Solution:कोयले की गुणवत्ता का निर्धारण उसमें निहित कार्बन के अनुपात पर निर्भर करता है। भूगर्भ में दबी वनस्पति से दबाव एवं ताप के कारण सबसे पहले पीट कोयले (25% से कम कार्बन) का निर्माण होता है, उसके उपरांत लिग्नाइट कोयले (25-35% तक कार्बन) फिर बिटुमिनस (45-86%) तथा तत्पश्चात सर्वोत्तम कोटि के कोयले एंथ्रेसाइट (86- 97% तक कार्बन की मात्रा) का निर्माण होता है।लिग्नाइट को निकृष्ट कोटि के कोयले की ही श्रेणी में रखा जाता है। अतः कथन (A) सही है। इंडियन मिनरल्स ईयरबुक, 2021 के अनुसार देश में लिग्नाइट का कुल भूगर्भिक संसाधन लगभग 46.02 बिलियन टन है,
जिसका 79.3% भाग तमिलनाडु में पाया जाता है न कि झारखंड में। वर्ष 2020-21 (P) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में कुल 37.10 मिलियन टन लिग्नाइट का उत्पादन हुआ, जिसमें से तमिलनाडु ने 48 प्रतिशत, गुजरात ने 28 प्रतिशत एवं राजस्थान ने 24 प्रतिशत उत्पादन किया। अतः कारण (R) गलत है।