Solution: Tanθ∝V²/rg
- θ = अभिलंब से झुकाव (Banking angle)
- r = वृत्ताकार पथ की त्रिज्या (Radius of the circular path)
- V = गाड़ी का वेग (Velocity of the vehicle)
यह समीकरण बताता है कि किसी मोड़ पर बिना फिसले या पलटे सुरक्षित रूप से मुड़ने के लिए आवश्यक बैंकिंग (झुकाव) या घर्षण बल का संबंध गाड़ी की गति, मोड़ की त्रिज्या और गुरुत्वाकर्षण से कैसे है।
"यदि कोई गाड़ी वांछित चाल के सापेक्ष तेज चल रही है, तो वह मोड़ पर बाहर की ओर को फिसलने लगती है परन्तु तब घर्षण बल भीतर की ओर लगकर अतिरिक्त अभिकेंद्रीय बल प्रदान कर देता है।"
इसका मतलब है कि जब गाड़ी तेज चलती है, तो उस पर लगने वाला अपकेंद्रीय बल (जो उसे बाहर की ओर धकेलता है) बढ़ जाता है। इस अपकेंद्रीय बल को संतुलित करने और गाड़ी को मोड़ पर बनाए रखने के लिए, घर्षण बल काम करता है, जो अंदर की ओर लगता है और आवश्यक अभिकेंद्रीय बल प्रदान करता है।
"एक तीक्ष्ण वृत्ताकार पथ पर वाहन बाहर की ओर फिसलेगा और बाहरी पहियों पर उलट जाएगा।"