भूगर्भिक इतिहास

Total Questions: 20

1. महाद्वीप अलग कैसे हुए? [53rd to 55th B.P.S.C. (Pre) 2011]

Correct Answer: (b) विवर्तनिक क्रिया से
Solution:महाद्वीपों के अलग होने के कारण के रूप में विवर्तनिक क्रिया को सर्वाधिक उपयुक्त माना जाता है। पृथ्वी के ऊपरी भाग अर्थात् स्थलमंडल (Lithosphere) (संपूर्ण क्रस्ट एवं मेंटिल का ऊपरी भाग) का निर्माण विभिन्न प्लेटों से हुआ है। ये प्लेटें विभिन्न प्रारूपों में विवर्तनिक क्रिया के फलस्वरूप गतिशील तथा प्रवाहित होती हैं। इस प्रकार ये प्लेटें अपने ऊपर स्थित महाद्वीप तथा महासागरीय भागों को अपने प्रवाह के साथ ही स्थानांतरित करती हैं।

2. निम्नलिखित महाद्वीपों में से कौन-सा गोंडवानालैंड का भाग नहीं था? [U.P.P.C.S. (Mains) 2016]

Correct Answer: (a) उत्तरी अमेरिका
Solution:पैंजिया के उत्तरी भाग को लॉरेशिया और दक्षिणी भाग को गोंडवानालैंड कहा गया। लॉरेशिया में उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, यूरोप और एशिया शामिल थे, जबकि गोंडवानालैंड में दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, मेडागास्कर, अरब प्रायद्वीप, प्रायद्वीपीय भारत, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका शामिल थे।

3. पैंजिया से टूटे हुए दक्षिणी महाद्वीप को क्या कहते हैं? [68th B.P.S.C. (Pre) 2022]

Correct Answer: (c) गोंडवानालैंड
Solution:पैंजिया के उत्तरी भाग को लॉरेशिया और दक्षिणी भाग को गोंडवानालैंड कहा गया। लॉरेशिया में उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, यूरोप और एशिया शामिल थे, जबकि गोंडवानालैंड में दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, मेडागास्कर, अरब प्रायद्वीप, प्रायद्वीपीय भारत, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका शामिल थे।

4. भारत प्राचीन सुपर महाद्वीप गोंडवानालैंड का भाग था। इसमें वर्तमान समय का निम्न भू-भाग शामिल था- [M.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) ये सभी
Solution:पैंजिया के उत्तरी भाग को लॉरेशिया और दक्षिणी भाग को गोंडवानालैंड कहा गया। लॉरेशिया में उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, यूरोप और एशिया शामिल थे, जबकि गोंडवानालैंड में दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, मेडागास्कर, अरब प्रायद्वीप, प्रायद्वीपीय भारत, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका शामिल थे।

5. कोकोस प्लेट किनके मध्य पायी जाती है? [63rd B.P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (a) मध्य अमेरिका तथा प्रशांत प्लेट
Solution:कोकोस प्लेट मध्य अमेरिका तथा प्रशांत प्लेट के मध्य पायी जाती है।

6. पृथ्वी पर मूलतः एक ही विशाल मूखंड था जिसे कहते हैं- [U.P.P.C.S. (Mains) 2016]

Correct Answer: (b) पैंजिया
Solution:कार्बोनिफेरस युग में समस्त स्थल भाग, एक स्थल भाग के रूप में संलग्न थे। इस स्थलपिंड का नामकरण पैंजिया किया गया।

7. निम्नलिखित पर विचार कीजिए : [I.A.S. (Pre) 2013]

1. विद्युत-चुंबकीय विकिरण

2. भूतापीय ऊर्जा

3. गुरुत्वीय बल

4. प्लेट संचलन

5. पृथ्वी का घूर्णन

6. पृथ्वी का परिक्रमण

उपर्युक्त में से कौन-से पृथ्वी के पृष्ठ पर गतिक परिवर्तन लाने के लिए जिम्मेदार हैं?

Correct Answer: (d) 1, 2, 3, 4, 5, और 6
Solution:पृथ्वी के पृष्ठ पर गतिक परिवर्तन में अंतर्जात बलों की भूमिका होती है। सामान्य रूप में अंतर्जात बलों की उत्पत्ति के संभावित कारणों में पृथ्वी के आंतरिक भाग में तापीय विषमता तथा शैलों का संकुचन तथा विस्तार होना है। साथ ही विद्युत चुंबकीय विकिरण, गुरुत्वीय बल की भी प्रमुख भूमिका होती है। भूतापीय ऊर्जा, पृथ्वी का घूर्णन एवं परिक्रमण भी पृथ्वी के पृष्ठ पर गतिक परिवर्तन लाने के लिए जिम्मेदार हैं।

8. सही कालक्रम में व्यवस्थित कीजिए- [U.P.P.C.S. (Mains) 2017]

(1) पटपरा जमाव

(ii) खेतौन्ही जमाव

(iii) बाघोर जमाव

(iv) सिहावल जमाव

Correct Answer: (b) (iv), (i), (iii), (ii)
Solution:
(जमाव) (कालक्रम)
सिहावल जमाव निम्न पुरापाषाण काल
पटपरा जमाव मध्य पुरापाषाण काल
बाघोर जमाव उच्च पुरापाषाण काल
खेतौन्ही जमाव नव पाषाण काल एवं लघु पाषाण काल

9. निम्न घटनाओं पर विचार कीजिए - [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

1. पहला सरीसृप

2. पहला कीट

3. कवचवाले जीव

4. पहला स्तनधारी

उपर्युक्त घटनाओं को पृथ्वी पर उनके उत्पन्न होने के कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए तथा नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (c) 3, 2, 1, 4
Solution:पृथ्वी की उत्पत्ति अनुमानतः 4.6 अरब वर्ष पूर्व हुई तथा कालांतर में इस पर जीवन की उत्पत्ति हुई। प्रश्नगत विकल्पों में सर्वप्रथम कवचवाले जीव (Shelled animals) उत्पन्न हुए, उसके बाद क्रमशः कीटों (Insects), सरीसृपों (Reptiles) तथा स्तनधारियों (Mammals) की उत्पत्ति हुई। अतः विकल्प (c) अमीष्ट उत्तर होगा।

10. राजस्थान मरुस्थल अथवा थार मरुस्थल निम्नलिखित में किसका विस्तार है? [U.P.P.C.S. (Pre), 2018]

Correct Answer: (c) प्लीस्टोसीन एवं अभिनव जमाव
Solution:राजस्थान मरुस्थल अथवा थार मरुस्थल 'प्लीस्टोसीन एवं अभिनव जमाव' का विस्तार है। पुरातत्व विभाग के अनुसार, थार मरुस्थल का निर्माण 70,000 वर्ष पहले प्रारंभ हुआ था, जबकि NCERT के अनुसार 'प्लीस्टोसीन' युग 20 लाख वर्ष पूर्व से लेकर 10,000 वर्ष पूर्व तक रहा। इस तरह थार मरुस्थल के निर्माण व विस्तार का समय प्लीस्टोसीन युग के अंतर्गत ही है।