गुप्तोत्तर काल

Total Questions: 15

11. वल्लभी के मैत्रक वंश के संस्थापक कौन थे? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 3 दिसंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) भटार्क
Solution:मैत्रक राजवंश जिसकी स्थापना लगभग 475 ई. में गुप्तवंश के सेनापति 'भट्टारक' (भटार्क) द्वारा की गई।

12. कंदरिया महादेव (Kandariya Mahadeva) मंदिर का निर्माण 999 ईस्वी में ....... वंश के राजा धंगदेव ने करवाया था। [MTS (T-I) 15 मई, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (d) चंदेल
Solution:कंदारिया (कंदरिया) महादेव मंदिर खजुराहो में स्थित है। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो में चंदेल राजाओं द्वारा निर्मित मंदिर आज भी चंदेल स्थापत्य की उत्कृष्टता का बखान कर रहे हैं। इन मंदिरों का निर्माण मुख्यतः 10वीं-12वीं शताब्दी के मध्य; 950-1050 ई. चंदेलों का मुख्य काल लेकिन पूर्ववर्ती एवं परवर्ती काल में भी निर्माण हुए। यहां के मंदिरों में कंदारिया महादेव मंदिर सर्वोत्तम है।

13. गुर्जर-प्रतिहार, राष्ट्रकूट और पाल वंशों के शासक ....... के ऊपर नियंत्रण को लेकर सदियों तक आपस में लड़ते रहे। [MTS (T-I) 09 मई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) कन्नौज
Solution:गुर्जर-प्रतिहार, राष्ट्रकूट और पाल वंशों के शासक कन्नौज के ऊपर नियंत्रण स्थापित करने को लेकर आपस में लड़ते रहे। हर्ष की मृत्यु के बाद कन्नौज विभिन्न शक्तियों के आकर्षण का केंद्र बन गया। अतः इस पर अधिकार करने हेतु 8वीं सदी की तीन बड़ी शक्तियों पाल, गुर्जर प्रतिहार तथा राष्ट्रकूट के बीच त्रिकोणीय संघर्ष प्रारंभ हो गया, जो आठवीं-नवीं शताब्दी के उत्तर भारत के इतिहास का सर्वाधिक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। इस संघर्ष में अंततः गुर्जर प्रतिहारों को सफलता मिली।

14. पट्टदकल (Pattadakal) में जैन मंदिर का निर्माण ....... वंश द्वारा करवाया गया था। [MTS (T-I) 02 मई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) राष्ट्रकूट
Solution:पट्टदकल (Pattadakal) में जैन मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट वंश द्वारा करवाया गया था। जैन नारायण मंदिर का निर्माण 9वीं शताब्दी में राष्ट्रकूटो द्वारा किया गया था। यह हिंदू मंदिरों की तुलना में अलंकरण में अधिक सादा है

15. मध्य प्रदेश राज्य में ग्यारहवी शताब्दी की भोजशाला की संरचना का निर्माण किस राजवंश के संरक्षण में किया गया है? [Phase-XI 27 जून, 2023 (IV-पाली)]

Correct Answer: (b) परमार
Solution:ग्यारहवीं शताब्दी में परमार वंश के राजा, राजा भोज द्वारा भोजशाला मंदिर मध्य प्रदेश के धार जिले में निर्मित कराया गया था।