ऐतिहासिक परिदृश्य (झारखंड)

Total Questions: 20

1. नवपाषाणिक पुरास्थल बुरुडीह, झारखंड के किस जिले में स्थित है? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2023]

Correct Answer: (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Solution:नवपाषाणिक पुरास्थल बरूडीह, झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित है। यहां से 1200-800 ई.पू. के कुल्हाड़िया, क्यर्न, मूसल, रिंग स्टोन तथा हाथ और पहिए से बने मिट्टी के बर्तन प्राप्त हुए हैं।

2. 'जहांगीरनामा' में छोटानागपुर राज के किस हाथी का उल्लेख किया गया है? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2023]

Correct Answer: (b) शस्त चंद्र
Solution:झारखंड लोक सेवा आयोग ने इस प्रश्न का उत्तर विकल्प (b) माना है। 'जहांगीरनामा' में प्रश्नगत किसी भी नाम के हाथी का जिक्र नहीं है, बल्कि जिन महत्त्वपूर्ण नाम (हाथियों) का जिक्र हुआ है वे हैं नूर गज, रतन गज, फथ गज (Fath Gaj), बिजय गज, आदिल गज, सूरत गज तथा जेन गज (Zayn Gaj) इत्यादि।

3. अंग्रेजों का झारखंड में सर्वप्रथम प्रवेश की ओर से हुआ। [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2021]

Correct Answer: (a) सिंहभूम
Solution:झारखंड में अंग्रेजों ने सर्वप्रथम सिंहभूम की ओर से प्रवेश किया। 1760 ई. में ईस्ट इंडिया कंपनी ने मिदनापुर पर अपना प्रभुत्व स्थापित कर लिया था। इसी समय से अंग्रेजों ने सिंहभूम सहित अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी शक्ति तथा प्रभाव के विस्तार का विचार बना लिया। इस समय सिंहभूम के अंतर्गत प्रमुख राज्य ढाल राजाओं का ढालभूम, सिंह राजाओं का पोरहट और हो लोगों का कोल्हान थे।

4. 1857 की क्रांति में संपूर्ण सिंहभूम क्षेत्र में क्रांतिकारियों के प्रमुख नेता कौन थे? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2013]

Correct Answer: (b) राजा अर्जुन सिंह
Solution:1857 की क्रांति में संपूर्ण सिंहभूम क्षेत्र में क्रांतिकारियों के प्रमुख नेता राजा अर्जुन सिंह थे। 16 फरवरी, 1859 को अर्जुन सिंह ने डाल्टन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

5. संथाल परगना क्षेत्र को अति प्राचीन काल में क्या कहा जाता था? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (a) नरीखंड
Solution:संथाल परगना क्षेत्र को अति प्राचीन काल में 'नरीखंड' कहा जाता था। इसके अलावा बौद्ध साहित्य के अनुसार, इसे 'कजंगला' (Kajangala) नाम से भी जाना जाता था। महाभारत युग में संथाल परगना क्षेत्र 'अंग महाजनपद' का एक भाग था।

6. साफा-होर आंदोलन किस आदिवासी समुदाय से संबंधित है? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (c) संथाल
Solution:साफा-होर आंदोलन संथाल आंदोलन से संबंधित है। खेरवार आंदोलन (1868-71 ई.) को साफा-होर आंदोलन भी कहा जाता था। यह आंदोलन एक ईश्वर की अवधारणा के साथ-साथ सामाजिक सुधार से भी संबंधित था।

7. मुंडा परंपरा का 'रिजगढ़' किस स्थल से संबंधित है? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (d) राजगीर
Solution:मुंडा परंपरा का 'रिजगढ़' राजगीर से संबंधित है। राजगीर या राजगृह मगध राज्य की राजधानी थी। उल्लेखनीय है कि महाभारत काल में यह गिरिव्रज था, जो जरासंध की प्राचीन राजधानी थी।

8. छोटानागपुर का क्षेत्र ब्रिटिश शासन के अंतर्गत कब आया था? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2013]

Correct Answer: (b) 1765
Solution:छोटानागपुर का क्षेत्र ब्रिटिश शासन के अंतर्गत 1765 ई. तक आ चुका था। 1765 ई. में मुगल बादशाह शाहआलम द्वितीय ने ईस्ट इंडिया कंपनी को झारखंड क्षेत्र का राजस्व संग्ग्रह एजेंट बनाया। 1771 ई. में पूरा झारखंड क्षेत्र ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन आ गया।

9. 1857 की क्रांतिकारी गतिविधियों का प्रमुख केंद्र रोहिणी, आज किस जिले में स्थित है? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2023]

Correct Answer: (c) देवघर
Solution:1857 की पहली स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी रोहिणी ग्राम स्थित देशी घुड़सवार सैनिक छावनी तक भी आ पहुंची। इसमें शामिल देशी सैनिक अमानत अली, सलामत अली और शेख हारो ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करके 12 जून को एक अंग्रेज लेफ्टिनेंट नॉर्मन लेस्ली की हत्या कर दी और दूसरे अधिकारी को घायल कर दिया। रोहिणी वर्तमान में देवधर जिले में स्थित है।

10. 'हिल असेंबली प्लान' किसके द्वारा आदिवासी उन्नति के लिए किया गया था? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (b) क्लीवलैंड
Solution:आदिवासी स्वतंत्रता आंदोलन जैसे-कोल विद्रोह, संथाल विद्रोह 1855-56, प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन 1857 आदि ने भारतीय समाज में आदिवासियों के संगठन में विशेष भूमिका निभाई। इसके अलावा अनेक अधिनियम जैसे-'क्लीवलैंड्स हिल असेंबली प्लान', बंगाल अधिनियम 1833, विल्किंसन रूल्स 1837, अनुसूचित क्षेत्र अधिनियम 1874, छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट, भारत सरकार अधिनियम, 1919 तथा भारत सरकार अधिनियम, 1935 ने भी स्वतंत्रता से पूर्व आदिवासियों के विकास और संगठन में विशेष योगदान दिया।