Solution:कार्य-ऊर्जा प्रमेय (Work-Energy Theorem) के अनुसार, किसी वस्तु पर किया गया शुद्ध कार्य उसकी गतिज ऊर्जा में परिवर्तन के बराबर होता है। यहाँ, अवरोधक बल द्वारा किया गया कार्य = गतिज ऊर्जा में परिवर्तन अवरोधक बल द्वारा किया गया कार्य = बल × दूरी W=F×d
चूंकि सभी वाहनों की गतिज ऊर्जाएं समान हैं, और उन्हें रोकने के लिए समान अवरोधक बल (F) लगाया जा रहा है, तो उन्हें रोकने के लिए आवश्यक कार्य (W) भी समान होगा। यदि KE₁=KE₂=KE₃ (ट्रक, कार, मोटरसाइकिल की गतिज ऊर्जा) और F₁1=F₂=F₃ (अवरोधक बल)
तो, F×X=F×Y=F×Z इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि X=Y=Z
अर्थात, यदि गतिज ऊर्जा और अवरोधक बल समान हैं, तो सभी वाहन समान दूरी पर रुकेंगे, भले ही उनका द्रव्यमान अलग-अलग हो।