मानव का उद्भव एवं विकासः प्रस्तर युग

Total Questions: 35

11. सर्वप्रथम किन स्थलों से पशुपालन के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं?

Correct Answer: (c) (a) और (b) दोनों
Solution:मध्य प्रदेश के आदमगढ़ और राजस्थान के बागोर दोनों ही स्थलों से पशुपालन के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जिनका समय लगभग 5000 ई.पू. हो सकता है। बागोर तथा आदमगढ़ से लगभग 6000 ई.पू. में बकरियां पाले जाने के साक्ष्य मिलते हैं।

12. लंघनाज का संबंध किस राज्य से है?

Correct Answer: (b) गुजरात
Solution:लंघनाज मध्यपाषाण संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थल है, यह गुजरात में अवस्थित है

13. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-

सूची-I (मध्यपाषाण कालीन स्थल)सूची-II (संबंधित राज्य)
(A) बागोर(I) राजस्थान
(B) चोपनीमांडो(II) गुजरात
(C) आदमगढ़(III) उत्तर प्रदेश
(D) लंग्नाज(IV) मध्य प्रदेश

 

OptionABCD
(a)IIIIIIIV
(b)IIIIIIIV
(c)IIIIIIIV
(d)IIIIIVII
Correct Answer: (d)
Solution:सही सुमेलि निम्न है- बागोर - राजस्थान चोपनीमांडो- उत्तर प्रदेश आदमगढ मध्य प्रदेश लंघनाज गुजरात

14. निम्नलिखित में से किस नवपाषाण स्थल के लोग कच्ची ईंटों के घर बनाकर रहते थे?

Correct Answer: (b) मेहरगढ़
Solution:मेहरगढ़ में लगभग 7000 ई.पू. के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जो कि वर्तमान पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में अवस्थित है, मेहरगढ़ में बसने वाले नवपाषाण युग के लोग अधिक उन्नत थे। वे गेंहूं, जौ, राई उपजाते थे और कच्ची ईंटों के घरों में रहते थे।

15. नवपाषाणकालीन किस स्थल में शवों के साथ पालतू कुत्ते को भी दफनाया जाता था?

Correct Answer: (a) बुर्जहोम
Solution:बुर्जहोम के लोग रूखड़े धूसर मृदभांडों का प्रयोग करते थे। यह रोचक बात है, कि यहां कब्रों में पालतू कुत्ते भी अपने मालिकों के शवों के साथ दफनाए जाते थे।

16. निम्नलिखित में से किस नवपाषाणकालीन स्थल के लोग मौसमी शिविरों में रहते थे?

Correct Answer: (b) पिक्लीहल
Solution:दक्षिण भारत में नवपाषाण अवस्था 2000 ई.पू. से 1000 ई.पू. तक जारी रही। कर्नाटक के पिक्लीहल के नवपाषाणयुगीन निवासी पशुपालक थे और गाय, बैल, बकरी, भेंड़ आदि पालते थे। वे मौसमी शिविरों में निवास करते थे।

17. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-

कथन (1) सबसे पहले कुंभकारी नवपाषाणकाल में प्रारंभ हुई।

कथन (2) नवपाषाण कालीन मृद भांड पालिशदार काले मृदभांड, धूसर मृदभांड व चटाई के छाप वाले मृदभांड पाए जाते हैं।

उपर्युक्त कथनों में से सत्य कथन का चुनाव करेंः

Correct Answer: (c) 1 और 2
Solution:कुंभकारी सबसे पहले इसी अवस्था में दिखाई देती है, आरंभ में हाथ से बनाए गए मृद्भांड मिलते हैं। बाद में मिट्टी के बर्तन चाक पर बनने लगे इन बर्तनों में पालिशदार काले मृद्भांड, धूसर मृद्भांड, चटाई की छाप वाले मृद्भांड आदि पाए जाते हैं।

18. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-

कथन (1) हंसिया फसल काटने में प्रयोग होता था।

कथन (2) कुल्हाड़ी का उपयोग पेड़ों को काटने व छांटने में होता था।

कथन (3) सिल व बट्टा का उपयोग अनाज पीसने में होता था।

उपर्युक्त कथनों में से सत्य कथन का चुनाव करें :

Correct Answer: (d) सभी
Solution:नवपाषाण कालीन औजारों के संदर्भ में सभी कथन सत्य हैं। हंसिया, लकड़ी के घुमावदार डंडे में पत्थर के छोटे-छोटे धारदार चिप्पड़ फंसाकर बनाया जाता था, कुल्हाड़ी, कठोर पत्थर से बनाई जाती थी जिसे लकड़ी के एक डंडे में फंसाया जाता था। सिल और बट्टा का इस्तेमाल अनाज पीसने के लिए होता था।

19. भारत में चावल/धान उगाने के प्राचीनतम साक्ष्य किस पुरास्थल से प्राप्त हुए हैं?

Correct Answer: (a) कोल्डिहवा
Solution:वर्तमान साक्ष्यों से यह प्रतीत होता है कि पश्चिमी एशिया में गेहूं और जौ उगाना 7000 ई.पू. में शुरू हो गया था। भारत में चावल/धान उगाना लगभग 700 ई.पू. में शुरू हुआ, जैसा कि बेलन घाटी में स्थित कोल्डिहवा पुरास्थल से प्राप्त साक्ष्यों से पता चलता है।

20. सभी प्रारंभिक नवपाषाणकालीन संस्कृतियों की अर्थव्यवस्था मुख्यतः किस पर आधारित थी?

Correct Answer: (c) खेती और पशुपालन
Solution:सभी प्रारंभिक नवपाषाणकालीन संस्कृतियों की अर्थव्यवस्था खेती और पशुपालन पर आधारित थी। नवपाषाण कालीन कृषि पर सीआधारित क्षेत्रों का मोटे तौर पर 4 भागों में विभाजन किया गया है- (i) सिंधु प्रणाली (ii) गंगा घाटी (iii) प. भारत व उत्तरी दक्कन (iv) दक्षिणी दक्कन