से सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में वृद्धि होती है, जो निर्यात एवं आयात की मात्रा से प्रभावित होती है। इसके अलावा वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा करने, निवेश को प्रोत्साहित करने, राजस्व उत्पन्न करने तथा निर्यात दक्षता का स्तर बढ़ाने आदि का भी लाभ है।

2. भारत सरकार 'मेगा फूड पार्क' की अवधारणा को किन-किन उद्देश्यों से प्रोत्साहित कर रही है? [I.A.S (Pre) 2011]

1. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए उत्तम अवसंरचना सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु।

2. खराब होने वाले पदार्थों का अधिक मात्रा में प्रसंस्करण करने और अपव्यय घटाने हेतु ।

3. उद्यमियों के लिए उद्गामी और पारिस्थितिकी के अनुकूल आहार प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियां उपलब्ध कराने हेतु।

उपर्युक्त में से कौन-सा/ कौन-से कथन सही है / हैं?

 

Correct Answer: (b) केवल 1 और 2
Solution:विदेशी व्यापार में भागीदारी एवं औद्योगिक विकास से सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में वृद्धि होती है, जो निर्यात एवं आयात की मात्रा से प्रभावित होती है। इसके अलावा वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा करने, निवेश को प्रोत्साहित करने, राजस्व उत्पन्न करने तथा निर्यात दक्षता का स्तर बढ़ाने आदि का भी लाभ है।

3. निम्नलिखित में से व्यवसाय का सामाजिक उद्देश्य है [U.P.R.O/A.R.O. (Re-Exam) (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) रोजगार सृजन
Solution:व्यवसाय के उद्देश्य (Objectives of Business) : व्यावसायिक क्रियाएं सदैव किसी निश्चित उद्देश्य को लेकर संपन्न की जाती हैं। प्रारंभ में लाभ कमाना ही केवल व्यवसाय का उद्देश्य समझा जाता था, लेकिन आज की अर्थव्यवस्था में इसके उद्देश्य बहुत व्यापक एवं विविध हो गए हैं।

4. कंपनियां प्रौद्योगिकी की मदद से कारोबारी प्रक्रिया की पुनर्रचना क्यों करती हैं? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (d) ये सभी।
Solution:वैश्विक अर्थव्यवस्था में विश्वव्यापी उदारीकरण के साथ परिवर्तन की दर तीव्र हो गई है, जिससे उपभोक्ताओं की मांग एवं अपेक्षाएं निरंतर बढ़ रही है। फलतः कंपनियां प्रौद्योगिकी की मदद से कारोबारी प्रक्रिया की पुनर्रचना कर रही हैं, जिसका लाभ उन्हें कम लागत पर उत्पादों एवं सेवाओं में प्रतिस्पर्धी बढ़त हासिल करने में मिलता है।

5. सूची-I तथा सूची-II को सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनिए : [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]

सूची-I (संगठन का प्रकार)सूची-II (महत्वपूर्ण लक्षण)
(A) एकल व्यापारी1. जोखिम उठाने वालों की बड़ी संख्या
(B) साझेदारी2. कमजोर वर्गों की उन्नति
(C) सहकारिताएं3. संविदात्मक संबंध
(D) सार्वजनिक सीमित कंपनी4. असीमित दायित्व
Correct Answer: (b)
Solution:एकल व्यापारी/एकल प्रोपराइटरशिप फर्म में प्रोपराइटर का दायित्व असीमित होता है अर्थात यह फर्म में पूंजी निवेश के अतिरिक्त होता है। साझेदारी संविदात्मक संबंध होते हैं अर्थात साझेदारी समझौते के द्वारा की जाती है, जो लिखित या मौखिक हो सकता है। सहकारिताओं का प्राथमिक लक्ष्य सदस्यों को सेवा देना है न कि लाभ कमाना। सार्वजनिक सीमित कंपनी में, कंपनी अपने शेयरों की बिक्री से पूंजी का संग्रहण करती है, अतः जोखिम उठाने वालों की बड़ी संख्या होती है।

6. किसी संगठन या कंपनी द्वारा किए गए व्यय के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2022]

1. नई प्रौद्योगिकी प्राप्त करना पूंजीगत व्यय है।

2. ऋण वित्तीयन को पूंजीगत व्यय माना जाता है, जबकि ईक्विटी वित्तीयन को राजस्व व्यय माना जाता है।

नीचे दिए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए -

 

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:पूंजीगत व्यय से तात्पर्य कंपनी द्वारा संपत्ति, प्लान्ट्स, भवनों, प्रौद्योगिकी या उपकरण जैसी भौतिक संपत्ति के अधिग्रहण, उन्नयन और रखरखाव के लिए होने वाले व्यय से है। अतः नई प्रौद्योगिकी प्राप्त करना पूंजीगत व्यय है। अतः कथन 1 सही है। जब कोई कंपनी भविष्य की तारीख में ब्याज के भुगतान करने के लिए पैसे उधार लेती है, तो इसे ऋण वित्तीयन (Debt Financing) कहते हैं। ईक्विटी वित्तीयन (Equity Financing) ऋण वित्तीयन के विपरीत है, जिसमें धन जुटाने के लिए स्टॉक जारी करना शामिल है। ऋण वित्तीयन और इक्विटी वित्तीयन दोनों ही पूंजीगत प्राप्तियों के हिस्से के रूप में माना जाता है, क्योंकि इनके द्वारा देनदारियां पैदा होती हैं या वित्तीय संपत्ति कम होती है। अतः कथन (2) गलत है।

7. जोखिम पूंजी से क्या तात्पर्य है? [I.A.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (b) नए उद्यमियों को उपलब्ध कराई गई दीर्घकालीन प्रारंभिक पूंजी
Solution:जोखिम पूंजी नए उद्यमियों को उपलब्ध कराई गई दीर्घकालीन प्रारंभिक पूंजी होती है। यह नए व्यवसाय शुरू करने या व्यवसाय के विस्तार के लिए दी जाती है।

8. स्वतंत्र भारत की प्रथम औद्योगिक नीति की घोषणा की गई थी- [U.P.U.D.A./L.D.A. (Mains) 2010]

Correct Answer: (b) 1948 में
Solution:स्वतंत्रता के पश्चात देश की प्रथम औद्योगिक नीति की घोषणा 6 अप्रैल, 1948 को तत्कालीन उद्योग मंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा की गई थी। इसी के द्वारा देश में मिश्रित एवं नियंत्रित अर्थव्यवस्था की नींव पड़ी।

9. औद्योगिक नीति संकल्प किस वर्ष अपनाया गया? [69th B.P.S.C. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) 1956
Solution:औद्योगिक नीति संकल्प वर्ष 1956 में अपनाया गया था। ध्यातव्य है कि भारी उद्योगों पर नियंत्रण रखने के राज्य के लक्ष्य के अनुसार औद्योगिक नीति संकल्प 1956 को अंगीकार किया गया था। इस प्रस्ताव में द्वितीय पंचवर्षीय योजना को आधार बनाया गया था। इस प्रस्ताव के तहत उद्योगों को तीन वर्गों में वर्गीकृत किया गया था।

10. भारत में औद्योगिक विकास हेतु 'संयुक्त क्षेत्र' का विचार किस औद्योगिक नीति प्रस्ताव में रखा गया? [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]

Correct Answer: (b) 1956 की औद्योगिक नीति में
Solution:भारत की दूसरी औद्योगिक नीति अप्रैल, 1956 में पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा संसद में रखी गई। इस नीति में औद्योगिक विकास की गति को तीव्र करने और इसके लिए औद्योगीकरण में तीव्रता लाने को मुख्य उद्देश्य माना गया था। औद्योगीकरण की प्रक्रिया को तीव्र करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र तथा सहकारी क्षेत्र का विस्तार करना, आय एवं संपत्ति के वितरण में समानता लाना और इस क्षेत्र में एकाधिकारी प्रवृत्तियों पर रोक लगाना भी इस नीति की प्राथमिकता में था।