कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन, पूर्ण स्वराज प्रस्ताव (1929) (UPPCS)

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1. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, निम्नलिखित में से किसने प्रस्तावित किया कि स्वराज को सभी प्रकार के विदेशी नियंत्रण से मुक्त संपूर्ण स्वतंत्रता के रूप में परिभाषित किया जाए? [I.A.S. (Pre) 2004]

Correct Answer: (b) मौलाना हसरत मोहानी
Solution:वर्ष 1921 के अहमदाबाद अधिवेशन में मौलाना हसरत मोहानी ने प्रस्तावित किया कि स्वराज को सभी प्रकार के विदेशी नियंत्रण से मुक्त संपूर्ण स्वतंत्रता या संपूर्ण स्वराज के रूप में परिभाषित किया जाए और इसे कांग्रेस का लक्ष्य माना जाए। वर्ष 1921 में कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन के अध्यक्ष सी.आर. दास चुने गए थे; किंतु उनके जेल में होने के कारण हकीम अजमल खां ने इस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।

2. 1921 के अहमदाबाद अधिवेशन में निम्नलिखित नेताओं में से किसने संपूर्ण स्वराज को कांग्रेस का लक्ष्य मानने का प्रस्ताव रखा? [I.A.S. (Pre) 2001]

Correct Answer: (b) हसरत मोहानी
Solution:वर्ष 1921 के अहमदाबाद अधिवेशन में मौलाना हसरत मोहानी ने प्रस्तावित किया कि स्वराज को सभी प्रकार के विदेशी नियंत्रण से मुक्त संपूर्ण स्वतंत्रता या संपूर्ण स्वराज के रूप में परिभाषित किया जाए और इसे कांग्रेस का लक्ष्य माना जाए। वर्ष 1921 में कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन के अध्यक्ष सी.आर. दास चुने गए थे; किंतु उनके जेल में होने के कारण हकीम अजमल खां ने इस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।

3. कांग्रेस ने कब पहली बार भारत की स्वतंत्रता का प्रस्ताव पारित किया था? [M.P. P.C.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (a) 1929
Solution:कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1928) में ब्रिटिश सरकार को यह अल्टीमेटम दिया गया कि वह एक वर्ष में नेहरू रिपोर्ट स्वीकार कर ले या कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए जाने वाले जनांदोलन का सामना करे। निर्धारित समय-सीमा में सरकार द्वारा कोई निश्चित उत्तर न मिलने की स्थिति में दिसंबर, 1929 में पं. जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन हुआ, जिसमें संबंधित प्रस्ताव पारित होने के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू ने 'पूर्ण स्वराज' का लक्ष्य घोषित किया। जैसे ही 31 दिसंबर, 1929 को मध्यरात्रि का घंटा बजा, कांग्रेस अध्यक्ष पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के तट पर भारतीय स्वतंत्रता का झंडा 'तिरंगा' फहराया। कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा 2 जनवरी, 1930 की अपनी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी, 1930 का दिन 'पूर्ण स्वराज दिवस' के रूप में मनाया जाएगा तथा यही से 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष 'पूर्ण स्वाधीनता दिवस' के रूप में मनाया जाना प्रारंभ हुआ।

4. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने किस सत्र में पूर्ण स्वाधीनता का प्रस्ताव पारित किया था? [67th B.P.S.C. (Pre) (Re. Exam), 2021]

Correct Answer: (c) वर्ष 1929, लाहौर
Solution:कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1928) में ब्रिटिश सरकार को यह अल्टीमेटम दिया गया कि वह एक वर्ष में नेहरू रिपोर्ट स्वीकार कर ले या कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए जाने वाले जनांदोलन का सामना करे। निर्धारित समय-सीमा में सरकार द्वारा कोई निश्चित उत्तर न मिलने की स्थिति में दिसंबर, 1929 में पं. जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन हुआ, जिसमें संबंधित प्रस्ताव पारित होने के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू ने 'पूर्ण स्वराज' का लक्ष्य घोषित किया। जैसे ही 31 दिसंबर, 1929 को मध्यरात्रि का घंटा बजा, कांग्रेस अध्यक्ष पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के तट पर भारतीय स्वतंत्रता का झंडा 'तिरंगा' फहराया। कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा 2 जनवरी, 1930 की अपनी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी, 1930 का दिन 'पूर्ण स्वराज दिवस' के रूप में मनाया जाएगा तथा यही से 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष 'पूर्ण स्वाधीनता दिवस' के रूप में मनाया जाना प्रारंभ हुआ।

5. कांग्रेस द्वारा भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के लक्ष्य की घोषणा किस अधिवेशन में की गई? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (a) लाहौर अधिवेशन, 1929
Solution:कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1928) में ब्रिटिश सरकार को यह अल्टीमेटम दिया गया कि वह एक वर्ष में नेहरू रिपोर्ट स्वीकार कर ले या कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए जाने वाले जनांदोलन का सामना करे। निर्धारित समय-सीमा में सरकार द्वारा कोई निश्चित उत्तर न मिलने की स्थिति में दिसंबर, 1929 में पं. जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन हुआ, जिसमें संबंधित प्रस्ताव पारित होने के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू ने 'पूर्ण स्वराज' का लक्ष्य घोषित किया। जैसे ही 31 दिसंबर, 1929 को मध्यरात्रि का घंटा बजा, कांग्रेस अध्यक्ष पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के तट पर भारतीय स्वतंत्रता का झंडा 'तिरंगा' फहराया। कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा 2 जनवरी, 1930 की अपनी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी, 1930 का दिन 'पूर्ण स्वराज दिवस' के रूप में मनाया जाएगा तथा यही से 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष 'पूर्ण स्वाधीनता दिवस' के रूप में मनाया जाना प्रारंभ हुआ।

6. 1947 से पहले 26 जनवरी को कहा जाता था- [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (d) पूर्ण स्वराज दिवस
Solution:कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1928) में ब्रिटिश सरकार को यह अल्टीमेटम दिया गया कि वह एक वर्ष में नेहरू रिपोर्ट स्वीकार कर ले या कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए जाने वाले जनांदोलन का सामना करे। निर्धारित समय-सीमा में सरकार द्वारा कोई निश्चित उत्तर न मिलने की स्थिति में दिसंबर, 1929 में पं. जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन हुआ, जिसमें संबंधित प्रस्ताव पारित होने के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू ने 'पूर्ण स्वराज' का लक्ष्य घोषित किया। जैसे ही 31 दिसंबर, 1929 को मध्यरात्रि का घंटा बजा, कांग्रेस अध्यक्ष पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के तट पर भारतीय स्वतंत्रता का झंडा 'तिरंगा' फहराया। कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा 2 जनवरी, 1930 की अपनी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी, 1930 का दिन 'पूर्ण स्वराज दिवस' के रूप में मनाया जाएगा तथा यही से 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष 'पूर्ण स्वाधीनता दिवस' के रूप में मनाया जाना प्रारंभ हुआ।

7. 'पूर्ण स्वराज' का प्रस्ताव लाहौर कांग्रेस में पारित किया गया, वर्ष- [42nd B.P.S.C. (Pre) 1997, U.P. P.C.S. (Pre) 1993, U.P. Lower Sub. (Pre) 1999, U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]

Correct Answer: (b) 1929 में
Solution:कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1928) में ब्रिटिश सरकार को यह अल्टीमेटम दिया गया कि वह एक वर्ष में नेहरू रिपोर्ट स्वीकार कर ले या कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए जाने वाले जनांदोलन का सामना करे। निर्धारित समय-सीमा में सरकार द्वारा कोई निश्चित उत्तर न मिलने की स्थिति में दिसंबर, 1929 में पं. जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन हुआ, जिसमें संबंधित प्रस्ताव पारित होने के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू ने 'पूर्ण स्वराज' का लक्ष्य घोषित किया। जैसे ही 31 दिसंबर, 1929 को मध्यरात्रि का घंटा बजा, कांग्रेस अध्यक्ष पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के तट पर भारतीय स्वतंत्रता का झंडा 'तिरंगा' फहराया। कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा 2 जनवरी, 1930 की अपनी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी, 1930 का दिन 'पूर्ण स्वराज दिवस' के रूप में मनाया जाएगा तथा यही से 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष 'पूर्ण स्वाधीनता दिवस' के रूप में मनाया जाना प्रारंभ हुआ।

8. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा किस दिन को 'पूर्ण स्वराज दिवस' घोषित किया गया था? [66th B.P.S.C (Pre) 2020]

Correct Answer: (a) 26-01-1930
Solution:कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1928) में ब्रिटिश सरकार को यह अल्टीमेटम दिया गया कि वह एक वर्ष में नेहरू रिपोर्ट स्वीकार कर ले या कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए जाने वाले जनांदोलन का सामना करे। निर्धारित समय-सीमा में सरकार द्वारा कोई निश्चित उत्तर न मिलने की स्थिति में दिसंबर, 1929 में पं. जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन हुआ, जिसमें संबंधित प्रस्ताव पारित होने के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू ने 'पूर्ण स्वराज' का लक्ष्य घोषित किया। जैसे ही 31 दिसंबर, 1929 को मध्यरात्रि का घंटा बजा, कांग्रेस अध्यक्ष पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के तट पर भारतीय स्वतंत्रता का झंडा 'तिरंगा' फहराया। कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा 2 जनवरी, 1930 की अपनी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी, 1930 का दिन 'पूर्ण स्वराज दिवस' के रूप में मनाया जाएगा तथा यही से 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष 'पूर्ण स्वाधीनता दिवस' के रूप में मनाया जाना प्रारंभ हुआ।

9. निम्नलिखित में से किस एक ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी जिसमें "पूर्ण स्वराज" का प्रस्ताव पारित हुआ था? [U.P. P.C.S. (Pre) 2009, I.A.S. (Pre) 2006, U.P. P.C.S. (Mains) 2006]

Correct Answer: (b) जवाहरलाल नेहरू
Solution:कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1928) में ब्रिटिश सरकार को यह अल्टीमेटम दिया गया कि वह एक वर्ष में नेहरू रिपोर्ट स्वीकार कर ले या कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए जाने वाले जनांदोलन का सामना करे। निर्धारित समय-सीमा में सरकार द्वारा कोई निश्चित उत्तर न मिलने की स्थिति में दिसंबर, 1929 में पं. जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन हुआ, जिसमें संबंधित प्रस्ताव पारित होने के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू ने 'पूर्ण स्वराज' का लक्ष्य घोषित किया। जैसे ही 31 दिसंबर, 1929 को मध्यरात्रि का घंटा बजा, कांग्रेस अध्यक्ष पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के तट पर भारतीय स्वतंत्रता का झंडा 'तिरंगा' फहराया। कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा 2 जनवरी, 1930 की अपनी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी, 1930 का दिन 'पूर्ण स्वराज दिवस' के रूप में मनाया जाएगा तथा यही से 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष 'पूर्ण स्वाधीनता दिवस' के रूप में मनाया जाना प्रारंभ हुआ।

10. कांग्रेस के 1929 के लाहौर अधिवेशन में कांग्रेस का लक्ष्य 'पूर्ण स्वराज' किसके द्वारा घोषित किया गया? [Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2006]

Correct Answer: (c) जवाहरलाल नेहरू
Solution:कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1928) में ब्रिटिश सरकार को यह अल्टीमेटम दिया गया कि वह एक वर्ष में नेहरू रिपोर्ट स्वीकार कर ले या कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए जाने वाले जनांदोलन का सामना करे। निर्धारित समय-सीमा में सरकार द्वारा कोई निश्चित उत्तर न मिलने की स्थिति में दिसंबर, 1929 में पं. जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन हुआ, जिसमें संबंधित प्रस्ताव पारित होने के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू ने 'पूर्ण स्वराज' का लक्ष्य घोषित किया। जैसे ही 31 दिसंबर, 1929 को मध्यरात्रि का घंटा बजा, कांग्रेस अध्यक्ष पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के तट पर भारतीय स्वतंत्रता का झंडा 'तिरंगा' फहराया। कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा 2 जनवरी, 1930 की अपनी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी, 1930 का दिन 'पूर्ण स्वराज दिवस' के रूप में मनाया जाएगा तथा यही से 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष 'पूर्ण स्वाधीनता दिवस' के रूप में मनाया जाना प्रारंभ हुआ।