मूल अधिकार भाग – 2 (भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन)

Total Questions: 50

1. भारतीय गणराज्य के संविधान का कौन-सा अनुच्छेद व्यक्ति की 'प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता' के संरक्षण से संबंधित है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) अनुच्छेद 21
Solution:भारतीय गणराज्य के संविधान का अनुच्छेद 21 व्यक्ति की प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता के संरक्षण (Protection of life and personal liberty) से संबंधित है। इस अनुच्छेद के अनुसार, किसी व्यक्ति को, उसके प्राण या दैहिक स्वतंत्रता से विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अनुसार ही वंचित किया जाएगा, अन्यथा नहीं। अनुच्छेद 19 वाक् स्वातंत्र्य आदि विषयक कुछ अधिकारों का संरक्षण, अनुच्छेद 20 अपराधों के लिए दोषसिद्धि के संबंध में संरक्षण और अनुच्छेद 22 कुछ दशाओं में गिरफ्तारी और निरोध से संरक्षण से संबंधित है।

2. भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में विधि की सम्यक् प्रक्रिया के सिद्धांत को शामिल किया गया है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2014]

Correct Answer: (c) 21
Solution:अनुच्छेद 21 में प्रयुक्त 'विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया' पदावली को उसी अर्थ में प्रयुक्त किया गया है, जिस अर्थ में अमेरिकन संविधान में 'सम्यक् विधि प्रक्रिया' शब्दावली का प्रयोग किया गया है।

3. भारतीय संविधान का कौन-सा अनुच्छेद व्यक्ति के विदेश यात्रा के अधिकार को संरक्षण प्रदान करता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (c) 21
Solution:सतवंत सिंह बनाम असिस्टेंट पासपोर्ट ऑफिसर, नई दिल्ली (A.I.R. 1967) तथा मेनका गांधी बनाम भारत संघ (A.I.R. 1978) के मामलों में यह अभिनिर्धारित किया गया है कि अनुच्छेद 21 में प्रयुक्त "दैहिक स्वतंत्रता" शब्दावली में संचरण का अर्थात इच्छानुसार कभी भी तथा कहीं भी जाने का अधिकार आता है, जिसमें विदेश भ्रमण भी शामिल है।

4. मेनका गांधी वाद, 1978 में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अनुच्छेद 21 के न्यायिक निर्वचन के संबंध में त्रुटिपूर्ण कथन को पहचानिए। [Raj.P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) यह भार याचिकाकर्ता पर है, कि वह सिद्ध करे कि जिस कानून की प्रक्रिया से उसे उसके जीवन या दैहिक स्वतंत्रता से वंचित किया गया है, वह स्वेच्छाचारी है।
Solution:मेनका गांधी वाद, 1978 में उच्चतम न्यायालय के निर्णय के तहत अनुच्छेद 21 के न्यायिक निर्वचन के संदर्भ में यह भार याचिकाकर्ता पर नहीं है, कि वह सिद्ध करे कि जिस कानून की प्रक्रिया से उसे उसके जीवन या दैहिक स्वतंत्रता से वंचित किया गया है, वह स्वेच्छाचारी है। बल्कि यह भार राज्य पर है कि वह सिद्ध करे कि ऐसी कानून की प्रक्रिया स्वेच्छाचारी नहीं है। उच्चतम न्यायालय ने अपने निर्णय में कहा कि अनुच्छेद 21 के तहत विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया 'सही, न्यायसंगत और युक्तिपूर्ण' (right and just and fair) होनी चाहिए न कि 'स्वेच्छाचारी, काल्पनिक या दमनकारी' (arbitrary, fanciful or oppressive)। अन्य तीनों प्रश्नगत कथन सही हैं।

5. निम्नांकित में से किन्हें सर्वोच्च न्यायालय ने मौलिक अधिकार के रूप में मान्यता दी है? [U.P.P.C.S. (Pre) 1998]

(1) आवास का अधिकार

(2) विदेश यात्रा का अधिकार

(3) समान कार्य के लिए समान वेतन का अधिकार नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए :

Correct Answer: (d) 1, 2 तथा 3
Solution:चमेली सिंह बनाम उ.प्र. राज्य (A.I.R. 1995) वाद में दिए गए निर्णय के अनुसार, आश्रय का अधिकार अनु. 21 के अंतर्गत मूल अधिकार है। न्यायालय के अनुसार, इसमें वह घर शामिल है, जहां वह गरिमापूर्ण जीवन जी सके। सतवंत सिंह बनाम असिस्टेंट पासपोर्ट ऑफिसर, नई दिल्ली (A.I.R. 1967) तथा मेनका गांधी बनाम भारत संघ (A.I.R. 1978) वादों में दिए गए निर्णयों के अनुसार, विदेश यात्रा का अधिकार अनु. 21 के अंतर्गत मूल अधिकार है। 'समान कार्य के लिए समान वेतन' यद्यपि संविधान के अनुच्छेद 39 (घ) के तहत राज्य नीति के निदेशक तत्वों का भाग है, तथापि रणधीर सिंह बनाम भारत संघ (A.I.R. 1982) वाद में सर्वोच्च न्यायालय ने यह निर्धारित किया कि संविधान की प्रस्तावना और अनुच्छेद 39 (घ) के आलोक में अनुच्छेद 14 एवं 16 को पढ़ने से 'समान कार्य के लिए समान वेतन' का सिद्धांत प्राप्त होता है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अपनी कई प्रारंभिक परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों में 'समान कार्य के लिए समान वेतन' को उपर्युक्त उपबंधों के तहत सर्वोच्च न्यायालय द्वारा परिभाषित या निगमित मौलिक अधिकार माना है। अतः इस प्रश्न का समुचित उत्तर विकल्प (d) है।

6. निम्नलिखित अधिकारों में से कौन-सा अधिकार अनुच्छेद 19(1) (d) को अनुच्छेद 21 से मिलाकर पढ़ने पर प्राप्त होता है? [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002 U.P.P.C.S. (Pre) 2003 U.P. P.C.S. (Mains) 2004]

Correct Answer: (c) एकांतता का अधिकार
Solution:इन चारों में से किसी भी अधिकार का उल्लेख अलग से अथवा स्पष्टतया मूल अधिकारों में से नहीं हुआ है, किंतु उच्चतम न्यायालय ने अपने सृजनात्मक निर्वचन द्वारा इन चारों अधिकारों को मूल अधिकारों में अंतर्निहित माना है। विशेषकर अनुच्छेद 21 के प्राण और दैहिक स्वतंत्रता के संरक्षण (प्रोटेक्शन ऑफ लाइफ एंड पर्सनल लिबर्टी) के अधिकार के अंदर इन चारों अधिकारों को भी विभिन्न निर्णयों के द्वारा शामिल माना गया है।

गोविंद बनाम मध्य प्रदेश राज्य वाद (1975) तथा मलक सिंह एवं अन्य बनाम पंजाब एवं हरियाणा वाद (1980) आदि में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा यह अभिनिर्धारित किया गया कि संविधान के अनुच्छेद 19(1)(d) (भारत के राज्य क्षेत्र में सर्वत्र अबाध संचरण का अधिकार) को अनुच्छेद 21 (जीवन का अधिकार) से मिलाकर पढ़ने पर एकांतता या निजता का अधिकार (Right to Privacy) प्राप्त होता है। उल्लेखनीय है कि जस्टिस के. एस. पुट्टास्वामी बनाम भारत संघ वाद ('आधार' मामले) में भी अगस्त, 2017 में सर्वोच्च न्यायालय की 9-सदस्यीय संविधान पीठ ने 'निजता के अधिकार' (Right to Privacy) को संविधान के अनुच्छेद 21 में अंतर्निहित तथा संविधान के भाग III द्वारा गारंटीकृत स्वतंत्रताओं का भाग मानते हुए इसे स्पष्टतः संवैधानिक संरक्षण प्रदान किया है। उच्चतम न्यायालय ने विकल्पों में दिए गए उपर्युक्त 4 अधिकारों के अतिरिक्त अन्य अनेक अधिकारों को भी अपने विभिन्न निर्णयों में अनुच्छेद 21 के अंतर्गत माना है। इनमें से कुछ प्रमुख ये हैं-

1. अच्छे पर्यावरण का अधिकार,

2. शीघ्र विचारण का अधिकार,

3. विधिक सहायता का अधिकार,

4. एकांत कारावास के विरुद्ध अधिकार,

5. पैर में डंडा-बेड़ी डालने के विरुद्ध अधिकार,

6. फांसी में विलंब के विरुद्ध अधिकार,

7. अभिरक्षा में हिंसा के विरुद्ध अधिकार,

8. पीने योग्य शुद्ध जल का अधिकार,

9. अच्छी सड़कों का अधिकार,

10. प्रतिष्ठा का अधिकार,

11. एक चिकित्सक द्वारा घायल को चिकित्सकीय सहायता,

12. कार्यस्थल पर महिलाओं के लैंगिक उत्पीड़न के विरुद्ध अधिकार।

7. निजता के अधिकार को जीवन एवं व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार के अंतर्भूत भाग के रूप में संरक्षित किया जाता है। भारत के संविधान में निम्नलिखित में से किससे उपर्युक्त कथन सही एवं समुचित ढंग से अर्थित होता है? [I.A.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (c) अनुच्छेद 21 एवं भाग III में गारंटी की गई स्वतंत्रताएं
Solution:उपर्युक्त दिया गया कथन अनुच्छेद 21 एवं भाग III में गारंटी की गई स्वतंत्रताओं के अंतर्गत सही एवं समुचित ढंग से अर्थित होता है। 24 अगस्त, 2017 को सर्वोच्च न्यायालय की 9 सदस्यीय संविधान पीठ ने भी निजता के अधिकार को मौलिक अधिकार का दर्जा प्रदान किया तथा यह कहा कि निजता का अधिकार जीवन एवं व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार के अंतर्भूत भाग के रूप में संरक्षित है।

8. भारत के संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत 'निजता का अधिकार' संरक्षित है? [I.A.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) अनुच्छेद 21
Solution:उपर्युक्त दिया गया कथन अनुच्छेद 21 एवं भाग III में गारंटी की गई स्वतंत्रताओं के अंतर्गत सही एवं समुचित ढंग से अर्थित होता है। 24 अगस्त, 2017 को सर्वोच्च न्यायालय की 9 सदस्यीय संविधान पीठ ने भी निजता के अधिकार को मौलिक अधिकार का दर्जा प्रदान किया तथा यह कहा कि निजता का अधिकार जीवन एवं व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार के अंतर्भूत भाग के रूप में संरक्षित है।

9. भारत के संविधान का कौन-सा अनुच्छेद अपनी पसंद के व्यक्ति से विवाह करने के किसी व्यक्ति के अधिकार को संरक्षण देता है? [I.A.S. (Pre) 2019]

Correct Answer: (b) अनुच्छेद 21
Solution:27 मार्च, 2018 को गैर-सरकारी संगठन शक्ति वाहिनी बनाम भारत संघ वाद में उच्चतम न्यायालय ने जीवनसाथी चुनने के अधिकार को मूल अधिकार मानते हुए इसे अनुच्छेद 21 में निहित माना था।

10. निम्नलिखित में से कौन संविधान के अनुच्छेद 21 के दायरे में नहीं आता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (d) मृत्युदंड
Solution:जगमोहन सिंह बनाम स्टेट ऑफ उत्तर प्रदेश के मामले में सर्वोच्च न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने मृत्युदंड को अनुच्छेद 21 का उल्लंघनकारी मानने से इंकार कर दिया था। अतः स्पष्ट है कि मृत्युदंड, अनुच्छेद 21 के दायरे में नहीं आता है।