गंगा संरक्षण

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11. झारखंड राज्य गंगा नदी संरक्षण प्राधिकरण की है। में गठित [J.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (c) 2009
Solution:झारखंड राज्य गंगा नदी संरक्षण प्राधिकरण का गठन वर्ष 2009 में हुआ। गंगा नदी के प्रदूषण के प्रभावी उपशमन और संरक्षण करने हेतु उपाय करने के लिए इस प्राधिकरण का गठन किया गया। राज्य का मुख्यमंत्री इस प्राधिकरण का पदेन अध्यक्ष होता है।

12. गंगा नदी डॉल्फिन की समष्टि में हास के लिए शिकार-चोरी के अलावा और क्या संभव कारण हैं? [I.A.S. (Pre) 2014]

1. नदियों पर बांधों और बराजों का निर्माण

2. नदियों में मगरमच्छों की समष्टि में वृद्धि

3. संयोग से मछली पकड़ने के जालों में फंस जाना

4. नदियों के आस-पास के फसल खेतों में संश्लिष्ट उर्वरकों और अन्य कृषि रसायनों का इस्तेमाल

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

Correct Answer: (c) केवल 1, 3 और 4
Solution:विकल्प 1,3 एवं 4 में दिए गए कारण गंगा नदी डॉल्फिन की संख्या में निरंतर गिरावट के मुख्य कारण हैं। गैंगेटिक डॉल्फिन उन चार फ्रेशवाटर डॉल्फिनों में से एक है, जो पूरे विश्व में पाई जाती हैं। यह भारत में गंगा और ब्रह्मपुत्र तथा उससे जुड़ी नदियों में पाई जाती है। यह ज्यादातर गहरे पानी में और नदियों के मिलान पर पाई जाती है। यह अपना प्राकृतिकवास मगरमच्छ, फ्रेशवाटर कछुओं और आर्द्रभूमि पक्षियों के साथ साझा करती है। IUCN ने इसे रेड लिस्ट में संकटग्रस्त (Endangered) वर्ग में रखा है। ध्यातव्य है कि कई डॉल्फिन संयोग से मछली पकड़ने वाले जाल में फंस जाती हैं। इसे बाई कैच (By Catch) कहते हैं। गंगा नदी डॉल्फिन का वैज्ञानिक नाम प्लाटैनिस्टा गैंगेटिका (Platanista gangetica) है। यह एक स्तनधारी (Mammal) है। वर्ष 1997 में गंगा नदी डॉल्फिन संरक्षण कार्यक्रम आरंभ किया गया था। उल्लेखनीय है कि 5 अक्टूबर, 2009 को केंद्र सरकार द्वारा गंगा नदी डॉल्फिन को भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव (National Aquatic Animal) घोषित किया गया है।