Solution:प्रश्नगत यात्रियों का क्रमानुसार विवरण इस प्रकार है -(i) अलबरूनी - अलबरूनी खीवा (प्राचीन ख्वारिज्म) का निवासी था। महमूद गजनवी की भारत-विजय से पहले वह एक विद्वान तथा राजनयिक के रूप में खीवा वंश के अंतिम शासक के दरबार में था। महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमण के समय वह उसके साथ भारत आया था।
(ii) इब्नबतूता- (1333-1347 ई.)- यह मोरक्को (अफ्रीकी) का यात्री था। वह सल्तनत काल में मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल (1325-1351 ई.) में भारत आया। मुहम्मद तुगलक ने इसे दिल्ली का काजी नियुक्त किया था। बाद में 1342 ई. में उसे अपना दूत बनाकर चीन भेजा। इब्नबतूता ने 'रेहला' नामक पुस्तक में अपने यात्रा वृत्तांतों का वर्णन किया है।
(iii) ट्रेवर्नियर/टैवर्नियर (17वीं शताब्दी)- फ्रांसीसी यात्री ट्रेवर्नियर ने शाहजहां के शासनकाल में अपनी यात्रा प्रारंभ की। यह पेशे से जौहरी था। इसने छः बार पूर्व की यात्रा की। अपनी यात्रा का विवरण इसने 'द सिक्स वॉयजेस ऑफ जॉन बैपटिस्टा टैवर्नियर' नामक पुस्तक में किया है।
(iv) मनूची (1653-1708 ई.) - यह इतालवी यात्री था। 14 वर्ष की अल्पायु में ही अपने गृह नगर वेनिस से भागकर एशिया माइनर और फारस की यात्रा करते हुए भारत पहुंचा। इसने शहजादा दारा शिकोह की सेवा में तोपची के रूप में नौकरी की। बाद में चिकित्सक का पेशा अपना लिया। स्टोरिया दो मोगोर या मुगल इंडिया, 1653-1708 नामक संस्करण लिखा, जिसे 17वीं शताब्दी के 'भारत का दर्पण' कहा जाता है।