भूकम्प

Total Questions: 17

1. जापान के किस शहर ने हाल ही में विध्वंसकारी सुनामी एवं नाभिकीय विकिरण का सामना किया था? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (c) फुकुशीमा
Solution:11 मार्च, 201. को जापान में आए भीषण भूकम्प के फलस्वरूप उत्पन्न विध्वंसकारी सुनामी से फुकुशीमा शहर गहन रूप से प्रभावित हुआ था। इस त्रासदी में वहां स्थित परमाणु विद्युत संयंत्र भी क्षतिग्रस्त हो गए। थे, जिससे वहां नाभिकीय विकिरण भी उत्पन्न हो गया था।

2. भारतीय उप-महाद्वीप का उत्तर-पश्चिम प्रदेश भूकम्प ग्रहणशील है, जिसका कारण है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2005]

Correct Answer: (b) प्लेट टेक्टॉनिक क्रिया
Solution:भारतीय उपमहाद्वीप का उत्तर-पश्चिम प्रदेश भूकम्प ग्रहणशील है, जिसका प्रमुख कारण प्लेटों के सीमांत पर इसकी अवस्थिति है। यह क्षेत्र भारतीय प्लेट एवं यूरेशियन प्लेट का अभिसरण क्षेत्र है।

3. पृथ्वी की सतह का वह भाग, जिस पर भूकम्पीय तरंगों को सर्वप्रथम रिकॉर्ड किया जाता है, कहलाता है - [UP RO/ARO (Pre) 2017]

Correct Answer: (b) अधिकेंद्र
Solution:भूकम्प का सर्वप्रथम जहां उद्भव होता है, उसे 'भूकम्प मूल' कहते हैं तथा जहां पर भूकम्पीय तरंगों को सर्वप्रथम रिकॉर्ड किया जाता है. उसे अधिकेंद्र (Epicentre) कहते हैं।

4. पृथ्वी की सतह पर वह स्थान जो भूकंपीय तरंगों को सबसे पहले रिकॉर्ड करता है, कहलाता है- [U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2017]

Correct Answer: (b) अधिकेंद्र
Solution:भूकम्प का सर्वप्रथम जहां उद्भव होता है, उसे 'भूकम्प मूल' कहते हैं तथा जहां पर भूकम्पीय तरंगों को सर्वप्रथम रिकॉर्ड किया जाता है. उसे अधिकेंद्र (Epicentre) कहते हैं।

5. कोकोस प्लेट किनके मध्य पाई जाती है? [63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (a) मध्य अमेरिका तथा प्रशांत प्लेट
Solution:कोकोस (Cocos) प्लेट मध्य अमेरिका और प्रशांत महासागरीय प्लेट के बीच स्थित है।

6. निम्न कथनों के आधार पर सही विकल्प का चुनाव करें - [Chhatisgarh P.C.S. (Pre) 2021]

कथन (I) : प्लेट विवर्तनिकी (Plate Tectonics) का सिद्धांत 1967 में एच.एच. हेस ने दिया था। कारण (II) : प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत समुद्र तल विस्तारण सिद्धांत पर आधारित है।

Correct Answer: (d) कथन- I असत्य है, परंतु कथन- II सत्य हैं
Solution:प्लेट विवर्तनिकी की अवधारणा (सिद्धांत) 1960 के दशक में प्रतिपादित किया गया था। हेरी हेस ने वर्ष 1962 में अपने पेपर 'History of Ocean Basins' में इस अवधारणा को प्रस्तुत किया था, जो प्लेट विवर्तनिकी के विकास में सबसे महत्वपूर्ण योगदानों में से एक है। सिद्धांत के विकास में विल्सन, मार्गन, पार्कर, मैकेन्जी, हेरी हेस आदि विद्वानों ने योगदान दिया था। प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत समुद्र तल विस्तारण सिद्धांत पर आधारित है।

7. भूकम्प के समय किन तरंगों का उद्भव होता है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (d) पी.एस.एल.
Solution:भूकम्प के दौरान तीन प्रकार की भूकम्पीय तरंगें उत्पन्न होती हैं- 'पी' (Prima- ry), 'एस' (Secondary) और 'धरातलीय' (Surface Waves) तरंगें। धरातलीय तरंगों के दो रूप माने जाते हैं- 'लव' तरंग एवं 'रेले' तरंगा

8. 'भूकम्पीय छाया क्षेत्र' से संबंधित निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प को चुनिए : [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2020]

कथन I : एक भूकम्प का छाया क्षेत्र दूसरे भूकम्प के छाया क्षेत्र से सर्वथा भिन्न होता है।

कथन II : भूकम्पलेखी, भूकम्प अधिकेंद्र से 105° के बाहर किसी भी दूरी पर 'P' एवं 'S' दोनों तरंगों का अभिलेखन करते हैं।

Correct Answer: (b) कथन I सही है, लेकिन कथन II गलत है।
Solution:भूकम्पलेखी यंत्र पर दूरस्थ स्थानों से आने वाली भूकम्पीय तरंगें अभिलेखित होती हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी क्षेत्र हैं, जहां कोई भी भूकम्पीय तरंग अभिलेखित नहीं होती। ऐसे क्षेत्र को भूकम्पीय छाया क्षेत्र कहते हैं। विभिन्न भूकम्पीय घटनाओं के अध्ययन से ज्ञात होता है कि एक भूकम्प का छाया क्षेत्र दूसरे भूकम्प के छाया क्षेत्र से सर्वथा भिन्न होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि भूकम्प अधिकेंद्र से 105° (103° से 105°) और 140° के बीच का क्षेत्र 'P' और 'S' तरंगों के लिए छाया क्षेत्र है। 'S' तरंगों का छाया क्षेत्र 'P' तरंगों के छाया क्षेत्र से अधिक विस्तृत है। S तरंगे 103° के बाद नहीं प्रकट होती है।

9. 'रिंग ऑफ फायर' संबद्ध है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2008]

1. भूकम्प से

2. ज्वालामुखी से

3. प्रशांत महासागर से

4. जंगल की आग से

अपना उत्तर नीचे दिए गए कूट की सहायता से चुनिए-

Correct Answer: (a) 1, 2 और 3
Solution:'रिंग ऑफ फायर' प्रशांत महासागर क्षेत्र में भूकम्प तथा ज्वालामुखी से प्रायः प्रभावित परिक्षेत्र है। इस पेटी में संपूर्ण विश्व के लगभग 90 प्रतिशत भूकम्पों का अनुभव किया जाता है। यहां भूकम्प के लिए चार प्रमुख दशाएं सुलभ हैं-

1. सागर तथा स्थल भागों के मिलन बिंदु
2. नवीन मोड़दार पर्वतीय क्षेत्र
3. ज्वालामुखी क्षेत्र
4. विनाशी प्लेट सीमाओं का आभिसरण
इस क्षेत्र में चिली, कैलिफोर्निया, अलास्का, जापान, फिलीपींस, न्यूजीलैंड आदि में भूकम्प के विस्तृत क्षेत्र आते हैं।

10. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2006]

1. रिक्टर स्केल एक लघुगणकीय (लॉगेरिथम) मापक्रम है तथा इसके फलस्वरूप परिमाण मात्रक में 1 की वृद्धि आयाम के लिए 10 के गुणक को निरूपित करती है।

2. रिक्टर स्केल में प्रत्येक पूर्णांक पठन पर ऊर्जा पूर्ववर्ती पूर्णांक पठन की ऊर्जा के 100 गुना होती है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:भूकम्पीय परिमाण का मापन रिक्टर स्केल (Richter Scale) एवं तीव्रता का संशोधित मरकेली स्केल (Modified Mercalli Scale) पर किया जाता है। रिक्टर स्केल का आविष्कार वर्ष 1935 में चार्ल्स एफ. रिक्टर ने किया था। रिक्टर मापन लघुगणकीय पैमाने (Logarithmic Scale) पर आधारित होती है, जिसका आधार 10 अंक होता है। प्रत्येक अंक सिस्मोग्राम (Seismogram) पर 10 गुने आयाम (10 Times Amplitude) की वृद्धि को प्रदर्शित करता है, जबकि प्रत्येक अंक पर ऊर्जा लगभग 32 गुना (31.6 गुना ) मुक्त होती है। एक अंक मापन की भूकम्पीय तरंग 6 औंस TNT (6 Ounces of TNT) ऊर्जा निर्मुक्त करती है। अतः स्पष्ट है कि कथन (1) सही तथा कथन (2) गलत है।