गुप्त से हर्ष काल तक भारत की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक दशा (Part-I)

Total Questions: 50

1. सूची I को सूची II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-

सूची I (राजवंश) सूची II (शासन काल)
A. गुप्त 1. लगभग 137 साल
B. मौर्य 2. लगभग 200 साल
C. पल्लव 3. लगभग 600 साल
D. चालुक्य 4. लगभग 400 साल

 

(A)

(B)

(C)

(D)

(a)

2

1

3

4

(b)

1

2

3

4

(c)

3

1

4

2

(d)

2

4

1

3

Correct Answer: (a)
Solution:विकल्प में दिए गए राजवंश और शासन काल का सुमेलन निम्नानुसार है-
(राजवंश)  (शासनकाल)
गुप्त लगभग 200 साल
मौर्य लगभग 137 साल
पल्लव लगभग 600 साल
चालुक्य लगभग 400 साल

2. गुप्त वंश ने किस अवधि में शासन किया था?

Correct Answer: (a) 275-500 ई.
Solution:गुप्त वंश ने लगभग 275 से 500 ई. तक शासन किया था। इस वंश की स्थापना लगभग 275 ई. में श्रीगुप्त द्वारा की गई थी, किंतु गुप्त वंश का प्रथम शक्तिशाली शासक चंद्रगुप्त-I था।

3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

1. गुप्तकाल में प्रांतों का विभाजन उत्तर में 'भुक्ति' नाम से किया गया था।

2. प्रांतों का विभाजन दक्षिण में 'मंडल' अथवा 'मंडलम्' कहा जाता था।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

 

Correct Answer: (d) 1 और 2
Solution:गुप्तकाल में पहले की तरह ही राज्य को प्रशासनिक सुविधा के लिए कई प्रांतों में विभाजित किया जाता था। उन्हें उत्तर में 'भुक्ति' तथा दक्षिण में 'मंडल' अथवा 'मंडलम्' कहा जाता था।"

4. गुप्तकाल में आधुनिक तहसीलों को किस नाम से जाना जाता था ?

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Solution:गुप्तकाल में आधुनिक तहसीलों को उत्तर भारत में 'वीथि' और दक्षिण भारत में 'पहल' तथा 'कुर्रम' के नाम से जाना जाता था।

5. निम्नलिखित इकाइयों को कूट की सहायता से उनके बढ़ते हुए क्रम में लगाइए-

1. वीथि

2. ग्राम

3. भुक्ति

4. विषय

 

Correct Answer: (a) 2, 1, 4, 3
Solution:गुप्तकाल में राज्य का विभाजन कई भुक्तियों अर्थात प्रांतों में हुआ था, भुक्तियों का विभाजन कई विषयों/जिलों में किया गया था, जिलों का विभाजन कई वीथियों में किया गया था तथा वीथियों का विभाजन कई ग्रामों में हुआ था। अतः बढ़ता हुआ क्रम इस प्रकार होगा- ग्राम-वीथि-विषय-भुक्ति

6. गुप्तकाल में 'उपरिक' किस क्षेत्रीय इकाई का प्रशासक होता था?

Correct Answer: (c) भुक्ति
Solution:गुप्तकाल में भुक्ति का प्रशासन 'उपरिक' द्वारा चलाया जाता था। इसकी नियुक्ति राजा द्वारा की जाती थी, बाद में यह विषय के प्रभारी अधिकारी की नियुक्ति करता था।

7. 'सार्थवाह' शब्द का प्रयोग किस हेतु किया गया है?

Correct Answer: (b) व्यापारियों के गिल्ड-प्रमुख के लिए
Solution:सार्थवाह' शब्द का प्रयोग व्यापारियों के गिल्ड-प्रमुख के लिए किया जाता था, जो कि विभिन्न व्यापारिक समुदायों का प्रतिनिधित्व करता था।

8. निम्नलिखित में से प्रांतों का उप-विभाजन किस नाम से किया गया था?

Correct Answer: (b) भोग व कोट्टम
Solution:राज्यों को प्रशासनिक सुविधा के अनुसार प्रांतों में तथा प्रांतों को पुनः 'भोग' और 'कोट्टम' में विभाजित किया गया था, जबकि उत्तर में प्रांतों का उप-विभाजन विषय अथवा भोग के रूप में था और दक्षिण में प्रांतों का उप-विभाजन कोट्टम अथवा वलनाडु के रूप में था।

9. निम्नलिखित में से गुप्तकाल में किस निकाय हेतु 'अधिष्ठानाधिकरण' शब्द का प्रयोग किया गया है?

Correct Answer: (b) प्रतिलिपिक निकाय हेतु
Solution:प्रथम कायस्थ (मुख्य प्रतिलिपिक) जो कायस्थ अथवा आधुनिक समय के मुख्य सचिव जैसे- सरकारी पदाधिकारियों का प्रतिनिधित्व करता था इस निकाय को 'अधिष्ठानाधिकरण' कहा जाता था।

10. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

1. संधिविग्राहिक उच्चपदस्थ अधिकारियों का समूह था।

2. कुमारामात्य - शांति और युद्ध का मंत्री अर्थात आधुनिक विदेश मंत्री था।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

 

Correct Answer: (c) न तो 1, न ही 2
Solution:गुप्त राजाओं द्वारा निर्मित अधिकारियों के दो वर्ग थे- संधिविग्राहिक- शांति और युद्ध का मंत्री अर्थात आधुनिक विदेश मंत्री तथा कुमारामात्य- उच्चपदस्थ अधिकारियों का समूह। अतः दोनों कथन गलत हैं।