Correct Answer: (b) सराय-ए-अदल
Solution:अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल के दौरान वस्त्र बाजार को 'सराय-ए-अदल' के रूप में जाना जाता था। सराय-ए-अदल वस्त्र बाजार के साथ-साथ अन्य वस्तुओं जैसे-जड़ी-बूटियों, सूखे फल, थी तथा दीपक जलाने वाले तेल आदि का भी बाजार था। वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए अलाउद्दीन खिलजी ने दिल्ली के समीप अलग-अलग वस्तुओं के लिए अलग-अलग बाजार स्थापित किए। जैसे अनाज बाजार, चोड़ों और दासों तथा मवेशियों का बाजार आदि।