बौद्ध धर्म (UPPCS)

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41. निम्नलिखित पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2019]

1. बुद्ध में देवत्वारोपण

2. बोधिसत्व के पथ पर चलना

3. मूर्ति उपासना तथा अनुष्ठान

उपर्युक्त में से कौन-सी विशेषता / विशेषताएं महायान बौद्ध मत की है/हैं?

Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:महायान बौद्ध मत बुद्ध की लोकोत्तर सत्ता तथा देवत्व में विश्वास करता है और बुद्ध के अनेक अवतारों एवं रूपों में विश्वास करता है। साथ ही यह बुद्धत्व के मार्ग पर चलने वाले को 'बोधिसत्व' कहता है, जो सभी मानवों की मुक्ति में सहायता करता है। बोधिसत्व के पथ पर चलना इस मत में अनुकरणीय कहा गया है। हिंदू धर्म के प्रभाव में बुद्ध में देवत्व के आरोपण के साथ ही अनुष्ठान और मूर्तिपूजा महायान की मुख्य पद्धति बन गई। अतः तीनों कथन सत्य हैं।

42. निम्नलिखित चार स्थानों में हुई बौद्ध संगीतियों का सही कालक्रम नीचे दिए हुए कूट से ज्ञात करें- [U.P. Lower Sub. (Pre) 2002]

1. वैशाली

2. राजगृह

3. कुंडलवन

4. पाटलिपुत्र

कूट :

Correct Answer: (d) 2, 1, 4, 3
Solution:प्रथम बौद्ध संगीति बुद्ध की मृत्यु के तत्काल बाद मगध नरेश अजातशत्रु के कार्यकाल में राजगृह (राजगीर) स्थित सप्तपणि गुफा में संपन्न हुई थी। द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन कालाशोक के शासनकाल में बुद्ध की मृत्यु के 100 वर्ष बाद वैशाली में किया गया था। तृतीय बौद्ध संगीति मौर्य सम्राट अशोक के शासनकाल में पाटलिपुत्र में हुई थी। मोग्गलिपुत्त तिस्स इसके अध्यक्ष थे। चतुर्थ बौद्ध संगीति कनिष्क के शासनकाल में कुंडलवन (कश्मीर) में संपन्न हुई थी। इसकी अध्यक्षता वसुमित्र एवं उपाध्यक्षता अश्वघोष ने की।

43. द्वितीय बौद्ध समिति का आयोजन कहां हुआ था? [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2014]

Correct Answer: (b) वैशाली में
Solution:प्रथम बौद्ध संगीति बुद्ध की मृत्यु के तत्काल बाद मगध नरेश अजातशत्रु के कार्यकाल में राजगृह (राजगीर) स्थित सप्तपणि गुफा में संपन्न हुई थी। द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन कालाशोक के शासनकाल में बुद्ध की मृत्यु के 100 वर्ष बाद वैशाली में किया गया था। तृतीय बौद्ध संगीति मौर्य सम्राट अशोक के शासनकाल में पाटलिपुत्र में हुई थी। मोग्गलिपुत्त तिस्स इसके अध्यक्ष थे। चतुर्थ बौद्ध संगीति कनिष्क के शासनकाल में कुंडलवन (कश्मीर) में संपन्न हुई थी। इसकी अध्यक्षता वसुमित्र एवं उपाध्यक्षता अश्वघोष ने की।

44. तृतीय बौद्ध सभा किस स्थान पर बुलाई गई थी? [53rd to 55th B.P.S.C. (Pre) 2011]

Correct Answer: (d) पाटलिपुत्र
Solution:प्रथम बौद्ध संगीति बुद्ध की मृत्यु के तत्काल बाद मगध नरेश अजातशत्रु के कार्यकाल में राजगृह (राजगीर) स्थित सप्तपणि गुफा में संपन्न हुई थी। द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन कालाशोक के शासनकाल में बुद्ध की मृत्यु के 100 वर्ष बाद वैशाली में किया गया था। तृतीय बौद्ध संगीति मौर्य सम्राट अशोक के शासनकाल में पाटलिपुत्र में हुई थी। मोग्गलिपुत्त तिस्स इसके अध्यक्ष थे। चतुर्थ बौद्ध संगीति कनिष्क के शासनकाल में कुंडलवन (कश्मीर) में संपन्न हुई थी। इसकी अध्यक्षता वसुमित्र एवं उपाध्यक्षता अश्वघोष ने की।

45. प्रथम बौद्ध समिति का आयोजन हुआ था- [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (b) अजातशत्रु के शासनकाल में
Solution:प्रथम बौद्ध संगीति बुद्ध की मृत्यु के तत्काल बाद मगध नरेश अजातशत्रु के कार्यकाल में राजगृह (राजगीर) स्थित सप्तपणि गुफा में संपन्न हुई थी। द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन कालाशोक के शासनकाल में बुद्ध की मृत्यु के 100 वर्ष बाद वैशाली में किया गया था। तृतीय बौद्ध संगीति मौर्य सम्राट अशोक के शासनकाल में पाटलिपुत्र में हुई थी। मोग्गलिपुत्त तिस्स इसके अध्यक्ष थे। चतुर्थ बौद्ध संगीति कनिष्क के शासनकाल में कुंडलवन (कश्मीर) में संपन्न हुई थी। इसकी अध्यक्षता वसुमित्र एवं उपाध्यक्षता अश्वघोष ने की।

46. निम्नलिखित में से किस नगर में प्रथम बौद्ध समा आयोजित की गई थी? [U.P.P.C.S. (Pre) 2000 & M.P.P.C.S. (Pre) 1990]

Correct Answer: (c) राजगीर
Solution:प्रथम बौद्ध संगीति बुद्ध की मृत्यु के तत्काल बाद मगध नरेश अजातशत्रु के कार्यकाल में राजगृह (राजगीर) स्थित सप्तपणि गुफा में संपन्न हुई थी। द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन कालाशोक के शासनकाल में बुद्ध की मृत्यु के 100 वर्ष बाद वैशाली में किया गया था। तृतीय बौद्ध संगीति मौर्य सम्राट अशोक के शासनकाल में पाटलिपुत्र में हुई थी। मोग्गलिपुत्त तिस्स इसके अध्यक्ष थे। चतुर्थ बौद्ध संगीति कनिष्क के शासनकाल में कुंडलवन (कश्मीर) में संपन्न हुई थी। इसकी अध्यक्षता वसुमित्र एवं उपाध्यक्षता अश्वघोष ने की।

47. निम्न में से किस शासक ने द्वितीय बौद्ध सभा का आयोजन किया था? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) कालाशोक
Solution:प्रथम बौद्ध संगीति बुद्ध की मृत्यु के तत्काल बाद मगध नरेश अजातशत्रु के कार्यकाल में राजगृह (राजगीर) स्थित सप्तपणि गुफा में संपन्न हुई थी। द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन कालाशोक के शासनकाल में बुद्ध की मृत्यु के 100 वर्ष बाद वैशाली में किया गया था। तृतीय बौद्ध संगीति मौर्य सम्राट अशोक के शासनकाल में पाटलिपुत्र में हुई थी। मोग्गलिपुत्त तिस्स इसके अध्यक्ष थे। चतुर्थ बौद्ध संगीति कनिष्क के शासनकाल में कुंडलवन (कश्मीर) में संपन्न हुई थी। इसकी अध्यक्षता वसुमित्र एवं उपाध्यक्षता अश्वघोष ने की।

48. 48. निम्न का सही मिलान करें - [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2023]

Column I (बौद्ध परिषद)Column II (अध्यक्ष)
(A) प्रथम बौद्ध परिषद (i) वसुमित्र
(B) द्वितीय बौद्ध परिषद(ii) महाकश्यप
(C) तृतीय बौद्ध परिषद(iii) सबकामी
(D) चतुर्थ बौद्ध परिषद(iv) मोग्गलिपुत्त तिस्स
CodeABCD
(A)(i)(ii)(iii)(iv)
(b)(ii)(iv)(iii)(i)
(c)(ii)(iii)(i)(iv)
(d)(ii)(iii)(iv)(i)
Correct Answer: (d)
Solution:सही सुमेलित हैं -
Column I (बौद्ध परिषद)Column II (अध्यक्ष)
(A) प्रथम बौद्ध परिषद(ii) महाकश्यप
(B) द्वितीय बौद्ध परिषद(iii) सबकामी
(C) तृतीय बौद्ध परिषद(i) वसुमित्र
(D) चतुर्थ बौद्ध परिषद(iv) मोग्गलिपुत्त तिस्स

49. बुद्ध के जीवन की चार महत्वपूर्ण घटनाओं और उनसे संबद्ध चार स्थानों का नीचे उल्लेख है, यह दो स्तंभों (I) एवं (II) में अंकित हैं, आपको इनका सुमेल करना है- [41" B.P.S.C. (Pre) 1996]

Column I (स्तंभ-I)Column II (स्तंभ-II)
(1) जन्म (Birth)(i) सारनाथ
(2) ज्ञान प्राप्ति (Enlightenment)(ii) बोधगया
(3) प्रथम प्रवचन (First Sermon)(iii) लुम्बिनी
(4) निधन (Death)(iv) कुशीनगर

 

सही मेल है -

Correct Answer: (c) 1-iii, 2-ii, 3-i, 4-iv
Solution:महात्मा बुद्ध का जन्म 563 ई.पू. में कपिलवस्तु के समीप लुम्बिनी में हुआ था। उरुवेला बोधगया (वर्तमान) में वैशाख पूर्णिमा की रात को उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ। काशी के ऋषिपत्तन (सारनाथ) में उन्होंने प्रथम उपदेश (धर्मचक्रप्रवर्तन) दिया एवं कुशीनारा में उनका निधन हुआ, जिसे बौद्ध ग्रंथों में 'महापरिनिर्वाण' कहा गया है।

50. भारतीय कला में बुद्ध के जीवन की किस घटना का चित्रण 'मृग सहित चक्र' द्वारा हुआ है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2002]

Correct Answer: (c) प्रथम उपदेश
Solution:भारतीय कला में बुद्ध के जीवन के प्रथम उपदेश का चित्रण 'मृग सहित चक्र' द्वारा हुआ है। बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में मृगदाव (हिरण वन) में दिया था।,