बंगाल विभाजन (1905) एवं स्वदेशी आंदोलन

Total Questions: 4

1. 1905 में बंगाल के विभाजन से पहले, बंगाल ब्रिटिश भारत का सबसे बड़ा प्रांत था। इसमें निम्नलिखित में से किन राज्यों के हिस्से शामिल थे? [CHSL (T-I) 20 मार्च, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (b) बिहार और उड़ीसा
Solution:1905 में बंगाल के विभाजन से पहले, बंगाल ब्रिटिश भारत का सबसे बड़ा प्रांत था। बिहार और उड़ीसा राज्य इसमें सम्मिलित थे।

2. वर्ष 1905 में बंगाल के विभाजन के बाद अंग्रेजों द्वारा आधिकारिक कारण क्या दिया गया ? [MTS (T-I) 08 मई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) प्रशासकीय सुविधा
Solution:ऊपरी तौर पर यद्यपि ब्रिटिश सरकार ने इसका उद्देश्य, प्रशासनिक सुविधा बताया था, परंतु वास्तव में बंगाल विभाजन मुख्यतः बंगाली राष्ट्रवाद की वृद्धि को दुर्बल करने के लिए किया गया था। तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन के अनुसार, "अंग्रेजी हुकूमत का यह प्रयास कलकत्ता को सिंहासनाच्युत करना तथा बंगाली आबादी का बंटवारा करना था, एक ऐसे केंद्र को समाप्त करना था, जहां से बंगाल एवं पूरे देश में कांग्रेस पार्टी का संचालन होता था और साजिशें रची जाती थीं।"

3. आंध्र प्रदेश राज्य में स्वदेशी आंदोलन को क्या कहा गया? [MTS (T-I) 12 सितंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) वंदे मातरम आंदोलन
Solution:आंध्र प्रदेश राज्य में स्वदेशी आंदोलन को वंदे मातरम आंदोलन कहा गया।

4. भारत के वायसराय लॉर्ड कर्जन ने बंगाल के विभाजन की घोषणा किस वर्ष की थी? [CGL (T-I) 27 जुलाई, 2023 (II-पाली), MTS (T-I) 04 मई, 2023 (III-पाली), CGL (T-I) 19 जुलाई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (b) 1905 में
Solution:ब्रिटिश सरकार ने 20 जुलाई, 1905 को बंगाल विभाजन के निर्णय की घोषणा कर दी। 7 अगस्त, 1905 को कलकत्ता के टाउन हॉल में एक ऐतिहासिक बैठक में स्वदेशी आंदोलन की विधिवत घोषणा कर दी गई। इसमें ऐतिहासिक बहिष्कार प्रस्ताव पारित हुआ। इसी के बाद से बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में बंग-भंग विरोधी आंदोलन औपचारिक रूप से एकजुट होकर प्रारंभ हो गया। 16 अक्टूबर, 1905 को बंगाल विभाजन प्रभावी हो गया।