बौद्ध धर्म (UPPCS) (Part-3)

Total Questions: 38

1. निम्नलिखित युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित हैं? [I.A.S. (Pre) 1998]

Place (स्थल)Significance (महत्व)
1. लोथलप्राचीन गोदी क्षेत्र (Ancient Dockyard)
2. सारनाथबुद्ध का प्रथम धर्मोपदेश (Buddha's first sermon)
3. राजगीरभगवान बुद्ध से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण स्थल (Many significant sites related to Lord Buddha)
4. नालंदाबौद्ध अधिगम का महान पीठ (Great Center of Buddhist Learning)

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

 

Correct Answer: (c) 1, 2 और 4
Solution:सैंधव पुरास्थल लोथल (गुजरात) से गोदीवाड़ा के अवशेष मिले हैं। सारनाथ (वाराणसी) में महात्मा बुद्ध ने अपना प्रथम धर्मोपदेश (धर्मचक्रप्रवर्तन) दिया था। नालंदा बौद्ध अधिगम का महान पीठ था, यहां कुमारगुप्त I के शासनकाल में विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। अशोक का सिंह स्तंभ शीर्ष राजगीर में नहीं, बल्कि सारनाथ में स्थित है।

2. महायान बौद्ध धर्म में बोधिसत्व अवलोकितेश्वर को और किस अन्य नाम से जानते हैं? [I.A.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (c) पद्मपाणि
Solution:बौद्ध दर्शन में यह माना गया है कि बोधिसत्वों में अवलोकितेश्वर की स्थिति महिमामंडित है। उन लोगों ने यह निश्चय किया था कि वे तब तक बुद्ध नहीं बनेंगे, जब तक कि सभी मनुष्यों को निर्वाण नहीं प्राप्त हो जाता। वस्तुतः बौद्ध धर्म पर हिंदू धर्म का प्रभाव परिलक्षित होता है। 'अवलोकितेश्वर' नारायण या 'पद्मपाणि' विष्णु का भी एक नाम है।

3. 'आर्यमंजूश्रीमूलकल्प' निम्न में से किससे संबंधित है? [M.P. P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (e) (a&d)
Solution:आर्यमंजूश्रीमूलकल्प महायान तथा वज्रयान बौद्ध धर्म से संबंधित ग्रंथ है। इस ग्रंथ का संबंध बोधिसत्व 'मंजूश्री' से है।

4. भारत के धार्मिक इतिहास के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2020]

1. स्थविरवादी महायान बौद्ध धर्म से संबद्ध हैं।

2. लोकोत्तरवादी संप्रदाय बौद्ध धर्म के महासंघिक संप्रदाय की एक शाखा थी।

3. महासांधिकों द्वारा बुद्ध के देवत्वारोपण ने महायान बौद्ध धर्म को प्रोत्साहित किया।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

 

Correct Answer: (b) केवल 2 और 3
Solution:परंपरागत नियम में आस्था रखने वालों का संप्रदाय 'स्थविर' या 'थेरावादी' कहलाया। स्थविरवाद बौद्ध धर्म के हीनयान शाखा से संबद्ध है। इसका नेतृत्व महाकच्चायन ने किया। परिवर्तन के साथ नियम को स्वीकार करने वालों का संप्रदाय 'महासांधिक' कहलाया तथा इनका नेतृत्व महाकस्सप ने किया। लोकोत्तरवादी संप्रदाय बौद्ध धर्म के महासांघिक संप्रदाय की एक शाखा थी। बौद्ध धर्म में लोकोत्तरवाद निकाय अठारह निकायों में से एक है।

5. भारतीय इतिहास के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन भावी बुद्ध है, जो संसार की रक्षा हेतु अवतरित होंगे? [I.A.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (c) मैत्रेय
Solution:बौद्ध मान्यताओं के अनुसार, मैत्रेय एक बोधिसत्व है, जो पृथ्वी पर भविष्य में अवतरित होंगे और बुद्धत्व प्राप्त करेंगे तथा विशुद्ध धर्म की शिक्षा देंगे। मैत्रेय के अवतरण की भविष्यवाणी ऐसे समय के लिए की गई है, जब इस लोक में अनैतिकता अनाचार इतना बढ़ जाएगा कि मानव जीवन असुरक्षित होता दिखेगा, सुरक्षा के लिए लोग इधर-उधर भटकेंगे। सर्वत्र त्राहि-त्राहि मच जाएगी और मानव जीवन संघर्षमय बनता दिखेगा। ऐसे आपातकाल में 'बोधिसत्व मैत्रेय' इस भूतल पर भविष्य के बुद्ध के रूप में अवतार लेंगे। वह पुनः बौद्ध धर्म की संस्थापना करेंगे और सभी मानवों को सुख, शांति एवं समृद्धि प्रदान करेंगे।

6. भारत के धार्मिक इतिहास के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2016]

1. बोधिसत्व, बौद्धमत के हीनयान संप्रदाय की केंद्रीय संकल्पना है।

2. बोधिसत्व अपने प्रबोध के मार्ग पर बढ़ता हुआ करुणामय है।

3. बोधिसत्व समस्त सचेतन प्राणियों को उनके प्रबोध के मार्ग पर चलने में सहायता करने के लिए स्वयं की निर्वाण प्राप्ति विलंबित करता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2 और 3
Solution:अजंता गुहा श्रेणियों में स्थित गुफा संख्या 1 की बोधिसत्व पद्मपाणि का चित्र चित्रकला की श्रेष्ठ कला कृतियों में से एक है। इसे छठी शताब्दी ई. के अंत में निष्पादित किया गया था। चित्र में बोधिसत्व पद्मपाणि ने राजसी शैली में एक नीलम जड़ित मुकुट पहना हुआ है, उनके लंबे काले बाल मनोहारी रूप से झुके हैं। रमणीय रीति से अलंकृत यह आकृति आदमकद से भी बड़ी है और इसमें उनका दाहिना हाथ कुछ-कुछ रुका हुआ तथा कमल के पुष्प को पकड़े हुए दर्शाया गया है।

7. 'बोधिसत्व पद्मपाणि' की पेंटिंग स्थित है - [69th B.P.S.C (Pre) 2023]

Correct Answer: (c) अजंता में
Solution:अजंता गुहा श्रेणियों में स्थित गुफा संख्या 1 की बोधिसत्व पद्मपाणि का चित्र चित्रकला की श्रेष्ठ कला कृतियों में से एक है। इसे छठी शताब्दी ई. के अंत में निष्पादित किया गया था। चित्र में बोधिसत्व पद्मपाणि ने राजसी शैली में एक नीलम जड़ित मुकुट पहना हुआ है, उनके लंबे काले बाल मनोहारी रूप से झुके हैं। रमणीय रीति से अलंकृत यह आकृति आदमकद से भी बड़ी है और इसमें उनका दाहिना हाथ कुछ-कुछ रुका हुआ तथा कमल के पुष्प को पकड़े हुए दर्शाया गया है।

8. हीनयान अवस्था का विशालतम एवं सर्वाधिक विकसित शैलकृत चैत्यगृह स्थित है- [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2014]

Correct Answer: (c) कार्ले में
Solution:हीनयान अवस्था का विशालतम एवं सर्वाधिक विकसित शैलकृत चैत्यगृह कार्ले में स्थित है। यह पुणे (महाराष्ट्र) के मावल तालुका में स्थित है।

9. निम्नलिखित में से किस शैलकृत गुफा में ग्यारह सिरों के बोधिसत्व का अंकन मिलता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (c) कन्हेरी
Solution:सलसेती द्वीप पर स्थित कन्हेरी गुफाएं महाराष्ट्र के मुंबई शहर में स्थिति प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। ये गुफाएं संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान परिसर में स्थित हैं। प्राचीन अभिलेखों में कान्हाशैल, कृष्णगिरी, कान्हा- गिरी के नाम से उल्लिखित कन्हेरी बौद्धों का प्रमुख केंद्र था। कन्हेरी में एक ही पहाड़ी में सर्वाधिक संख्या में गुफाओं का निर्माण हुआ है। कन्हेरी की गुफाओं का निर्माण पहली शताब्दी ई.पू. में किया गया था और ये 11वीं शताब्दी ईस्वी तक इस्तेमाल में रहीं। गुफा संख्या 41 (पहले इसे 23 नंबर क्रमांकित किया गया था) में अवलोकितेश्वर की एक रोचक मूर्ति स्थित है, जिसकी चार भुजाएं और ग्यारह मुख हैं। यह अपनी किस्म की भारत में स्थित एकमात्र मूर्ति है। इस रूप की उपासना चीन, चीनी तुर्किस्तान, कंबोडिया तथा जापान में 7वीं- 8वीं सदी में लोकप्रिय थी।

10. 'विशुद्धिमग्ग' के रचयिता कौन हैं? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (d) बुद्धघोसा
Solution:विशुद्धिमग्ग (शुद्धि का मार्ग), थेरवाद बौद्ध सिद्धांत पर रचित महान ग्रंथ है, जिसके रचयिता बुद्धघोसा या बुद्धघोष हैं।