दक्षिण भारत

Total Questions: 20

11. तमिलनाडु में शासन करने वाले चोलों के शिलालेख में बेट्टी कर का सबसे अधिक बार उल्लेख किया गया है। यह कर ....... के रूप में लिया जाता था। [MTS (T-I) 20 जून, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (a) बेगार
Solution:वेट्टी (Vetti) या बेट्टी एक जबरन श्रम कर था। इसका मतलब है कि लोगों से बिना किसी वेतन के श्रम के रूप में कर वसूला जाता था। चोल प्रशासन में, यह 400 से अधिक विभिन्न करों में से एक था, जिसका उपयोग शाही और सार्वजनिक निर्माण कार्यों में किया जाता था।

12. चोल साम्राज्य में "वेट्टी (Vetti)" शब्द ....... से संबंधित है। [MTS (T-I) 14 जून, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (a) जबरन श्रम
Solution:तमिलनाडु में शासन करने वाले चोलों के शिलालेख में बेट्टी या वेट्टी कर (Vetti Tax) का सर्वाधिक बार उल्लेख किया गया है। यह कर नकद में न लेकर जबरन श्रम (Forced Labour) और कदमाई या भू-राजस्व के रूप में लिया जाता था।

13. तमिलनाडु में ऐरावतेश्वर (Airavatesvara) मंदिर का निर्माण ......... ने करवाया था। [MTS (T-I) 14 जून, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) राजराजा चोल द्वितीय
Solution:तमिलनाडु में ऐरावतेश्वर (Airavatesvara) मंदिर का निर्माण राजराजा चोल द्वितीय ने करवाया था।

यह मंदिर दरासुरम (तंजावुर के पास) में स्थित है और यह 12वीं शताब्दी ईस्वी में बनाया गया था। यह अपनी उत्कृष्ट मूर्तिकला और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है और यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल 'ग्रेट लिविंग चोल टेम्पल्स' का हिस्सा है।

14. चोल काल के दौरान ....... को 'ब्रह्मदेय' प्रकार की भूमि के रूप में जाना जाता था। [MTS (T-I) 10 मई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) ब्राह्मणों को उपहार में दी गई भूमि
Solution:चोल काल के दौरान  ब्राह्मणों को उपहार में दी गई भूमि को 'ब्रह्मदेय' प्रकार की भूमि के रूप में जाना जाता था।

'ब्रह्मदेय' का अर्थ होता है ब्राह्मणों को दान की गई भूमि, जो अक्सर कर-मुक्त होती थी। इस प्रकार की भूमि के कारण ब्राह्मणों के वर्चस्व वाले कई गाँव (सभाओं द्वारा शासित) अस्तित्व में आए, जो चोल प्रशासन की एक प्रमुख विशेषता थी।

15. केरल के मध्य और उत्तरी भागों और तमिलनाडु के कोंगु (Kongu) के क्षेत्र को नियंत्रित करने वाले चेर राजवंश का प्रतीक ....... था। [MTS (T-I) 16 मई, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (b) धनुष और बाण
Solution:केरल के मध्य और उत्तरी भागों और तमिलनाडु के कोंगु (Kongu) के क्षेत्र को नियंत्रित करने वाले चेर राजवंश का प्रतीक धनुष और बाण था।

चेर शासक युद्ध और शिकार में अपने कौशल के लिए जाने जाते थे, और धनुष और बाण उनके शौर्य और शक्ति का प्रतीक था। अन्य संगम राजाओं के प्रतीक थे: चोल (बाघ) और पांड्य (मछली)।

16. निम्नलिखित में से पांड्यों की राजधानी कौन-सी थी? [CHSL (T-I) 10 मार्च, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) मदुरै
Solution:मदुरै पांड्य राजाओं की सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध राजधानी थी। यह शहर न केवल एक राजनीतिक केंद्र था, बल्कि यह तमिल साहित्य और संगम सम्मेलनों का भी एक प्रमुख केंद्र था, जिससे इसका सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक था।

17. आठवीं शताब्दी के मध्य में, एक राष्ट्रकूट प्रमुख, दंतिदुर्ग ने अपने चालुक्य अधिपति का तख्ता पलट करके एक अनुष्ठान करवाया जिसे शाब्दिक रूप से ....... कहा जाता था। [MTS (T-I) 16 मई, 2023 (II-पाली ), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 20 नवंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) हिरण्यगर्भ
Solution:हिरण्यगर्भ (शाब्दिक अर्थ: सोने का गर्भ) एक वैदिक अनुष्ठान था। इसे करके दंतिदुर्ग ने यह दावा किया कि वह जन्म से क्षत्रिय न होते हुए भी, इस कर्मकांड के माध्यम से क्षत्रिय के रूप में पुनर्जन्म ले चुके हैं और इस प्रकार उन्हें शासन करने का अधिकार प्राप्त हो गया है।

18. रविकीर्ति किस चालुक्य शासक के दरबारी कवि थे? [MTS (T-I) 08 जुलाई, 2022 (II-पाली)]

Correct Answer: (c) पुलकेशिन द्वितीय
Solution:रविकीर्ति  पुलकेशिन द्वितीय चालुक्य शासक के दरबारी कवि थे।

रविकीर्ति ने प्रसिद्ध ऐहोल प्रशस्ति की रचना की। यह संस्कृत शिलालेख चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय की हर्षवर्धन पर विजय और उनकी अन्य उपलब्धियों का वर्णन करता है, जो इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।

19. निम्न में से पल्लयों की राजधानी कौन-सी थी? [CHSL (T-I) 09 मार्च, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) कांचीपुरम
Solution:कांचीपुरम (या कांची) दक्षिण भारत में एक प्रमुख धार्मिक और राजनीतिक केंद्र था और यह पल्लव राजवंश की राजधानी के रूप में कार्य करता था। यह शहर अपनी शिक्षा, मंदिरों और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध था।

20. निम्नलिखित में से किस पल्लव शासक के शासनकाल में ह्वेनसांग (Hiuen Tsang) ने पल्लयों की राजधानी कांची का भ्रमण किया था? [MTS (T-I) 08 मई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) नरसिंहवर्मन प्रथम
Solution:चीनी बौद्ध यात्री ह्वेनसांग ने 7वीं शताब्दी ईस्वी के मध्य में नरसिंहवर्मन प्रथम (जिन्हें मामल्ल के नाम से भी जाना जाता है) के शासनकाल में कांची का दौरा किया था। उन्होंने कांची को एक समृद्ध और शिक्षित शहर के रूप में वर्णित किया था।