कैबिनेट मिशन योजना (1946) (UPPCS)

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11. इन व्यक्तियों में से कैबिनेट मिशन का सदस्य नहीं था? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]

Correct Answer: (a) विलियम वुड
Solution:कैबिनेट मिशन मार्च, 1946 में भारत पहुंचा। इस मिशन के सदस्य स्टैफोर्ड क्रिप्स (अध्यक्ष बोर्ड ऑफ ट्रेड), पैथिक लॉरेंस (भारत राज्य सचिव) और ए.वी. एलेक्जेंडर (नौसेना मंत्री) थे। इसने प्रांतों के लिए त्रिस्तरीय शासन व्यवस्था को सुझाया। प्रांतों के छोटे अथवा बड़े गुट बनाने के अधिकार की पुष्टि की तथा प्रांतों को अ, ब और स तीन श्रेणियों में विभक्त किया।

12. इसका प्रस्ताव मई में आया। इसमें अभी भी भारत को विभाजन मुक्त रखने की आकांक्षा थी जिसका ब्रिटिश प्रांतों से मिलकर बने एक संघीय राज्य का स्वरूप होना था-उपर्युक्त उद्धरण का संबंध है- [I.A.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) कैबिनेट मिशन से
Solution:16 मई, 1946 को कैबिनेट मिशन ने अपने प्रस्तावों की घोषणा की।

ये प्रमुख प्रस्ताव थे-

(1) भारत की एकता बनाई रखी जाए।

(2) मुस्लिम लीग की पाकिस्तान की मांग ठुकरा दी गई।

(3) भारत एक संघ होगा जिसमें ब्रिटिश प्रांत (मुख्य आयुक्तों के प्रांतों सहित) तथा देशी रियासतें शामिल होंगी।

(4) संविधान निर्मात्री संस्था या संविधान सभा का गठन प्रांतीय विधान सभाओं, मुख्य आयुक्तों के प्रांतों तथा देशी रियासतों के प्रतिनिधियों द्वारा किया जाए।

13. कैबिनेट मिशन योजना के विषय में निम्नलिखित में से कौन-सा सही नहीं है? [I.A.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (c) पाकिस्तान की स्वीकृति
Solution:16 मई, 1946 को कैबिनेट मिशन ने अपने प्रस्तावों की घोषणा की।

ये प्रमुख प्रस्ताव थे-

(1) भारत की एकता बनाई रखी जाए।

(2) मुस्लिम लीग की पाकिस्तान की मांग ठुकरा दी गई।

(3) भारत एक संघ होगा जिसमें ब्रिटिश प्रांत (मुख्य आयुक्तों के प्रांतों सहित) तथा देशी रियासतें शामिल होंगी।

(4) संविधान निर्मात्री संस्था या संविधान सभा का गठन प्रांतीय विधान सभाओं, मुख्य आयुक्तों के प्रांतों तथा देशी रियासतों के प्रतिनिधियों द्वारा किया जाए।

14. निम्नलिखित में से किसने वायसराय की एक्जीक्यूटिव काउंसिल के पुनर्गठन का सुझाव दिया, जिसमें वॉर मेंबर सहित सभी विभाग भारतीय नेताओं द्वारा धारण किए जाने थे? [I.A.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) कैबिनेट मिशन, 1946
Solution:कैबिनेट मिशन, 1946 ने वायसराय की एक्जीक्यूटिव काउंसिल का पुनर्गठन कर अंतरिम सरकार के गठन का सुझाव दिया, जिसमें वॉर मेंबर सहित सभी विभाग भारतीय सदस्यों द्वारा धारण किए जाने थे।

15. कैबिनेट मिशन के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2015]

1. इसने एक संघीय सरकार के लिए सिफारिश की।

2. इसने भारतीय न्यायालयों की शक्तियों का विस्तार किया।

3. इसने ICS में और अधिक भारतीयों के लिए उपबंध किया।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

Correct Answer: (a) केवल ।
Solution:कैबिनेट मिशन 24 मार्च, 1946 को दिल्ली पहुंचा और भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों से लंबी बातचीत हुई। चूंकि भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों मुस्लिम लीग तथा कांग्रेस के मध्य भारत की एकता तथा बंटवारे के विषय में समझौता नहीं हो सका; इसलिए शिष्टमंडल ने अपनी ओर से समस्या का हल प्रस्तुत किया। ये प्रस्ताव वायसराय लॉर्ड वेवेल तथा शिष्टमंडल ने एक संयुक्त वक्तव्य में 16 मई, 1946 को प्रकाशित किए। लंबे समय के योजना के रूप में कैबिनेट मिशन (शिष्टमंडल) ने पाकिस्तान की मांग को अस्वीकार कर दिया। कैबिनेट मिशन के अन्य सुझाव निम्नलिखित थे-

1. भारत में ब्रिटिश भारत तथा रियासतों का एक मिला-जुला संघ होना चाहिए जो विदेशी मामले, रक्षा तथा संचार साधनों की देखभाल करे और उनके लिए कर लगा सके।

2. संघ की कार्यकारिणी और विधानमंडल में ब्रिटिश भारत और रियासतों के प्रतिनिधि होने चाहिए।

3. प्रांतों को केंद्रीय विषयों को छोड़कर शेष सभी मामलों में पूर्ण स्वायत्तता प्राप्त हो और शेष शक्तियां उन्हीं के पास हों।

4. प्रांतों को छोटे अथवा बड़े गुट बनाने का अधिकार हो इन गुटों के क्या अधिकार होंगे इसका निर्णय वे स्वयं करेंगे।

5. इसमें प्रांतों को तीन वर्ग अ, ब तथा स में बांटने की बात कही गई। हिंदू बहुसंख्यक प्रांत मद्रास, बंबई, मध्य प्रांत, एवं बरार, संयुक्त प्रांत, बिहार, उड़ीसा 'वर्ग अ' में होंगे। मुस्लिम बहुसंख्यक प्रांत पंजाब, उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत तथा सिंध 'वर्ग ब' में होंगे तथा 'वर्ग स' में बंगाल तथा असम होंगे।

6. मुख्य आयुक्त के प्रांत, दिल्ली, अजमेर-मारवाड़ तथा कुर्ग वर्ग (अ) में तथा ब्लूचिस्तान वर्ग (ब) में सम्मिलित होंगे।

इस प्रस्ताव में न्यायालय की शक्तियों तथा आई.सी.एस. में भारतीयों की संख्या बढ़ाने संबंधी प्रावधान नहीं किए गए थे।

16. कैबिनट मिशन भारत में आया- [Bihar P.C.S. (Pre.) 2016]

Correct Answer: (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
Solution:कैबिनेट मिशन 24 मार्च, 1946 को दिल्ली पहुंचा और भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों से लंबी बातचीत हुई। चूंकि भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों मुस्लिम लीग तथा कांग्रेस के मध्य भारत की एकता तथा बंटवारे के विषय में समझौता नहीं हो सका; इसलिए शिष्टमंडल ने अपनी ओर से समस्या का हल प्रस्तुत किया। ये प्रस्ताव वायसराय लॉर्ड वेवेल तथा शिष्टमंडल ने एक संयुक्त वक्तव्य में 16 मई, 1946 को प्रकाशित किए। लंबे समय के योजना के रूप में कैबिनेट मिशन (शिष्टमंडल) ने पाकिस्तान की मांग को अस्वीकार कर दिया। कैबिनेट मिशन के अन्य सुझाव निम्नलिखित थे-

1. भारत में ब्रिटिश भारत तथा रियासतों का एक मिला-जुला संघ होना चाहिए जो विदेशी मामले, रक्षा तथा संचार साधनों की देखभाल करे और उनके लिए कर लगा सके।

2. संघ की कार्यकारिणी और विधानमंडल में ब्रिटिश भारत और रियासतों के प्रतिनिधि होने चाहिए।

3. प्रांतों को केंद्रीय विषयों को छोड़कर शेष सभी मामलों में पूर्ण स्वायत्तता प्राप्त हो और शेष शक्तियां उन्हीं के पास हों।

4. प्रांतों को छोटे अथवा बड़े गुट बनाने का अधिकार हो इन गुटों के क्या अधिकार होंगे इसका निर्णय वे स्वयं करेंगे।

5. इसमें प्रांतों को तीन वर्ग अ, ब तथा स में बांटने की बात कही गई। हिंदू बहुसंख्यक प्रांत मद्रास, बंबई, मध्य प्रांत, एवं बरार, संयुक्त प्रांत, बिहार, उड़ीसा 'वर्ग अ' में होंगे। मुस्लिम बहुसंख्यक प्रांत पंजाब, उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत तथा सिंध 'वर्ग ब' में होंगे तथा 'वर्ग स' में बंगाल तथा असम होंगे।

6. मुख्य आयुक्त के प्रांत, दिल्ली, अजमेर-मारवाड़ तथा कुर्ग वर्ग (अ) में तथा ब्लूचिस्तान वर्ग (ब) में सम्मिलित होंगे।

इस प्रस्ताव में न्यायालय की शक्तियों तथा आई.सी.एस. में भारतीयों की संख्या बढ़ाने संबंधी प्रावधान नहीं किए गए थे।

17. कैबिनेट मिशन निम्नलिखित में से किसके लिए भारत भेजा गया था? [68th B.P.S.C. (Pre) 2022]

1. एक राष्ट्रीय सरकार की स्थापना के लिए

2. सत्ता के हस्तांतरण के लिए एक सवैधानिक व्यवस्था तैयार करने के लिए

3. पाकिस्तान के लिए जिन्ना की मांग के ब्यौरों पर काम करने के लिए

Correct Answer: (c) केवल 2
Solution:कैबिनेट मिशन को भारत में ब्रिटिश सत्ता के हस्तांतरण के लिए एक संवैधानिक व्यवस्था तैयार करने के लिए भेजा गया था, न कि पाकिस्तान के लिए जिन्ना की मांग के ब्यौरे पर काम करने के लिए और न ही एक राष्ट्रीय सरकार की स्थापना के लिए, अतः बिहार लोक सेवा आयोग ने अपनी प्रारंभिक और संशोधित उत्तर कुंजी दोनों में विकल्प (c) को सत्य माना है।

18. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें एक को कथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है। [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

कथन (A): 1946 में मुस्लिम लीग ने 'कैबिनेट मिशन प्लान' के लिए दी गई अपनी स्वीकृति वापस ले ली थी।

कारण (R): 1946 में गठित अंतरिम सरकार में मुस्लिम लीग शामिल हुई थी।

नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर चुनिए।

कूट :

Correct Answer: (b) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं; परंतु कारण (R) कथन (A) की व्याख्या नहीं है।
Solution:और लीग ने स्वीकार कर लिया। 10 जुलाई, 1946 को जब नेहरू ने यह कहा कि समूहीकरण अनिवार्य नहीं है तथा समूह ब और स के राज्य असम और उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत समूह में शामिल होने से कैबिनेट मिशन प्लान को बहुत अनिच्छा (कांग्रेस प्रांतों के गुट बनाने पर अप्रसन्न थी और लीग पाकिस्तान के न मानने पर) के साथ कांग्रेस इंकार कर सकते हैं। इसके बाद मुस्लिम लीग ने कैबिनेट मिशन प्लान को अस्वीकार कर दिया तथा सीधी कार्यवाही का प्रस्ताव किया। बाद में वायसराय ने कांग्रेस के जवाहरलाल नेहरू को अंतरिम सरकार बनाने का निमंत्रण दिया। इसमें मुस्लिम लीग को भी सम्मिलित होने को कहा गया, जिसे उसने अस्वीकार कर दिया। परंतु बाद में वायसराय के पुनः सुझाव देने पर उसने मुसलमानों के हितों की रक्षा के लिए 13 अक्टूबर, 1946 के प्रस्ताव द्वारा इसमें सम्मिलित होना स्वीकार कर लिया। अतः स्पष्ट है कि कथन और कारण दोनों सत्य हैं; परंतु कारण, कथन की व्याख्या नहीं है।

19. कांग्रेस के निम्नलिखित नेताओं में से कौन एक कैबिनेट मिशन योजना के पक्ष में पूरी तरह से था? [I.A.S. (Pre) 1999 ,U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]

Correct Answer: (a) महात्मा गांधी
Solution:कैबिनेट मिशन योजना के पक्ष में गांधीजी पूरी तरह से थे। इस योजना के संदर्भ में गांधीजी ने कहा-''यह योजना उस समय की परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में सबसे उत्कृष्ट योजना थी, जिसमें ऐसे बीज थे, जिनसे दुःख की मारी भारत भूमि यातना से मुक्त हो सकती थी।”

20. वह कौन-सा कांग्रेस अध्यक्ष था, जिसने क्रिप्स मिशन व लॉर्ड वेवेल दोनों से वार्ताएं कीं ? [47th B.P.S.C. (Pre) 2005]

Correct Answer: (a) अबुल कलाम आजाद
Solution:अबुल कलाम आजाद वर्ष 1940 से 1946 तक कांग्रेस अध्यक्ष रहे। उन्होंने क्रिप्स मिशन (1942 में) तथा लॉर्ड वेवेल (1945 में) दोनों से वार्ताएं कीं।