दक्षिण भारत

Total Questions: 20

1. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन संगम साहित्य के संदर्भ में सही है? [CGL (T-I) 13 दिसंबर, 2022 (I-पाली)]

I. इन ग्रंथों को कवियों के सम्मेलनों में रचा और संकलित किया जाता था।

II. संगम साहित्य को मदुरै शहर में आयोजित किए गए कवियों के सम्मेलनों में संकलित किया गया था।

Correct Answer: (c) I तथा II दोनों
Solution:संगम साहित्य तमिल भाषा में रचित तमिल साहित्य का सबसे प्राचीन उपलब्ध अंश है। संगम साहित्य को मदुरै शहर में आयोजित किए गए कवियों के सम्मेलनों में संकलित किया गया था। संगम युग में दक्षिण भारत में पांड्य राजाओं के संरक्षण में तीन संगम अयोजित किए गए थे, जिनमें ग्रंथों को कवियों के सम्मेलनों में रचा और संकलित किया गया। अतः स्पष्ट है कि कथन । एवं II दोनों संगम साहित्य के संदर्भ में सही हैं।

2. चोल (Chola), चेर (Chera) और पांड्य (Pandyas) राजवंश भारत के किस प्राचीन काल के शासक थे? [MTS (T-I) 15 जून, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (d) संगम काल
Solution:चोल (Chola), चेर (Chera) और पांड्य (Pandyas) राजवंश भारत के संगम काल के शासक थे। यद्यपि इसे तमिल संगम काल भी कहा जाता है। यह दक्षिण भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण काल था। संगम काल के दौरान तीन राजवंशो चेर, चोल और पांड्य ने तमिल राष्ट्र पर शासन किया।

3. संगम राज्य 'पांड्य' की राजधानी ....... थी। [MTS (T-I) 09 मई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) मदुरै
Solution:पांड्य राज्य की राजधानी 'मदुरै' थी। पांड्य साम्राज्य तमिलनाडु के दक्षिण भाग में स्थित था जिसकी राजधानी मदुरै में थी, जिसे 'मंदिरों का शहर' भी कहा जाता था। पांड्य राजा कला, धर्म और व्यापार के संरक्षण के लिए जाने जाते थे।

4. संगम कविताओं में एक तमिल शब्द 'मुवेन्दार' (Muvendar) की चर्चा मिलती है जिसका अर्थ ...... है। [MTS (T-I) 13 जून, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) तीन मुखिया
Solution:संगम कविताओं में एक तमिल शब्द मुवेन्दार (Muvendar) का उल्लेख मिलता है, जिसका अर्थ तीन प्रमुख या तीन मुखिया से है। इस शब्द का उपयोग तीन शासक परिवारों चोलों, चेरों और पांड्‌यों के लिए प्रयोग किया जाता है। इन तीनों राजवंशों के द्वारा तमिल लोगों का एकीकरण तथा उन्हें एक राजनीतिक पहचान मिली।

5. चोल साम्राज्य (राजवंश) की स्थापना किसने की थी? [CHSL (T-I) 03 अगस्त, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) विजयालय
Solution:चोल साम्राज्य की स्थापना विजयालय ने की थी, जो आरंभ में पल्लवों का एक सामंती सरदार था। उसने 850 ई. में तंजौर (वर्तमान तंजावुर) को अपने अधिकार में कर लिया। इस समय पल्लवों एवं पांड्यों में निरंतर संघर्ष चल रहा था। पांड्यों की निर्बल स्थिति का लाभ उठाकर विजयालय ने तंजौर पर अधिकार जमा लिया तथा वहां उसने दुर्गा देवी का एक मंदिर बनवाया। विजयालय ने लगभग 870/871 ई. तक राज किया।

6. चोल प्रशासन में, ....... गांवों में सदन होती थी जो मुख्य रूप से ब्राह्मणों द्वारा बसाई गई थी। [CGL (T-I) 14 जुलाई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) सभा
Solution:चोल प्रशासन में सभा गांवों के सदन होती थी जो मुख्य रूप से ब्राह्मणों द्वारा बसाई गई थी। चोलों के अधीन ग्राम प्रशासन में ग्राम सभा की कार्यकारिणी समितियों की कार्यप्रणाली का विस्तृत विवरण हम उत्तरमेरूर से प्राप्त लेखों के माध्यम से प्राप्त करते हैं। प्रत्येक आम में अपनी सभा होती थी, जो प्रायः केंद्रीय नियंत्रण से मुक्त होकर स्वतंत्र रूप से ग्राम शासन का संचालन करती थी।

7. सभा और उर, दो प्रकार की ग्राम सभाओं का उल्लेख निम्नलिखित में से किस राजवंश में है? [CGL (T-I) 20 जुलाई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) चोल
Solution:सभा और उर दो प्रकार की ग्राम सभाएं थीं जिनका उल्लेख चोल राजवंश में किया गया है। सभा श्रेष्ठ लोगों की एक सभा थी जो गांव के लिए निर्णय लेती थी, जबकि उर आम लोगों की एक सभा थी जो विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और बहस करती थी।

8. तंजौर का राजराजेश्वर मंदिर किस वंश के शासक ने बनवाया था? [CHSL (T-I) 02 अगस्त, 2023 (II-पाली), MTS (T-I) 01 सितंबर, 2023 (II-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 23 नवंबर, 2023 (1-पाली), MTS (T-I) 04 मई, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (b) चोल
Solution:तंजौर का राजराजेश्वर मंदिर चोल वंश के शासक राजराज-I ने बनवाया था। चोल स्थापत्य के उत्कृष्ट नमूने तंजौर (वर्तमान तंजावुर) के शैव मंदिर, जो राजराजेश्वर या बृहदीश्वर नाम से प्रसिद्ध है, का निर्माण राजराज-प्रथम के काल में हुआ था। राजराज-प्रथम की मृत्यु के बाद उसका योग्यतम पुत्र राजेंद्र-I सम्राट बना तथा इसने अपने पिता की साम्राज्यवादी नीति को आगे बढ़ाया।

9. 11वीं शताब्दी में, निम्नलिखित में से किस चोल शासक की सेना बंगाल पर आक्रमण करने के लिए गंगा तक पहुंच गई थी? [CHSL (T-I) 4 अगस्त, 2023 (IV-पाली), CHSL (T-I) 13 अक्टूबर, 2020 (II-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 28 नवंबर, 2023 (III-पाली),]

Correct Answer: (b) राजेंद्र प्रथम
Solution:11 वीं शताब्दी में चोल शासक राजेंद्र प्रथम की रीना बंगाल पर आक्रमण करने के लिए गंगा नदी के तट तक पहुंच गई थी। राजेंद्र के बारे में कहा गया है कि उसने बंगाल की खाड़ी को 'चोल झील' का स्वरूप प्रदान कर दिया था। उसने संपूर्ण सिंहल द्वीप (श्रीलंका) को जीत लिया तथा वह सिंहल राक महेंद्र पंचम को बंदी बनाकर चोल राज्य में लाया। उसने पक्ति गंगा जल लाने के उद्देश्य से गंगा घाटी में अभियान किया तथा पाल शासक महीपाल प्रथम को पराजित किया।

10. सबसे शक्तिशाली चोल शासक माने जाने वाले राजराज प्रथम, ....... में राजा बने। [CHSL (T-I) 15 मार्च, 2023 (II-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 20 नबर 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) 985
Solution:चोलवंश का सबसे महत्वपूर्ण शासक राजराज-I (985-1012) ई.) था। इसका वास्तविक नाम अरिगोलिवर्मन था। यह कुशल प्रशासक तथा महान निर्माता था। इसने समस्त भूमि की माप करवाई तथा उचित कर निर्धारित किया। इसने एक स्थायी तथा विशाल नौसेना का गठन किया।