1. कृषि की पारंपरिक पद्धति की तुलना में इसमें बीज की लागत बहुत कम होती है।
2. इसमें च्यवन (ड्रिप) सिंचाई का प्रभावकारी प्रयोग हो सकता है।
3. इसमें रासायनिक/अकार्बनिक उर्वरकों का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं होता है।
4. कृषि की पारंपरिक पद्धति की तुलना में इसमें अंतराशस्यन की ज्यादा गुंजाइश है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
Correct Answer: (b) केवल 1, 2 और 4
Solution:गन्ना उत्पादन के एक व्यावहारिक उपागम जिसे 'धारणीय गन्ना उपक्रमण' अथवा 'सतत् गन्ना पहल' (Sustainable Sugarcane Initiative) पद्धति कहा जाता है, का प्रारंभ भारत में गन्ने की खेती में सुधार हेतु वर्ष 2009 में किया गया था। इस पद्धति का प्रारंभ इकीसैट एवं डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (ICRISAT-WWF) की संयुक्त पहल के रूप में किया गया था। कृषि की पारंपरिक पद्धति की तुलना में इसमें बीज की लागत बहुत कम होती है। इस पद्धति में च्यवन (ड्रिप) सिंचाई का प्रभावकारी प्रयोग हो सकता है तथा कृषि की पारंपरिक पद्धति की तुलना में अंतराशस्यन की ज्यादा गुंजाइश है। इस पद्धति में अकार्बनिक एवं कार्बनिक दोनों रसायनों का प्रयोग किया जा सकता है। अतः कथन (3) में दिया गया तथ्य गलत है।