यांत्रिकी (भौतिक विज्ञान)

Total Questions: 35

11. ऊर्जा संरक्षण का आशय है कि- [M.P. P.C.S. (Pre) 2000]

Correct Answer: (d) ऊर्जा का न तो सृजन हो सकता है और न ही विनाश
Solution:ऊर्जा संरक्षण के मूल सिद्धांत के अनुसार, ऊर्जा का न तो सृजन हो सकता है और न ही ऊर्जा का विनाश हो सकता है। यह बताता है कि किसी भी विलगित प्रणाली (isolated system) में ऊर्जा का कुल मान स्थिर रहता है। इसे न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है, बल्कि यह केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित होती है। उदाहरण के लिए, यांत्रिक ऊर्जा, रासायनिक ऊर्जा, विद्युत ऊर्जा, ऊष्मीय ऊर्जा आदि।

12. हमारे द्वारा उपयोग किए जाने वाले ऊर्जा के अधिकांश स्रोत संगृहित सौर ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं। निम्नलिखित में से कौन-सा अंततः सूर्य की ऊर्जा से व्युत्पन्न नहीं होता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (E) a और b दोनों
Solution:भूतापीय ऊर्जा सूर्य द्वारा उत्पादित नहीं होती, बल्कि यह पृथ्वी के भीतरी भाग में होने वाली नाभिकीय अभिक्रियाओं से व्युत्पन्न होती है। नाभिकीय ऊर्जा, ऊर्जा का एक ऐसा रूप है, जो परमाणु नाभिक (Atomic nucleus) द्वारा मुक्त (Released) होता है। नाभिक में प्रोटॉन एवं न्यूट्रॉन होते हैं। नाभिकीय ऊर्जा दो विधियों यथा विखंडन (Fission) एवं संलयन (Fusion) द्वारा उत्पादित हो सकती है। स्पष्ट है कि भूतापीय ऊर्जा (Geothermal energy) और नाभिकीय ऊर्जा (Nuclear energy) दोनों ही सूर्य की ऊर्जा से व्युत्पन्न नहीं हैं, जबकि बायोमास ऊर्जा और पवन ऊर्जा (Wind energy) सूर्य की ऊर्जा से व्युत्पन्न (Derived) हैं।

13. हवाओं की ऊर्जा होती है- [Uttarakhand Lower Sub. (Pre) 2010]

Correct Answer: (b) केवल गतिज
Solution:'बहती हुई हवा' (Wind) में केवल गतिज ऊर्जा होती है। हवाओं की गतिज ऊर्जा को ऊर्जा के अन्य रूपों जैसे विद्युत या यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है।

14. वायु शक्ति (विंड पॉवर) में ऊर्जा का कौन-सा रूप विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित होता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) गतिज ऊर्जा
Solution:बहती वायु से उत्पन्न की गई ऊर्जा को पवन ऊर्जा कहते हैं। पवन ऊर्जा के उत्पादन के लिए हवादार जगहों पर पवन चक्कियों को लगाया जाता है, जिनके द्वारा वायु की गतिज ऊर्जा यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है। इस यांत्रिक ऊर्जा को जनित्र की मदद से विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है।

15. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- [U.P.P.C.S. (Mains) 2002]

सूची-I (ऊर्जा का रूपांतरण)सूची-II (यंत्र/प्रक्रम)
A. ऊष्मा से विद्युत1. कार ब्रेकिंग
B. विद्युत से ध्वनि2. नाभिकीय रिएक्टर
C. द्रव्यमान से ऊष्मा3. लाउडस्पीकर
D. रासायनिक से ऊष्मा एवं प्रकाश4. सौर सेल


5. ईंधन दहन

कूट:

ABCD
1234
4325
2135
3124

Correct Answer: (b)
Solution:
ऊर्जा का रूपांतरणयुक्ति/प्रक्रम
ऊष्मा से वैद्युतसौर सेल
वैद्युत से ध्वनिलाउडस्पीकर
द्रव्यमान से ऊष्मानाभिकीय रिएक्टर
रासायनिक से ऊष्मा एवं प्रकाशईंधन दहन

16. गति को सर्वप्रथम किसने परिभाषित किया? [67th B.P.S.C. (Pre) (Re-Exam) 2022]

Correct Answer: (a) गैलीलियो
Solution:गैलीलियो ने ही सर्वप्रथम एकसमान रेखीय गति को परिभाषित किया था। उनके अनुसार, प्रति इकाई समय में तय की गई दूरी को गति (speed) कहते हैं। तत्पश्चात न्यूटन ने पिंडों एवं वस्तुओं की गति का वर्णन करने के लिए गति के नियम प्रतिपादित किए।

17. न्यूटन के गति का पहला नियम जाना जाता है? [Chhattisgarch P.C.S. (Pre) 2019]

Correct Answer: (b) जड़ता का नियम
Solution:न्यूटन के गति के प्रथम नियम को 'जडत्व का नियम' (Law of Inertia) भी कहा जाता है। इसके अनुसार, "प्रत्येक पिंड तब तक अपनी विरामावस्या अथवा सरल रेखा में एकसमान गति की अवस्था में रहता है. जब तक कोई बाहा बल उसे अन्यथा व्यवहार करने के लिए विवश नहीं करता।"

18. एक ट्रेन जैसे ही चलना आरंभ करती है, उसमें बैठे हुए यात्री का सिर पीछे की ओर झुक जाता है। इसका कारण है- [U.P. U.D.A/L.D.A. (Pre) 2010]

Correct Answer: (a) स्थिरता का जड़त्य
Solution:यात्री टेन के एकाएक चल देने से पीछे की ओर गिर जाते हैं। इसका कारण यह है कि यात्री के शरीर का निचला हिस्सा जो गाड़ी के संपर्क में है, यह हिस्सा गाड़ी के साथ-साथ चलने लगता है परंतु ऊपरी हिस्सा स्थिरता के जड़त्व के कारण विरामावस्था में ही बने रहने का प्रयत्न करता है। फलतः यात्री के शरीर का ऊपरी हिस्सा पीछे की ओर झुक जाता है।

19. स्थित विज्ञान निम्नलिखित में से किससे संबंधित है? [M.P. P.C.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (b) विश्राम की स्थित
Solution:'स्थित विज्ञान' (Statics) यांत्रिकी की वह शाखा है, जो विश्राम की स्थिति से संबंधित है।

20. कथन (A): एक पूर्णतः घर्षणहीन पृष्ठ (Completely Friction- less Surface) पर खड़ा एक व्यक्ति सीटी बजाने से अपने को गति में ला सकता है। [I.A.S. (Pre) 2000]

कारण (R) : यदि किसी तंत्र पर कोई बाह्य बल क्रियाशील नहीं है, तो इसका संवेग H परिवर्तित नहीं हो सकता।

कूट :

Correct Answer: (b) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
Solution:घर्षणहीन पृष्ठ पर कोई भी व्यक्ति गति नहीं कर सकता, क्योंकि किसी भी प्रकार की गति के लिए घर्षण आवश्यक है। हालांकि पूर्णतः घर्षणरहित सतह पर कोई व्यक्ति सीटी बजाकर अपने को गति में ला सकता है। सीटी बजाने के लिए व्यक्ति एक दिशा में हवा छोड़ेगा, जिसके परिणामस्वरूप विपरीत दिशा में वह गति करने लगेगा। कारण (R) में संवेग संरक्षण के सिद्धांत का उल्लेख है, जो कि पूर्णतः सत्य है।