रचना एवं रचनाकार (झारखंड)

Total Questions: 8

1. 'गायब होता हुआ देश' उपन्यास के लेखक हैं- [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (d) रणेंद्र
Solution:'गायब होता हुआ देश' उपन्यास के लेखक रणेंद्र हैं। इनकी यह पुस्तक इनके पहले उपन्यास 'ग्लोबल गांव के देवता' की तरह विस्थापित होते, टूटते-बिखरते और लगातार गायब होते जा रहे आदिवासी समाज की समस्याओं की कहानी कहती है।

2. 'कोचे कड़वा' नाटक के रचनाकार हैं- [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (a) सोलेमान मुर्मू
Solution:'कोचे कड़बा' (Koche karba) नाटक के रचनाकार सोलेमान मुर्मू हैं।

3. 'खेरवाल बांशो धोरोम पुथी' के रचयिता हैं- [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (c) मांझी रामदास टुडु
Solution:'खेरवाल बांशो धोरोम पुथी' के रचयिता मांझी रामदास टुडु हैं।

4. 'आदि धर्म' पुस्तक के रचनाकार हैं- [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (c) रामदयाल मुंडा
Solution:'आदि धर्म' (Adi-dharam) पुस्तक के रचनाकार रामदयाल मुंडा हैं।

5. खोरठा संकलनों का प्रकाशन 'मेघदूत' नाम से किस रचनाकार ने किया? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (d) श्रीनिवास पानुरी
Solution:झारखंडी भाषाओं में खोरठा ऐसी भाषा है, जो समुद्र (फरक्का के पास) और दामोदर नदी से संबंध रखती है। साथ ही यही ऐसी अकेली झारखंडी भाषा है, जिसका भाषा क्षेत्र विदेश (बांग्लादेश) से संबद्ध है। खोरठा संकलनों का प्रकाशन' मेघदूत' नाम से श्रीनिवास पानुरी ने किया था।

6. किस साहित्यकार की जन्मशती 2016 में है? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (d) राधाकृष्ण
Solution:साहित्यकार राधाकृष्ण की जन्मशती वर्ष 2016 में थी। ये झारखंड के द्वितीय पीढ़ी के कहानीकार माने जाते हैं। इनकी पहली कहानी 'सिन्हा साहेब' वर्ष 1929 में प्रकाशित हुई थी। इनके अन्य कहानी संग्रह हैं-रामलीला, सजला, गल्पिका, गेंद और गोल आदि।

7. संथाली का प्रथम छोटी कहानी का संग्रह था- [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (b) कुकमु
Solution:संथाली का प्रथम छोटी कहानी संग्रह कुकमु (Kukmu) था।

8. निम्नलिखित भाषाओं में से कौन-सी भाषा झारखंड के आदिवासी समुदाय से विलुप्त हो गई है? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (d) असुरी
Solution:वर्तमान समय में झारखंड की अनेक भाषाओं पर विलुप्त होने का गंभीर खतरा है। ये भाषाएं हैं- असुरी, बिरहोरी, मलतो, भूमीज, कुडख, मुंडारी, हो, खड़िया आदि।