छठी शती ई.पू.-राजनीतिक दशा (UPPCS)

Total Questions: 58

41. राजकुमार जो अपने पिता की मृत्यु के लिए उत्तरदायी था- [U.P.P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (a) अजातशत्रु
Solution:मगध का शासक अजातशत्रु (492-460 ई.पू.) अपने पिता हर्यक वंश के संस्थापक बिंबिसार की हत्या कर राजगद्दी पर बैठा था। इसकी हत्या भी इसके पुत्र उदयिन (कौशाम्बी के वत्स राजा उदयन से भिन्न) ने कर दी थी।

42. किसने मगध साम्राज्य में वज्जि गणसंघ को हराकर - आत्मसात किया? [Jharkhand P.S.C. (Mains) 2016]

Correct Answer: (d) अजातशत्रु
Solution:वैशाली वज्जि संघ का प्रमुख गणराज्य था। यहां के शासक लिच्छवी थे। बिंबिसार के समय से ही मगध एवं वज्जि संघ में मनमुटाव था, जो अजातशत्रु के समय संघर्ष में बदल गया। निरयावलि सूत्र से ज्ञात होता है कि उस समय लिच्छवी गण का प्रधान चेटक था। उसने 9 लिच्छवियों, 9 मल्लों तथा 18 गणराज्यों (काशी-कोशल के) को एकत्र करके मगध नरेश के विरुद्ध एक सम्मिलित मोर्चा तैयार किया। भगवती सूत्र से ज्ञात होता है कि अजातशत्रु इन सबका विजेता था। अजातशत्रु ने कूटनीति से काम लिया। पाटलिग्राम में उसने सुदृढ़ दुर्ग का निर्माण करवाया। तत्पश्चात उसने अपने मंत्री वस्सकार को भेजकर वज्जि संघ में फूट डलवा दी। फलस्वरूप वे परस्पर लड़ने लगे और उनका संगठन कमजोर हो गया। अंततोगत्वा अजातशत्रु ने आक्रमण करके लिच्छवियों को पराजित किया और उनका भू-भाग मगध साम्राज्य में मिला लिया।

43. मालवा क्षेत्र पर मगध की सत्ता का विस्तार निम्न में से किसके शासनकाल में हुआ था? [U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) शिशुनाग के
Solution:पुराणों के अनुसार, मगध नरेश शिशुनाग ने अवंति (मालवा क्षेत्र) को जीतकर मगध साम्राज्य में मिला लिया था।

44. मगध में नंद वंश का संस्थापक कौन था? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) महापद्मनंद
Solution:मगध पर शिशुनाग वंश के पश्चात नंद वंश का वर्चस्व स्थापित हुआ। नंद वंश का संस्थापक महापद्मनंद अथवा उग्रसेन था। पुराणों में 'महापद्मनंद' को 'सर्वक्षत्रांतक' और 'अपरोपरशुराम' कहा गया है।

45. मगध का कौन-सा सम्राट 'अपरोपरशुराम' के नाम से जाना जाता है? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) महापद्मनंद
Solution:मगध पर शिशुनाग वंश के पश्चात नंद वंश का वर्चस्व स्थापित हुआ। नंद वंश का संस्थापक महापद्मनंद अथवा उग्रसेन था। पुराणों में 'महापद्मनंद' को 'सर्वक्षत्रांतक' और 'अपरोपरशुराम' कहा गया है।

46. वाराणसी को निम्नलिखित में से किसने अपनी द्वितीय राजधानी बनाया था? [U.P. G.I.C. प्रवक्ता, 2007]

Correct Answer: (d) शिशुनाग
Solution:छठी शताब्दी ई.पू. में वाराणसी काशी महाजनपद की राजधानी थी, जिसे हर्यंक वंश के शासक बिंबिसार ने कोशल नरेश प्रसेनजित की बहन महाकोशला के साथ विवाह करके दहेज के रूप में प्राप्त किया था। इसी प्रकार अजातशत्रु के समय प्रसेनजित ने अपनी पुत्री वाजिरा का विवाह अजातशत्रु से करके काशी के ऊपर उसका अधिकार स्वीकार कर लिया था। कालांतर में शिशुनाग ने जब वैशाली को अपनी राजधानी बनाई, तो उसने अपने पुत्र को वाराणसी का उप-राजा नियुक्त किया था। अतः दिए गए विकल्पों में यह स्पष्ट नहीं है कि वाराणसी को अपनी दूसरी राजधानी किसने बनाया था। उल्लेखनीय है कि उ.प्र. लोक सेवा आयोग ने इस प्रश्न का उत्तर शिशुनाग माना है।

47. नंद वंश के पश्चात मगध पर किस राजवंश ने शासन किया? [44th B.P.S.C. (Pre) 2000]

Correct Answer: (a) मौर्य
Solution:मगध के नंद वंश की स्थापना शिशुनाग वंश का अंत करके की गई थी। नंद वंश में कुल 9 राजा हुए थे। नंद वंश के अंतिम काल में जनता से बलपूर्वक धन वसूलने तथा छोटी-छोटी वस्तुओं पर भारी कर लगाने के कारण जनता शासकों के विरुद्ध हो गई और चारों ओर घृणा एवं असंतोष का वातावरण व्याप्त हो गया। इसी का लाभ उठाकर चंद्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य के सहयोग से धनानंद की हत्या कर नंद वंश का अंत कर दिया। इस प्रकार नंद वंश के तत्काल पश्चात मगध पर मौर्य वंश का शासन स्थापित हुआ। उसके उपरांत शुंग, कण्व, गुप्त आदि ने शासन किया। प्रश्नानुसार निकटतम सही उत्तर विकल्प (a) है।

48. राजा नंद का उल्लेख करने वाला अभिलेखीय प्रमाण है- [U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Mains) 2010]

Correct Answer: (a) खारवेल का हाथीगुम्फा अभिलेख
Solution:कलिंग के चेदि वंश का सबसे प्रतापी शासक खारवेल था। इसके विषय में जानकारी का प्रमुख स्रोत इसका हाथीगुम्फा अभिलेख है। नंद वंशीय शासक महापद्मनंद द्वारा कलिंग में नहर खुदवाए जाने का उल्लेख इस अभिलेख में किया गया है; अर्थात यह नहरों की जानकारी देने वाला प्रथम अभिलेखीय साक्ष्य है।

49. निम्नलिखित मगध राजवंशों को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए- [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2008]

1. नंद वंश

2. शुंग वंश

3. मौर्य वंश

4. हर्यक वंश

उत्तर निम्न कूटों में से चुनिए-

Correct Answer: (b) 4, 1, 3 एवं 2
Solution:विकल्प में दिए गए राजवंशों का क्रम इस प्रकार है-
वंशशासनकाल
हर्यक वंश544 ई.पू. - 412 ई.पू.
नंद वंश344 ई.पू. - 321 ई.पू.
मौर्य वंश321 ई.पू. - 184 ई.पू.
शुंग वंश184 ई.पू. - 75 ई.पू.

50. गौतम बुद्ध के समय का प्रसिद्ध वैद्य जीवक जिसके दरबार से संबंधित था? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]

Correct Answer: (a) बिंबिसार
Solution:गौतम बुद्ध के समय का प्रसिद्ध वैद्य जीवक बिंबिसार के दरबार से संबंधित था। बिंबिसार ने अपने राजवैद्य जीवक को अवंति नरेश चंड प्रद्योत के राज्य में चिकित्सा सेवा के लिए भेजा था।