भारत का संवैधानिक विकास (UPPCS) (भाग – 2)

Total Questions: 25

11. वर्ष 1935 के भारत अधिनियम द्वारा प्रस्तावित फेडरल यूनियन में राजसी प्रांतों को शामिल करने के पीछे अंग्रेजों की असली मंशा थी- [I.A.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (d) राष्ट्रवादी नेताओं के साम्राज्यवाद विरोधी सिद्धांतों को व्यर्थ करने के लिए राजाओं का इस्तेमाल करना
Solution:वर्ष 1935 के भारत सरकार अधिनियम द्वारा प्रस्तावित संघ में राजसी प्रांतों को शामिल करने के पीछे अंग्रेजों की असली मंशा भारत के राष्ट्रवादी नेताओं के साम्राज्यवाद विरोधी सिद्धांतों को व्यर्थ करने के लिए राजाओं का इस्तेमाल करना था। देशी रियासतें भारत की लगभग 25 प्रतिशत जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करती थीं, जबकि 1935 के भारत सरकार अधिनियम की धारा 18 के तहत प्रस्तावित केंद्रीय विधानमंडल के उच्च सदन में उन्हें 40 प्रतिशत (260 में से 104) सीटें तथा निचले सदन में लगभग 33 प्रतिशत (375 में से 125) सीटें प्रदान की गई थीं, जिन्हें इन रियासतों के राजाओं द्वारा नामित किया जाना था। इस प्रकार केंद्रीय विधानमंडल में कांग्रेस पर अंकुश लगाना इसका प्रमुख उद्देश्य था तथा राजाओं का उपयोग ब्रिटिश शासन राष्ट्रीय नेताओं साम्राज्यवाद-विरोधी सिद्धांतों की काट के रूप में करना चाहता था।

12. निम्नलिखित में से किसने 1935 के अधिनियम के बारे में कहा था, "एक कार जिसमें ब्रेक तो है पर इंजन नहीं?" [U.P. P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (a) जवाहरलाल नेहरू
Solution:1935 के अधिनियम के बारे में जवाहरलाल नेहरू ने कहा था"एक कार जिसमें ब्रेक तो है पर इंजन नहीं।" वे वर्ष 1947 से 1964 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे पंचशील के प्रणेता तथा गुटनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले थे।

13. किस अधिनियम के बारे में जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि "हमें एक ऐसी कार दी गई थी, जिसमें सब ब्रेक थे किंतु इंजन नहीं था"? [66th B.P.S.C (Pre) 2020]

Correct Answer: (d) 1935 का अधिनियम
Solution:1935 के अधिनियम के बारे में जवाहरलाल नेहरू ने कहा था"एक कार जिसमें ब्रेक तो है पर इंजन नहीं।" वे वर्ष 1947 से 1964 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे पंचशील के प्रणेता तथा गुटनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले थे।

14. निम्नलिखित में से किस अधिनियम द्वारा 'सवैधानिक निरंकुशता का सिद्धांत' प्रवृत्त किया गया? [M.P. P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (c) 1935 का भारत सरकार अधिनियम
Solution:संवैधानिक निरंकुशता सिद्धांत भारत सरकार अधिनियम, 1935 द्वारा प्रवृत्त किया गया। यह अधिनियम ब्रिटिश संसद द्वारा सर्वाधिक विस्तृत अधिनियम था। साथ ही यह भारत के लिए तैयार संवैधानिक प्रस्तावों में से सबसे जटिल दस्तावेज था। इसी अधिनियम में भारत संघ की स्थापना, संघीय न्यायपालिका, केंद्र और राज्यों के मध्य शक्तियों का विभाजन आदि की व्यवस्था की गई थी।

15. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने किस अधिवेशन में भारत सरकार अधिनियम, 1935 को अस्वीकार किया था? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]

Correct Answer: (b) लखनऊ अधिवेशन, 1936
Solution:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने लखनऊ अधिवेशन, 1936 में भारत सरकार अधिनियम, 1935 को अस्वीकार किया था। इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की थी।

16. केंद्रीय विधानसभा का/के निम्नांकित में से कौन-सा/से निर्वाचन भारत शासन अधिनियम, 1919 के तहत हुआ/हुए? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]

(A) 1926
(B) 1937
(C) 1945
सही उत्तर का चयन नीचे दिए गए कूट से कीजिए :

Correct Answer: (c) (A) और (C)
Solution:भारत शासन अधिनियम, 1919 के तहत केंद्रीय विधानसभा का चुनाव वर्ष 1923, 1926, 1930, 1934 तथा वर्ष 1945 में हुआ था। वर्ष 1937 में हुआ प्रांतीय विधानसभा चुनाव भारत शासन अधिनियम, 1935 के तहत हुआ था। ज्ञातव्य है कि वर्ष 1935 के भारत शासन अधिनियम का संघीय प्रावधान लागू नहीं किया गया था।

17. भारत शासन अधिनियम, 1919 के अंतर्गत भारतीय विधायिका का अंतिम निर्वाचन किस वर्ष में आयोजित किया गया था? [M.P.P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (c) वर्ष 1945
Solution:भारत शासन अधिनियम, 1919 के तहत केंद्रीय विधानसभा का चुनाव वर्ष 1923, 1926, 1930, 1934 तथा वर्ष 1945 में हुआ था। वर्ष 1937 में हुआ प्रांतीय विधानसभा चुनाव भारत शासन अधिनियम, 1935 के तहत हुआ था। ज्ञातव्य है कि वर्ष 1935 के भारत शासन अधिनियम का संघीय प्रावधान लागू नहीं किया गया था।

18. निम्नलिखित में से किसने भारत सरकार अधिनियम, 1935 को "गुलामी का अधिकार-पत्र" कहा था? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Pre) 2010]

Correct Answer: (a) जवाहरलाल नेहरू
Solution:पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 'भारत सरकार अधिनियम, 1935' को "गुलामी का अधिकार" या "दासता का आज्ञा-पत्र" बताते हुए उसकी कठोर आलोचना की थी। ब्रिटिश शासन के पूरे इतिहास में 1935 का अधिनियम सबसे लंबा-चौड़ा प्रलेख था। इसमें 14 भाग, 321 धाराएं और 10 अनुसूचियां थीं।

19. भारत सरकार अधिनियम, 1935 में अंतर्विष्ट "अनुदेश-प्रपत्र (इंस्ट्रूमेंट ऑफ इंस्ट्रक्शंस)" को वर्ष 1950 में भारत के संविधान में किस रूप में समाविष्ट किया गया? [I.A.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (b) राज्य की नीति के निदेशक तत्व
Solution:भारत सरकार अधिनियम, 1935 में अंतर्विष्ट 'अनुदेश-प्रपत्र (Instrument of Instructions) को वर्ष 1950 में भारत के संविधान में 'राज्य की नीति के निदेशक तत्व' के रूप में समाविष्ट किया गया है। आलोचकों ने इसे केवल पवित्र लोकोक्तियां कहा है।

20. भारतीय शासन अधिनियम, 1935 के द्वारा स्थापित संघ में अवशिष्ट शक्तियां किसे दी गई थीं? [I.A.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (b) गवर्नर जनरल को
Solution:भारत शासन अधिनियम में अवशिष्ट शक्तियां गवर्नर जनरल को प्राप्त थीं।