तुगलक वंश (UPPCS)

Total Questions: 44

21. दिल्ली के किस मुस्लिम शासक के निधन पर एक इतिहासकार ने कहा, "राजा को प्रजा से मुक्ति मिली व उन्हें राजा से"? [M.P. P.C.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (b) मुहम्मद बिन तुगलक
Solution:मुहम्मद बिन तुगलक जब दौलताबाद में था तभी तागी (Taghi) के नेतृत्व में गुजरात में एक विद्रोह हुआ। सुल्तान स्वयं इस विद्रोह को दबाने के लिए गुजरात गया। तागी पराजित हुआ और भागकर सिंध चला गया। सुल्तान गुजरात में शांति-व्यवस्था स्थापित कर तागी को समाप्त करने के लिए सिंध की ओर रवाना हुआ। मार्ग में ही सुल्तान बीमार पड़ा और थट्टा के निकट 20 मार्च, 1351 को उसकी मृत्यु हो गई। उसके निधन पर बदायूंनी ने लिखा है, "सुल्तान को उसकी प्रजा से और प्रजा को अपने सुल्तान से मुक्ति मिल गई।"

22. इतिहासकार बदायूंनी ने किसकी मृत्यु पर कहा था कि "सुल्तान को अपनी प्रजा से और प्रजा को सुल्तान से मुक्ति मिल गई"? [I.A.S. (Pre) 1999 & U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]

Correct Answer: (d) मुहम्मद बिन तुगलक
Solution:मुहम्मद बिन तुगलक जब दौलताबाद में था तभी तागी (Taghi) के नेतृत्व में गुजरात में एक विद्रोह हुआ। सुल्तान स्वयं इस विद्रोह को दबाने के लिए गुजरात गया। तागी पराजित हुआ और भागकर सिंध चला गया। सुल्तान गुजरात में शांति-व्यवस्था स्थापित कर तागी को समाप्त करने के लिए सिंध की ओर रवाना हुआ। मार्ग में ही सुल्तान बीमार पड़ा और थट्टा के निकट 20 मार्च, 1351 को उसकी मृत्यु हो गई। उसके निधन पर बदायूंनी ने लिखा है, "सुल्तान को उसकी प्रजा से और प्रजा को अपने सुल्तान से मुक्ति मिल गई।"

23. निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने बेरोजगारों को रोजगार दिलवाया? [45th B.P.S.C. (Pre) 2001]

Correct Answer: (c) फिरोज तुगलक
Solution:फिरोज शाह तुगलक ने सामान्य लोगों की भलाई के लिए कुछ उपकार के कार्य किए। नियुक्ति के लिए एक दफ्तर (रोजगार दफ्तर) खोलकर तथा प्रत्येक मनुष्य के गुण एवं योग्यता की पूरी जांच-पड़ताल के बाद यथासंभव अधिक-से-अधिक लोगों को नियुक्ति देकर उसने बेकारी (वरोजगारी) की समस्या को हल करने का प्रयास किया।

24. बेरोजगारों के सहायतार्थ, दिल्ली के निम्नलिखित सुल्तानों में से किसने 'रोजगार कार्यालय' की स्थापना की थी? [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2010 & U.P.U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Mains) 2010]

Correct Answer: (d) फिरोज शाह तुगलक ने
Solution:फिरोज शाह तुगलक ने सामान्य लोगों की भलाई के लिए कुछ उपकार के कार्य किए। नियुक्ति के लिए एक दफ्तर (रोजगार दफ्तर) खोलकर तथा प्रत्येक मनुष्य के गुण एवं योग्यता की पूरी जांच-पड़ताल के बाद यथासंभव अधिक-से-अधिक लोगों को नियुक्ति देकर उसने बेकारी (वरोजगारी) की समस्या को हल करने का प्रयास किया।

25. दिल्ली का सुल्तान जो दान-दक्षिणा के बारे में काफी ध्यान रखता था और इसके लिए एक विभाग 'दीवान-ए-खैरात' स्थापित किया, वह था- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (b) फिरोज तुगलक
Solution:फिरोज शाह तुगलक संतों एवं धार्मिक व्यक्तियों को जागीर एवं संपत्ति दान करता था। उसने एक विभाग 'दीवान-ए-खैरात' स्थापित किया था, जो गरीब मुसलमानों, अनाथ स्त्रियों एवं विधवाओं को आर्थिक सहायता देता था और निर्धन मुसलमान लड़कियों के विवाह की व्यवस्था करता था।

26. निम्नलिखित में से किस सुल्तान के दरबार में सबसे अधिक गुलाम थे? [45th B.P.S.C. (Pre) 2001]

Correct Answer: (d) फिरोज तुगलक
Solution:फिरोज शाह तुगलक को दासों का बहुत शौक था। उसके दासों की संख्या संभवतः एक लाख अस्सी हजार तक पहुंच गई थी। उनकी देखभाल के लिए एक पृथक विभाग ('दीवान-ए-बंदगान') का गठन किया गया था। उन दासों की शिक्षा का पूर्ण ध्यान रखा जाता था।

27. मध्यकालीन भारतीय राजाओं के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है? [I.A.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (d) फिरोज तुगलक ने गुलामों का एक अलग विभाग स्थापित किया
Solution:(i) मंगोलों से मुकाबला करने के लिए बलबन ने एक सैन्य विभाग 'दीवान-ए-अर्ज' की स्थापना की थी। बलबन ने अपना सेना मंत्री (दीवान-ए-अर्ज) इमाद-उल-मुल्क को बनाया था, जो अत्यंत ईमानदार और परिश्रमी व्यक्ति था। बलबन ने उसे वजीर के आर्थिक नियंत्रण से मुक्त रखा ताकि उसे धन की कमी न हो। बलबन की सेना की अच्छी व्यवस्था का बहुत अधिक श्रेय इमाद-उल-मुल्क को है।

(ii) घोड़ों को दागने की प्रथा बलबन ने नहीं, बल्कि अलाउद्दीन खिलजी ने शुरू की थी।

(iii) मुहम्मद तुगलक के बाद उसका चचेरा भाई फिरोज तुगलक (1351-1388 ई.) गद्दी पर बैठा।

(iv) फिरोज शाह तुगलक ने गुलामों के लिए एक अलग विभाग 'दीवान- ए-बंदगान' की स्थापना की। फिरोज दासों का बहुत शौकीन था। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।

28. सर्वप्रथम लोक निर्माण विभाग की स्थापना की थी- [U.P. P.C.S. (Pre) 2000 & U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]

Correct Answer: (d) फिरोज शाह तुगलक ने
Solution:सल्तनत काल में सर्वप्रथम फिरोज शाह तुगलक ने ही लोक निर्माण विभाग की स्थापना की थी। कहा जाता है कि फिरोज ने 300 नवीन नगरों का निर्माण कराया। उसके द्वारा बसाए नगरों में फतेहाबाद, हिसार, फिरोजपुर, जौनपुर, फिरोजाबाद आदि प्रमुख थे। अपने बंगाल अभियान के दौरान उसने इकदला का नया नाम आजादपुर तथा पंडुआ का नया नाम फिरोजाबाद रखा। उसके राज्य का मुख्य वास्तुकार (Architect) मलिक गाजी शहना था। प्रत्येक भवन की योजना को उसके व्यय अनुमान के साथ 'दीवान-ए-विजारत' के सम्मुख रखा जाता था, तभी उस पर धन स्वीकार किया जा सकता था।

29. दिल्ली का जो सुल्तान भारत में नहरों के सबसे बड़े जाल का निर्माण करने के लिए प्रसिद्ध है, वह था- [I.A.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (c) फिरोज शाह तुगलक
Solution:फिरोज तुगलक का शासनकाल भारत में नहरों के सबसे बड़े जाल का निर्माण करने के कारण प्रसिद्ध रहा। सिंचाई की सुविधा के लिए उसने पांच बड़ी नहरों का निर्माण कराया। फिरोज तुगलक उलेमा वर्ग की स्वीकृति के पश्चात 'हक्क-ए-शर्ब' नामक सिंचाई कर लगाने वाला दिल्ली का प्रथम सुल्तान था। उन किसानों को, जो सिंचाई के लिए शाही नहरों का पानी प्रयोग में लाते थे, अपनी पैदावार का 1/10 भाग अतिरिक्त कर के रूप में देना पड़ता था।

30. दिल्ली के किस सुल्तान ने सबसे ज्यादा नहरों का निर्माण किया था? [65th B.P.S.C. (Pre) 2019]

Correct Answer: (a) फिरोज शाह तुगलक
Solution:फिरोज तुगलक का शासनकाल भारत में नहरों के सबसे बड़े जाल का निर्माण करने के कारण प्रसिद्ध रहा। सिंचाई की सुविधा के लिए उसने पांच बड़ी नहरों का निर्माण कराया। फिरोज तुगलक उलेमा वर्ग की स्वीकृति के पश्चात 'हक्क-ए-शर्ब' नामक सिंचाई कर लगाने वाला दिल्ली का प्रथम सुल्तान था। उन किसानों को, जो सिंचाई के लिए शाही नहरों का पानी प्रयोग में लाते थे, अपनी पैदावार का 1/10 भाग अतिरिक्त कर के रूप में देना पड़ता था।