कार्बन और उसके भिन्न रूप

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21. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-कांच पर उत्कीर्ण किया या खरोंचा जा सकता है- [I.A.S. (Pre) 1999]

कांच पर उत्कीर्ण किया या खरोंचा जा सकता है-

1. हीरा से

2. हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल से

3. एक्वारेजिया से (अम्ल राज)

4. सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल से

इन कथनों में से कौन-कौन से सही हैं?

Correct Answer: (c) 1 और 2
Solution:हीरे का उपयोग कांच को काटने तथा उस पर उत्कीर्ण करने या खरोंचने में होता है। हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल (HF) का प्रयोग भी कांच पर उत्कीर्ण करने एवं खरोंचने में होता है। कांच हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल (HF) में घुलनशील सिलिकेट बनाता है, यही कारण है कि HF का भंडारण कांच के बर्तनों में नहीं किया जाता है।

22. हीरे की बिक्री में भार की इकाई कैरेट होती है। एक कैरेट बराबर है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2013]

Correct Answer: (b) 200 मिग्रा. के
Solution:कैरेट का उपयोग किसी हीरे का वजन बताने के लिए किया जाता है |

कैरेट = 0.2 ग्राम

0.2 ग्राम = 200 मिलीग्राम

23. ग्राफीन आजकल प्रायः सुखियों में रहता है। उसका क्या महत्व है? [I.A.S. (Pre) 2012]

1. यह एक आयामीय पदार्थ है और उसकी विद्युत उत्तम है।

2. यह अब तक जांचे गए सबसे उनु किंतु सबसे शक्तिशाली पदार्थ में से है।

3. वह पूर्णतः सिलिकॉन से बना होता है और उसकी पक्षा पारदर्शिता उच्च होती है।

4. उसका टब तीन, LCD और कार्बनिक LED के लिए चल इलेक्ट्रोड' के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?

Correct Answer: (c) केवल 1, 2 और 4
Solution:ग्राफीन एक अणु की मोटाई वाली सामान्य कार्बन की एक पतली परत है, जो विलक्षण गुण प्रदर्शित करती है। इसकी खोज मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में कार्यरत दो वैज्ञानिकों आंद्रे जीम और कॉसटांटिन नोवोसेलोव ने वर्ष 2004 में की थी। ग्राफीन के आश्चर्यजनक गुर्मा को रेखांकित करने के कारण ही दोनों को वर्ष 2010 में मौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। जीम और नोवोलेलोव ने ग्राफीन को ग्रेफाइट के एक टुकड़े से निष्कर्षित किया था। ग्राफीन एक द्वि-आयामी तत्व है। द्वि-आयामी होने का फायदा यह है कि इनमें विद्युत (Electricity) को नियंत्रित करना, त्रिविमीय तत्वों की तुलना में ज्यादा सरल होता है। ग्राफीन न केवल बेहद पतला है, बल्कि अब तक खोजे गए पदार्थों में सबसे मजबूत भी है। विद्युत का संवाहक होने के साथ-साथ इसमें तांबे के भी गुण हैं। यह लगभग पारदर्शी है, इसके बावजूद यह इतना घना है कि सबसे छोटा गैस का अणु हीलियन भी इससे होकर गुजर नहीं सकता। ग्राफीन का इस्तेमाल कंप्यूटर चिप्त, कम्युनिकेशन डिवाइस और टचस्क्रीन आदि में किया जा सकेगा।

24. निम्नलिखित में से कौन-सा पदार्थ सर्वाधिक मजबूत होता है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (d) त्रैफीन
Solution:ग्राफीन एक अणु की मोटाई वाली सामान्य कार्बन की एक पतली परत है, जो विलक्षण गुण प्रदर्शित करती है। इसकी खोज मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में कार्यरत दो वैज्ञानिकों आंद्रे जीम और कॉसटांटिन नोवोसेलोव ने वर्ष 2004 में की थी। ग्राफीन के आश्चर्यजनक गुर्मा को रेखांकित करने के कारण ही दोनों को वर्ष 2010 में मौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। जीम और नोवोलेलोव ने ग्राफीन को ग्रेफाइट के एक टुकड़े से निष्कर्षित किया था। ग्राफीन एक द्वि-आयामी तत्व है। द्वि-आयामी होने का फायदा यह है कि इनमें विद्युत (Electricity) को नियंत्रित करना, त्रिविमीय तत्वों की तुलना में ज्यादा सरल होता है। ग्राफीन न केवल बेहद पतला है, बल्कि अब तक खोजे गए पदार्थों में सबसे मजबूत भी है। विद्युत का संवाहक होने के साथ-साथ इसमें तांबे के भी गुण हैं। यह लगभग पारदर्शी है, इसके बावजूद यह इतना घना है कि सबसे छोटा गैस का अणु हीलियन भी इससे होकर गुजर नहीं सकता। ग्राफीन का इस्तेमाल कंप्यूटर चिप्त, कम्युनिकेशन डिवाइस और टचस्क्रीन आदि में किया जा सकेगा।

25. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें एवं नीचे दिए कूट से सही उत्तर चयन कीजिए- [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]

1. कैल्शियम सल्फेट की उपस्थिति जल को कठोर बना देती है एवं वह उपयोग योग्य नहीं रहता।

2. हीरा, तांबा व लोहे से कठोर है।

3. वायु का मुख्य घटक ऑक्सीजन है।

4. नाइट्रोजन वनस्पति घी के निर्माण में प्रयुक्त होती है।

कूट :

Correct Answer: (a) 1 एवं 2
Solution:कैल्शियम सल्फेट की उपस्थिति से जल में स्थायी कठोरता हो जाती है. इसके घुले रहने से जल को उबालने पर भी इसकी स्थायी कठोरता दूर नहीं होती है। अतः यह उपयोग के योग्य नहीं रहता है। हीरा सबसे कठोर होता है, यह किसी द्रव में नहीं घुलता तथा इस पर अम्ल, क्षार इत्यादि का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। वायु विभिन्न गैसों का मिश्रण है, जिसमें सर्वाधिक मात्रा में नाइट्रोजन होती है तथा वनस्पति घी के निर्माण में नाइट्रोजन नहीं बल्कि हाइड्रोजन प्रयुक्त होता है। इस प्रकार कथन 1 एवं 2 सही हैं, जबकि कथन 3 एवं 4 गलत हैं।

26. भारी मशीनों के उपयोग के लिए स्नेहक कौन-सा है? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) ग्रेफाइट
Solution:ग्रेफाइट स्लेटी काले रंग का चिकना चमकदार कार्बनिक पदार्थ होता है। यह कार्बन का अपररूप है। ग्रेफाइट चूर्ण का उपयोग भारी मशीनों में स्नेहक के रूप में किया जाता है।

27. निम्नलिखित में से किसे एक स्नेहक (ल्यूब्रीकेट) के रूप में भी प्रयोग किया जाता है? [M.P.P.C.S. (Pre) Exam. 2017]

Correct Answer: (b) ग्रेफाइट
Solution:ग्रेफाइट कार्बन का शुद्ध क्रिस्टलीय अपररूप (Allotropes) है। यह स्नेहक (Lubricant) के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसके क्रिस्टल में कार्बन परमाणु समषट्‌भुजों (Regular hexagons) की परतों में व्यवस्थित होते हैं। इनके परतों के मध्य क्षीण वॉन्डरवाल्स बल उपस्थित होने के कारण ग्रेफाइट नर्म (Soft) और स्नेहक होता है।

28. निम्न में से किसे शुष्क बर्फ कहते हैं? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002 44th B.P.S.C. (Pre) 2000 43 B.P.S.C. (Pre) 1999 42 B.P.S.C. (Pre) 1998]

Correct Answer: (c) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड
Solution:ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को शुष्क बर्फ या शुष्क हिम कहा जाता है। यह गर्म करने पर सीधे ही गैस में परिवर्तित हो जाता है। इसका उपयोग आइसक्रीम के निर्माण में तथा प्रभावकारी शीतलक के रूप में किया जाता है।

29. निम्नलिखित में से कौन 'सूखा बर्फ' कहलाता है ? [U.P.P.C.S. (Mains) 2014]

Correct Answer: (d) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड
Solution:ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को शुष्क बर्फ या शुष्क हिम कहा जाता है। यह गर्म करने पर सीधे ही गैस में परिवर्तित हो जाता है। इसका उपयोग आइसक्रीम के निर्माण में तथा प्रभावकारी शीतलक के रूप में किया जाता है।

30. रासायनिक रूप में सूखी बर्फ है- [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Mains) 2006 Jharkhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड
Solution:ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को शुष्क बर्फ या शुष्क हिम कहा जाता है। यह गर्म करने पर सीधे ही गैस में परिवर्तित हो जाता है। इसका उपयोग आइसक्रीम के निर्माण में तथा प्रभावकारी शीतलक के रूप में किया जाता है।