कांग्रेस में गरम दल और नरम दल (UPPCS)

Total Questions: 39

31. 1908 में 6 वर्ष के कारावास की सजा स्वतंत्रता संग्राम के किस उग्रवादी नेता को दी गई थी? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (b) बाल गंगाधर तिलक
Solution:3 वर्ष 1908 में बाल गंगाधर तिलक को 'केसरी' में प्रकाशित लेखों के आधार पर राजद्रोह का मुकदमा चलाकर 6 वर्ष के कारावास की सजा देकर मांडले जेल (म्यांमार) भेज दिया गया था।

32. 1908 में बाल गंगाधर तिलक को जेल हुई— [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (b) 6 वर्ष की
Solution:3 वर्ष 1908 में बाल गंगाधर तिलक को 'केसरी' में प्रकाशित लेखों के आधार पर राजद्रोह का मुकदमा चलाकर 6 वर्ष के कारावास की सजा देकर मांडले जेल (म्यांमार) भेज दिया गया था।

33. भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के प्रारंभिक दौर में उग्रवादी विचारधारा को निम्नलिखित में से कौन-सा एक निरूपित करता है? [I.A.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (b) सांविधानिक साधनों एवं याचिकाओं के स्थान पर आक्रामक साधनों से स्वशासन प्राप्त करना।
Solution:जहां उदारवादी दल संवैधानिक आंदोलन में, अंग्रेजों की न्यायप्रियता में, वार्षिक सम्मेलनों में, भाषण देने में, प्रस्ताव पारित करने में और इंग्लैंड में शिष्टमंडल भेजने में विश्वास करता था वहीं दूसरी ओर उग्रवादी दल आक्रामक प्रतिरोध में, सामूहिक आंदोलन में तथा आत्म-बलिदान के लिए दृढ़ निश्चय में विश्वास करता था। इनके लिए स्वराज का अर्थ 'विदेशी नियंत्रण से पूर्ण स्वतंत्रता था', जबकि उदारवादी दल के स्वराज का अर्थ 'साम्राज्य के अंदर औपनिवेशिक स्वशासन था।'

34. भारतीय मुसलमान, सामान्य रूप से उग्रवादी आंदोलन की ओर आकर्षित नहीं हुए, इसका कारण था- [I.A.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (d) उग्रवादियों की हिंदू अतीत का राग अलापने की नीति
Solution:भारतीय मुसलमान, सामान्य रूप से उग्रवादी आंदोलन की ओर आकर्षित नहीं हुए; क्योंकि उग्रवादी नेता हिंदू अतीत को वापस लाने की बात करते थे। अरबिंद घोष ने कहा "स्वतंत्रता हमारे जीवन का उद्देश्य है और हिंदू धर्म ही हमारे इस उद्देश्य की पूर्ति करेगा। राष्ट्रीयता एक धर्म है और वह ईश्वर की देन है।"

35. कथन (A) : बाल गंगाधर तिलक सांप्रदायिकतावादी थे। [U.P. P.C.S (Pre) 2001]

कारण (R) : उन्होंने धर्म का राजनैतिक अस्त्र के रूप में प्रयोग किया।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर अपना उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (d) (A) गलत है; परंतु (R) सही है।
Solution:प्रश्नगत कथन और कारण में (A) गलत है, किंतु (R) सही है। तिलक सांप्रदायिकतावादी नहीं थे। वे प्रथम राष्ट्रवादी नेता थे, जिन्होंने जनता से निकट का संबंध स्थापित करने का प्रयत्न किया और इस दृष्टि से वे महात्मा गांधी के अग्रगामी थे। इस उद्देश्य से उन्होंने अखाड़े, लाठी क्लब, गो-हत्या विरोधी सभाएं स्थापित कीं। उन्होंने महाराष्ट्र में शिवाजी महोत्सव तथा गणपति पर्व आरंभ किए, ताकि जनता में राष्ट्रसेवा की भावना जागे। इस प्रकार उन्होंने धर्म का राजनैतिक अस्त्र के रूप में तो प्रयोग किया; परंतु इसका उद्देश्य सांप्रदायिकतावादी नहीं, बल्कि जनजागरण था।

36. महाराष्ट्र में गणपति पर्व का श्रीगणेश किया था- [U.P. P.C.S. (Pre) 1996 U.P. P.C.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (a) बी.जी. तिलक ने
Solution:प्रश्नगत कथन और कारण में (A) गलत है, किंतु (R) सही है। तिलक सांप्रदायिकतावादी नहीं थे। वे प्रथम राष्ट्रवादी नेता थे, जिन्होंने जनता से निकट का संबंध स्थापित करने का प्रयत्न किया और इस दृष्टि से वे महात्मा गांधी के अग्रगामी थे। इस उद्देश्य से उन्होंने अखाड़े, लाठी क्लब, गो-हत्या विरोधी सभाएं स्थापित कीं। उन्होंने महाराष्ट्र में शिवाजी महोत्सव तथा गणपति पर्व आरंभ किए, ताकि जनता में राष्ट्रसेवा की भावना जागे। इस प्रकार उन्होंने धर्म का राजनैतिक अस्त्र के रूप में तो प्रयोग किया; परंतु इसका उद्देश्य सांप्रदायिकतावादी नहीं, बल्कि जनजागरण था।

37. निम्नलिखित में से किसने महाराष्ट्र के गणपति उत्सव का ऐसा कायाकल्प किया कि वह एक राष्ट्रीय उत्सव हो गया और उसका स्वरूप राजनैतिक हो गया? [U.P. P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (d) बाल गंगाधर तिलक
Solution:प्रश्नगत कथन और कारण में (A) गलत है, किंतु (R) सही है। तिलक सांप्रदायिकतावादी नहीं थे। वे प्रथम राष्ट्रवादी नेता थे, जिन्होंने जनता से निकट का संबंध स्थापित करने का प्रयत्न किया और इस दृष्टि से वे महात्मा गांधी के अग्रगामी थे। इस उद्देश्य से उन्होंने अखाड़े, लाठी क्लब, गो-हत्या विरोधी सभाएं स्थापित कीं। उन्होंने महाराष्ट्र में शिवाजी महोत्सव तथा गणपति पर्व आरंभ किए, ताकि जनता में राष्ट्रसेवा की भावना जागे। इस प्रकार उन्होंने धर्म का राजनैतिक अस्त्र के रूप में तो प्रयोग किया; परंतु इसका उद्देश्य सांप्रदायिकतावादी नहीं, बल्कि जनजागरण था।

38. निम्नलिखित में से किसके द्वारा महाराष्ट्र में 'गणेशोत्सव' प्रारंभ किया गया था? [M.P. P.C.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (d) बाल गंगाधर तिलक
Solution:प्रश्नगत कथन और कारण में (A) गलत है, किंतु (R) सही है। तिलक सांप्रदायिकतावादी नहीं थे। वे प्रथम राष्ट्रवादी नेता थे, जिन्होंने जनता से निकट का संबंध स्थापित करने का प्रयत्न किया और इस दृष्टि से वे महात्मा गांधी के अग्रगामी थे। इस उद्देश्य से उन्होंने अखाड़े, लाठी क्लब, गो-हत्या विरोधी सभाएं स्थापित कीं। उन्होंने महाराष्ट्र में शिवाजी महोत्सव तथा गणपति पर्व आरंभ किए, ताकि जनता में राष्ट्रसेवा की भावना जागे। इस प्रकार उन्होंने धर्म का राजनैतिक अस्त्र के रूप में तो प्रयोग किया; परंतु इसका उद्देश्य सांप्रदायिकतावादी नहीं, बल्कि जनजागरण था।

39. महात्मा गांधी के साथ निम्न मुसलमानों में से किसने बाल गंगाधर तिलक की अर्थी उठाई थी ? [U.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (a) शौकत अली
Solution:बाल गंगाधर तिलक की 1 अगस्त, 1920 को हुई मृत्यु के बाद उनकी अर्थी को महात्मा गांधी के साथ मौलाना शौकत अली तथा डॉ. सैफुद्दीन किचलू ने उठाया था। मौलाना हसरत मोहानी ने उस समय शोक गीत पढ़ा था।