Correct Answer: (a) सत्य की प्राप्ति का रास्ता
Solution:महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा को अपने सपनों के नवीन समाज का आधार बनाया। गांधी जी कहा करते थे, कि "सत्य और अहिंसा को निरपेक्ष रूप से अंगीकार करना आवश्यक है। अहिंसा मेरे धर्म का सिद्धांत है, वही मेरे कर्म का अंतिम सिद्धांत है। सत्याग्रही का अनिवार्य कर्तव्य है कि वह अहिंसा द्वारा सत्य का साक्षात्कार करने का प्रयत्न करे।"