कांग्रेस में गरम दल और नरम दल (UPPCS)

Total Questions: 39

11. कांग्रेस की प्रार्थना और याचना की नीति अंततोगत्वा समाप्त हो गई- [I.A.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (b) बाल गंगाधर तिलक के नेतृत्व में
Solution:कांग्रेस नेतृत्व की आवेदन-निवेदन नीति की असफलता ने देश के अंदर और खुद कांग्रेस के अंदर असंतोष पैदा किया। ब्रिटिश सरकार द्वारा लगातार कांग्रेस के प्रति अपनाई जाने वाली उपेक्षापूर्ण नीति ने कांग्रेस के युवा नेताओं; जैसे-बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय एवं बिपिन चंद्र पाल को अंदर से आंदोलित किया। इन युवा नेताओं ने उदारवादी नेताओं की राजनीतिक भिक्षावृत्ति में कोई विश्वास नहीं जताया। इन्होंने स्वराज्य प्राप्ति को अपना मुख्य लक्ष्य बनाया। बाल गंगाधर तिलक इस विचारधारा के अग्रदूत थे। उनके नेतृत्व में कांग्रेस की प्रार्थना और याचना की नीति समाप्त हो गई।

12. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को किसने "भीख मांगने वाली संस्था (वेगिंग इंस्टीट्यूट) कहा था? [U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2008]

Correct Answer: (a) बी.सी. पाल ने
Solution:उम्र विचारधारा वाले नेताओं ने कांग्रेस के बारे में नकारात्मक टिप्पणियां की। उनमें से एक विपिन चंद्र पाल ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 'याचना संस्था' (बेगिंग इंस्टीट्यूट) की संज्ञा दी।

13. बिपिन चन्द्र पाल के संदर्भ में कौन सा कथन सत्य है? [U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2023]

1. वह ब्रह्मसमाजी नेता तथा समाज सुधारक थे।

2. न्यू इंडिया नाम की साप्ताहिक पत्रिका प्रकाशित किया।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए- कूट :

Correct Answer: (a) 1 और 2 दोनों
Solution:बिपिन चंद्र पाल, ब्रह्म समाज से जुड़े थे। वह समाज-सुधारक और राष्ट्रवादी थे। उनका उल्लेख अक्सर लाला लाजपत राय और बाल गंगाधर तिलक जैसे उग्रपंथी राजनेताओं के साथ लिया जाता है। इन्होंने वर्ष 1901 में 'न्यू इंडिया' नामक साप्ताहिक पत्रिका के माध्यम से पंथनिरपेक्षता, राष्ट्रवाद और तर्कवाद की घोषणा की। अत; स्पष्ट है कि दोनों कथन सत्य हैं।

14. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन गरमपंथियों के प्रभावाधीन आया- [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (a) 1906 के बाद
Solution:वर्ष 1906 के बाद भारतीय राजनीति में कांग्रेस के भीतर गरम दल का प्रभाव बढ़ा। गरम दल का नेतृत्व प्रमुख कांग्रेसी नेताओं-बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, बिपिन चंद्र पाल तथा अरबिंद घोष ने मिलकर किया। इन नेताओं ने स्वराज्य को अपना लक्ष्य बनाया। तिलक ने नारा दिया " स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा।"

15. निम्नलिखित में से कौन-सा नेता कांग्रेस के गरम दल से संबंधित था? [45th B.P.S.C. (Pre) 2001]

Correct Answer: (a) अरबिंद घोष
Solution:अरबिंद घोष कांग्रेस के उग्रवादी विचारधारा अथवा गरम पक्ष के नेता थे। वे गरम दल के चार स्तंभों (लाला लाजपत राय, बाल गंगाचर तिलक, बिपिन चंद्र पाल और अरबिंद घोष) में से एक थे। 1893-94 ई. में अपने एक लेख में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस श्रमिक वर्ग से दूर है, अराष्ट्रवादी है और पूर्णतया असफल रही है तथा इसकी शासकों के अप्रसन्न होने के भय से स्पष्ट न कहने की नीति को उन्होंने कायरता की संज्ञा दी। उनके अनुसार, कांग्रेस क्षय रोग से मरने वाली है। वर्ष 1908 में पुलिस द्वारा मणिकतल्ला उद्यान में छापा मार कर जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया उनमें अरबिंद घोष भी थे। सभी के ऊपर, अलीपुर षड्यंत्र मामले के अंतर्गत मुकदमा चला। अरबिंद घोष को एक वर्ष की सजा हुई; किंतु बाद में साक्ष्य के अभाव में उन्हें छोड़ दिया गया। कालांतर में वे क्रांतिकारी क्रियाकलापों से अलग होकर संन्यासी बन गए तथा पांडिचेरी चले गए।

16. निम्नलिखित में से कौन एक उग्रवादी था? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) बिपिन चंद्र पाल
Solution:अरबिंद घोष कांग्रेस के उग्रवादी विचारधारा अथवा गरम पक्ष के नेता थे। वे गरम दल के चार स्तंभों (लाला लाजपत राय, बाल गंगाचर तिलक, बिपिन चंद्र पाल और अरबिंद घोष) में से एक थे। 1893-94 ई. में अपने एक लेख में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस श्रमिक वर्ग से दूर है, अराष्ट्रवादी है और पूर्णतया असफल रही है तथा इसकी शासकों के अप्रसन्न होने के भय से स्पष्ट न कहने की नीति को उन्होंने कायरता की संज्ञा दी। उनके अनुसार, कांग्रेस क्षय रोग से मरने वाली है। वर्ष 1908 में पुलिस द्वारा मणिकतल्ला उद्यान में छापा मार कर जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया उनमें अरबिंद घोष भी थे। सभी के ऊपर, अलीपुर षड्यंत्र मामले के अंतर्गत मुकदमा चला। अरबिंद घोष को एक वर्ष की सजा हुई; किंतु बाद में साक्ष्य के अभाव में उन्हें छोड़ दिया गया। कालांतर में वे क्रांतिकारी क्रियाकलापों से अलग होकर संन्यासी बन गए तथा पांडिचेरी चले गए।

17. राष्ट्रीय आंदोलन में निम्न में से किसको नरमदलीय के तौर पर नहीं जाना जाता था ? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010 45th B.P.S.C. (Pre) 2001]

Correct Answer: (a) बाल गंगाधर तिलक
Solution:अरबिंद घोष कांग्रेस के उग्रवादी विचारधारा अथवा गरम पक्ष के नेता थे। वे गरम दल के चार स्तंभों (लाला लाजपत राय, बाल गंगाचर तिलक, बिपिन चंद्र पाल और अरबिंद घोष) में से एक थे। 1893-94 ई. में अपने एक लेख में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस श्रमिक वर्ग से दूर है, अराष्ट्रवादी है और पूर्णतया असफल रही है तथा इसकी शासकों के अप्रसन्न होने के भय से स्पष्ट न कहने की नीति को उन्होंने कायरता की संज्ञा दी। उनके अनुसार, कांग्रेस क्षय रोग से मरने वाली है। वर्ष 1908 में पुलिस द्वारा मणिकतल्ला उद्यान में छापा मार कर जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया उनमें अरबिंद घोष भी थे। सभी के ऊपर, अलीपुर षड्यंत्र मामले के अंतर्गत मुकदमा चला। अरबिंद घोष को एक वर्ष की सजा हुई; किंतु बाद में साक्ष्य के अभाव में उन्हें छोड़ दिया गया। कालांतर में वे क्रांतिकारी क्रियाकलापों से अलग होकर संन्यासी बन गए तथा पांडिचेरी चले गए।

18. शेर-ए-पंजाब' के नाम से इनमें से कौन मशहूर थे? [53rd to 55th B.P.S.C. (Pre) 2011]

Correct Answer: (c) लाला लाजपत राय
Solution:लाला लाजपत राय 'शेर-ए-पंजाब' के नाम से भी जाने जाते थे। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में गरम दल के नेता तथा पंजाब के प्रतिनिधि थे। इन्हें 'पंजाब केसरी' भी कहा जाता है।

19. निम्नलिखित में से कौन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में उदारवादियों से जुड़ा नहीं था? [U.P.P.C.S. (Mains) 2011]

Correct Answer: (d) लाला लाजपत राय
Solution:लाला लाजपत राय 'शेर-ए-पंजाब' के नाम से भी जाने जाते थे। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में गरम दल के नेता तथा पंजाब के प्रतिनिधि थे। इन्हें 'पंजाब केसरी' भी कहा जाता है।

20. निम्न में से किस एक को लाला लाजपत राय ने अपना राजनीतिक गुरु माना था? [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013]

Correct Answer: (d) मैजिनी को
Solution:लाला लाजपत राय ने इटली के क्रांतिकारी (राष्ट्रपिता) मैजिनी के जीवनवृत्त को पढ़ने के बाद उन्हें अपना राजनीतिक गुरु माना तथा बाद में उन्होंने मैजिनी की उत्कृष्ट रचना 'द ड्यूटीज ऑफ मैन' का उर्दू में अनुवाद भी किया।