Correct Answer: (a) हमेशा सीधा
Solution:पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का पिरामिड सदैव सीधा होता है, यह कभी उल्टा नहीं हो सकता, क्योंकि जब ऊर्जा किसी विशेष पोषण स्तर से अग्र पोषण स्तर में पहुंचती है, तो प्रत्येक स्तर पर ऊष्मा के रूप में ऊर्जा का ह्रास होता है। ऊर्जा पिरामिड का प्रत्येक स्तंभ उस पोषण स्तर में किसी विशेष समय पर अथवा प्रति इकाई क्षेत्र वार्षिक ऊर्जा का द्योतक है। स्थलीय जैव मात्रा (जैव भार) के पिरामिड सीधे होते हैं। समुद्र में जैव मात्रा (जैव भार) के पिरामिड प्रायः उल्टे होते हैं, क्योंकि मछलियों की जैव मात्रा पादप प्लवकों की जैव मात्रा से बहुत अधिक होती है।