Solution:I. इन ग्रंथों को कवियों के सम्मेलनों में रचा और संकलित किया जाता था। (सही) तमिल किंवदंतियों के अनुसार, तीन संगम (सभाएं या सम्मेलन) आयोजित किए गए थे।II. संगम साहित्य को मदुरै शहर में आयोजित किए गए कवियों के सम्मेलनों में संकलित किया गया था। (सही) अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण तीसरा संगम मदुरै शहर में आयोजित किया गया था, जहाँ अधिकांश उपलब्ध संगम साहित्य संकलित किया गया।
संगम साहित्य में आगम और पुरानम श्रेणियाँ:
- आगम कविताएँ व्यक्तिगत प्रेम, भावनात्मक अनुभवों और संबंधों के विषयों का पता लगाती है, अक्सर व्यक्तियों के अंतरंग जीवन पर ध्यान केंद्रित करती है।
- इसके विपरीत, पुरानम कविताएँ बाहरी विषयों जैसे वीरता, राजत्व और युद्ध पर ध्यान केंद्रित करती है, जो एक अधिक सार्वजनिक और सामाजिक परिप्रेक्ष्य प्रदान करती है।
तिरुक्कुरल का महत्वः
- तिरुक्कुरल का महत्व इसकी सार्वभौमिक नैतिक शिक्षाओं में है, जो ईमानदारी, दया और बुद्धि जैसे गुणों को संबोधित करती है, जिससे यह संस्कृतियों और युगों में लागू होता है। इसके दो मुख्य भाग,
- आराम (गुण) और पोरुल (धन), नैतिकता, शासन और प्रेम को शामिल करते हैं।