(i) इस भूखंड की ऊंचाई लगभग 1000-1500 मीटर है।
(ii) प्रायद्वीप की ऊंचाई सामान्यतः पश्चिम से पूर्व की ओर कम होती जाती है।
(iii) इसके पूर्व में गिर पहाड़ियां तथा पश्चिम में राजमहल पहाड़ियां हैं।
Correct Answer: (c) (i) और (iii)
Solution:नदियों के मैदान से 150 मीटर ऊंचाई से ऊपर उठता हुआ प्रायद्वीपीय पठार तिकोने आकार वाला कटा-फटा भूखंड है, जिसकी ऊंचाई लगभग 600-900 मीटर है। उत्तर पश्चिम में दिल्ली, कटक (अरावली विस्तार), पूर्व में राजमहल पहाड़ियां, पश्चिम में गिर पहाड़ियां और दक्षिण में इलायची (कार्डामम) पहाड़ियां, प्रायद्वीपीय पठार की सीमा निर्धारित करती हैं। सामान्य तौर पर प्रायद्वीपीय पठार की ऊंचाई पश्चिम से पूर्व को कम होती चली जाती है। जिसका प्रमाण यहां की नदियों के बहाव की दिशा से भी मिलता है। सामान्य ढाल उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व की ओर है। इस प्रकार प्रायद्वीपीय पठार को प्रमुख रूप से तीन भागों में बांटा जा सकता है: दक्कन का पठार, मध्य उच्च भूभाग और उत्तरी-पूर्वी पठार। दक्कन के पठार की पश्चिमी घाट की औसत ऊंचाई लगभग 1500 मीटर और समुद्र तल से उच्च भू-भाग की ऊंचाई 700-1000 मीटर के मध्य में है।