प्रकाश भाग-II

Total Questions: 50

11. सही कथन चुनिए। [B.P.S.C. (Pre) 2018]

Correct Answer: (b) लाल प्रकाश का तरंगदैर्ध्य, बैंगनी प्रकाश से ज्यादा है।
Solution:बैंगनी रंग का तंरगदैर्ध्य सबसे कम व आवृत्ति सबसे अधिक, जबकि लाल रंग का तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक तथा आवृत्ति न्यूनतम होती है।

12. निम्न में से किस रंग का सबसे लंबा तरंगदैर्ध्य है? [M.P. P.C.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (d) लाल
Solution:लाल रंग का तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक होता है, जिसका मान 7.5 × 10⁻⁵ सेमी. होता है। बैंगनी रंग का तरंगदैर्ध्य सबसे कम होता है, जिसका मान 4 × 10⁻⁵ सेमी. होता है।

13. सबसे कम 'वेव लेंथ' (तरंगदैर्ध्य) वाला प्रकाश होता है- [Uttaranchal P.C.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (d) बैंगनी
Solution:लाल रंग का तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक होता है, जिसका मान 7.5 × 10⁻⁵ सेमी. होता है। बैंगनी रंग का तरंगदैर्ध्य सबसे कम होता है, जिसका मान 4 × 10⁻ ⁵ सेमी. होता है।

14. दृश्य वर्णक्रम में सबसे कम तरंगदैर्ध्य वाला रंग है- [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2014]

Correct Answer: (d) बैंगनी
Solution:लाल रंग का तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक होता है, जिसका मान 7.5 × 10⁻⁵ सेमी. होता है। बैंगनी रंग का तरंगदैर्ध्य सबसे कम होता है, जिसका मान 4 × 10⁻⁵ सेमी. होता है।

15. निम्नलिखित में से किसमें उच्चतम ऊर्जा होती है? [I.A.S. (Pre) 2009]

Correct Answer: (a) नीला प्रकाश
Solution:किसी तरंग की ऊर्जा उसके तरंगदैर्ध्य के व्युत्क्रमानुपाती होती है। दृश्य प्रकाश किरणों में बैंगनी, तदुपरांत जामुनी एवं नीले रंग का तरंगदैर्ध्य न्यूनतम तथा लाल रंग का तरंगदैर्ध्य अधिकतम होता है। इसलिए प्रश्नगत चारों रंगों के प्रकाशों में नीले रंग की ऊर्जा उच्चतम तथा लाल रंग की निम्नतम होती है।

16. सफेद प्रकाश में उपस्थित निम्नलिखित रंगों में से कौन-सा रंग शीशा के प्रिज्म द्वारा सबसे कम विचलित होता है? [U.P.R.O./A.R.O. (Re-exam) (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) लाल रंग
Solution:निर्वात अथवा वायु में विभिन्न रंगों के प्रकाश का वेग एकसमान, किंतु किसी अन्य पदार्थ में भिन्न-भिन्न होता है। अतः किसी पदार्थ का अपवर्तनांक (Refractive index) विभिन्न रंगों के प्रकाश के लिए भिन्न-भिन्न होता है। कांच या शीशा में बैंगनी रंग (Violet light) के प्रकाश का वेग सबसे कम तथा लाल रंग के प्रकाश का वेग सर्वाधिक होता है। इस कारण कांच के प्रिज्म से गुजरने पर सफेद प्रकाश में उपस्थित विभिन्न रंगों में से लाल रंग सबसे कम, जबकि बैंगनी रंग सबसे अधिक विचलित होता है।

17. कथन (A) : प्रकाश के दृश्य वर्णक्रम में, लाल प्रकाश हरे प्रकाश की अपेक्षा अधिक ऊर्जस्वी होता है। [I.A.S. (Pre) 2008]

कारण (R) : लाल प्रकाश का तरंगदैर्ध्य हरे प्रकाश के तरंगदैर्ध्य से अधिक होता है।

कूट :

Correct Answer: (d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
Solution:(i) लाल प्रकाश का तरंगदैर्ध्य (700nm), हरे रंग के तरंगदैर्ध्य (530 nm) से अधिक होता है। अतः कारण (R) सही है।

(ii) प्रकाश के अलग-अलग रंगों की ऊर्जा उसके तरंगदैर्ध्य के व्युत्क्रमानुपाती होती है। Ex 1 अतः लाल प्रकाश की ऊर्जा (1.77 eV) हरे प्रकाश की ऊर्जा (2.34 eV) से कम होगी। इसलिए कथन (A) गलत है।

18. हमें वास्तविक सूर्योदय से कुछ मिनट पूर्व ही सूर्य दिखाई देने का कारण है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (d) प्रकाश का अपवर्तन
Solution:पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने पर सूर्य का प्रकाश विभिन्न घनत्व वाली परतों से होकर गुजरता है, जिससे उसका अपवर्तन होता है। यह अपवर्तन सूर्य को उसकी वास्तविक स्थिति से थोड़ा ऊपर उठा हुआ दिखाता है। इसी कारण हमें सूर्य वास्तविक सूर्योदय से लगभग 2 मिनट पहले ही दिखाई देने लगता है और सूर्यास्त के बाद भी 2 मिनट तक दिखाई देता रहता है।

19. क्षितिज के समीप सूर्य एवं चन्द्रमा के दीर्घ वृत्ताकार दिखाई देने का कारण है- [U.P. P.C.S. (Spl) (Pre) 2008]

Correct Answer: (a) अपवर्तन
Solution:क्षितिज के समीप सूर्य एवं चन्द्रमा के दीर्घ वृत्ताकार दिखाई देने का कारण प्रकाश का अपवर्तन है। जब प्रकाश क्षितिज के पास से गुजरता है, तो वायुमंडलीय परतों के घनत्व में अंतर के कारण प्रकाश की किरणें मुड़ जाती हैं। क्षैतिज रूप से आने वाली किरणें लंबवत रूप से आने वाली किरणों की तुलना में अधिक झुकती हैं, जिससे वस्तुएँ थोड़ी चपटी और दीर्घवृत्ताकार दिखाई देती हैं।

20. रात के समय में खुले आकाश में तारों के टिमटिमाने को किससे समझाया जा सकता है? [67th B.P.S.C. (Pre) 2022]

Correct Answer: (a) प्रकाश का अपवर्तन
Solution:तारों के प्रकाश (Starlight) के वायुमंडलीय अपवर्तन (Atmospheric refraction) के कारण वे टिमटिमाते (Twinkling) हुए प्रतीत होते हैं। पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने पर तारों का प्रकाश सतह तक पहुंचने से पूर्व लगातार अपवर्तन की प्रक्रिया से गुजरता है। चूंकि अपवर्तित किरण (Refracted ray) अभिलंब की ओर झुक जाती है; इसलिए तारे अपनी वास्तविक स्थिति से कुछ ऊंचाई पर स्थित दिखाई पड़ते हैं। तारे की आभासी स्थिति अचल (Stationary) नहीं होती और उसमें कुछ परिवर्तन होता रहता है।