छठी शती ई.पू.-राजनीतिक दशा (UPPCS)

Total Questions: 58

1. भारत के प्राचीनतम प्राप्त सिक्के - [U.P.P.S.C. (GIC) 2010]

Correct Answer: (d) चांदी के थे
Solution:भारत के प्राचीनतम प्राप्त सिक्के आहत सिक्के या पंचमार्क सिक्के थे, जो मुख्यतः चांदी के बने थे। इनके ऊपर ठप्पा देकर निशान बनाए जाते थे; इसीलिए इन्हें 'आहत सिक्के' या 'पंचमार्क सिक्के' कहा जाता है।

2. निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? [U.P. R.O/A.R.O. (Mains) 2017]

Correct Answer: (b) कोशल-अहिच्छत्र
Solution:कोशल महाजनपद की राजधानी साकेत तथा श्रावस्ती थी। उत्तरी पांचाल की राजधानी अहिच्छत्र और दक्षिणी पांचाल की राजधानी काम्पिल्य थी। शेष सभी विकल्प सही सुमेलित हैं।

3. सूची-I तथा सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर चुनिए- [U.P.P.C.S. (Pre) 2000 & U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2004]

सूची-I (राजा)सूची-II (राज्य)
A. प्रद्योत1.मगध
B. उदयन2.वत्स
C.प्रसेनजित3.अवंति
D.अजातशत्रु4.कोसल
Correct Answer: (c) A-3, B-2, C-4, D-1
Solution:सूची-I और सूची-II से सही सुमेलन है-
सूची-I (राजा)सूची-II (राज्य)
प्रद्योतअवंति
उदयनवत्स
प्रसेनजितकोसल
अजातशत्रुमगध

4. चंड-प्रद्योत किस प्राचीन गणराज्य के राजा थे? [M.P.P.C.S. (Pre) 2019]

Correct Answer: (c) अवंति
Solution:'चंड-प्रद्योत' अवंति का शासक था। बुद्ध काल में अवंति की राजधानी उज्जयिनी/माहिष्मती थी। बिंबिसार के समय में मगध के साथ चंड-प्रद्योत का संबंध मैत्रीपूर्ण था। एक बार प्रद्योत के पाण्डुरोग से ग्रसित होने पर बिंबिसार ने अपने राजवैद्य जीवक को उसके उपचार हेतु भेजा था। अवंति छठी शताब्दी ई. पू. का प्रमुख राजतंत्रात्मक महाजनपद था, जबकि मूल प्रश्न में गणराज्य का उल्लेख हुआ है जो कि त्रुटिपूर्ण है।

5. अभिलेखीय साक्ष्य से प्रकट होता है कि नंद राजा के आदेश से एक नहर खोदी गई थी- [U.P.P.C.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) कलिंग में
Solution:खारवेल के हाथीगुम्फा अभिलेख से नंद राजा महापद्मनंद की कलिंग विजय सूचित होती है। इसके अनुसार, नंद राजा जिनसेन की एक प्रतिमा उठा ले गया तथा उसने कलिंग में एक नहर का निर्माण करवाया था।

6. उज्जैन का प्राचीन काल में नाम क्या था? [M.P.P.C.S. (Pre) 1993 & U.P.P.C.S. (Pre) 2009]

Correct Answer: (c) अवंतिका
Solution:मध्य प्रदेश में स्थित उज्जैन को भारत के प्राचीन ऐतिहासिक नगरों में गिना जाता है। यह 16 महाजनपदों में से एक अवंति की दो राजधानियों में से एक थी। उत्तरी अवंति की राजधानी उज्जयिनी तथा दक्षिणी अवंति की राजधानी माहिष्मती थी। पुराणों में उज्जैन को अवंतिका भी कहा गया है।

7. निम्नलिखित मानचित्र में प्राचीन भारत में पाए जाने वाले सोलह महाजनपदों में से चार दर्शाए गए हैं- [I.A.S. (Pre) 1997]

क्रमशः A, B, C, D द्वारा अंकित स्थल कौन-से हैं?

 

Correct Answer: (c) मत्स्य, अवंति, वत्स, अंग
Solution:प्रश्नगत मानचित्र में A, B, C, D से क्रमशः मत्स्य, अवंति, वत्स तथा अंग महाजनपद दर्शाए गए हैं। मत्स्य महाजनपद राजस्थान प्रांत के जयपुर, अलवर तथा भरतपुर जिलों के निकटवर्ती क्षेत्रों में बसा था। इसकी राजधानी विराटनगर थी। पश्चिमी तथा मध्य मालवा के क्षेत्र में अवंति महाजनपद बसा हुआ था। इसके दो भाग थे-उत्तरी अवंति (राजधानी-उज्जयिनी) तथा दक्षिणी अवंति (राजधानी-माहिष्मती)। आधुनिक प्रयागराज तथा कौशाम्बी जिले प्राचीन काल में वत्स महाजनपद का निर्माण करते थे, कौशाम्बी इसकी राजधानी थी। बिहार के वर्तमान भागलपुर तथा मुंगेर के जिले अंग महाजनपद के अंतर्गत थे, चंपा इसकी राजधानी थी।

8. प्राचीन नगर, जो महाभारत और महाभाष्य दोनों में उल्लेखित है- [R.A.S./R.T.S (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) विराटनगर (बैराठ)
Solution:मध्यमिका (नगरी) राजस्थान, भारत में चित्तौड़गढ़ के निकट एक प्राचीन नगर था। इसका उल्लेख महाभारत और महाभाष्य दोनों में है। विराटनगर (बैराठ) राजस्थान के जयपुर में स्थित है। महाभारत काल में पांडवों ने अपना अज्ञातवास यहां व्यतीत किया था। इसका भी उल्लेख महाभारत एवं महाभाष्य में मिलता है।

9. पाटलिपुत्र के संस्थापक थे- [48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (a) उदयिन
Solution:पाटलिपुत्र की स्थापना अजातशत्रु ने गंगा और सोन नदी के संगम पर पाटलिग्राम में एक किला बनाकर की थी। उदयिन ने मगध साम्राज्य की राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित की थी। बिहार लोक सेवा आयोग ने इसका उत्तर विकल्प (a) को माना है जो कि त्रुटिपूर्ण है।

10. 'मगध साम्राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र' के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (b) पाटलिपुत्र उत्तर में गंगा नदी से एवं पश्चिम में सोन नदी से घिरा हुआ था।
Solution:प्राचीन पाटलिपुत्र (आधुनिक पटना) उत्तर में गंगा तथा पश्चिम में सोन नदी से घिरा हुआ था।