राजकोषीय नीति एवं राजस्व (भाग – 2)(आर्थिक विकास)

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1. संसद में 26-2-10 को प्रस्तुत बजट आकलन 2010-11 के अनुसार, केंद्रीय योजना व्यय में सम्मिलित निम्नलिखित क्षेत्रों को उनके योजना व्यय के अनुसार अवरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए : [U.P.P.C.S. (Mains) 2009 U.P. P.C.S. (Pre) 2001, 2002 U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002]

1. ग्रामीण विकास                              2. ऊर्जा

3. परिवहन                                    4. सामाजिक सेवाएं

सही उत्तर का चयन नीचे दिए कूट से कीजिए:

कूट :

 

Correct Answer: (b) 2,4,3,1
Solution:प्रश्नकाल के समय अभीष्ट उत्तर विकल्प (b) था। बजट अनुमान 2024- 25 में ग्रामीण विकास पर 265808 करोड़ रुपये, ऊर्जा पर 76302 करोड़ रुपये, परिवहन पर 544039 करोड़ रुपये एवं सामाजिक सेवाएं (कल्याण) पर 56501 करोड़ रुपये दिया गया है।

2. प्रश्नकाल के समय अभीष्ट उत्तर विकल्प (b) था। बजट अनुमान 2024- 25 में ग्रामीण विकास पर 265808 करोड़ रुपये, ऊर्जा पर 76302 करोड़ रुपये, परिवहन पर 544039 करोड़ रुपये एवं सामाजिक सेवाएं (कल्याण) पर 56501 करोड़ रुपये दिया गया है। [U.D.A./L.D.A. (Pre) 2017]

सूची-I (क्षेत्र) सूची-II (बजट आवंटन : लाख करोड़)
A. रक्षा 1. 1.38 रुपये
B. कृषि एवं संबद्ध गतिविधियां 2. 1.69 रुपये
C. खाद्य सहायिकी 3. 0.63 रुपये
D. ग्रामीण विकास 4. 2.82 रुपये

 

    (A)

      (B)

      (C)

(D)

(a)

4

3

2

1

(b)

1

2

3

4

(c)

4

2

1

3

(d)

3

1

4

2

Correct Answer: (a)
Solution:निम्नलिखित सुमेलित है-
                  क्षेत्र         बजट आवंटन लाख करोड़ रुपये में
  वर्ष 2018-19 वर्ष 2024-25
रक्षा 2.82 4.55
कृषि एवं संबद्ध गतिविधियां 0.63 1.47
खाद्य सहायिकी 1.69 2.05
ग्रामीण विकास 1.39 2.66

अतः वर्ष 2018-19 के आंकड़ों के आधार पर विकल्प (a) सत्य है।

3. केंद्रीय बजट 2023-24 में कुल परिव्यय में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (c) सब्सिडी (9%)
Solution:केंद्रीय बजट 2023-24 में विकल्पगत मदों के तहत कुल व्यय में हिस्सा निम्नलिखित है -

ब्याज भुगतान 20 प्रतिशत

करों एवं शुल्कों में राज्य का हिस्सा 18 प्रतिशत

सब्सिडी - 7 प्रतिशत

रक्षा व्यय 8 प्रतिशत

अतः विकल्प (c) सही उत्तर है। अंतरिम बजट, 2024-25 में विकल्पगत मदों के तहत कुल व्यय में हिस्सा निम्न है -

ब्याज भुगतान - 20%, करों एवं शुल्कों में राज्यों का हिस्सा 20%,

सब्सिडी 6% तथा रक्षा व्यय 8%

4. संघ बजट 2010-11 में पूंजी प्राप्तियां - [U.P.P.C.S. (Mains) 2009]

Correct Answer: (b) आयगत प्राप्तियों से कम हैं।
Solution:प्रश्नकाल तथा वर्तमान के लिए भी विकल्प (b) अभीष्ट उत्तर है। बजट अनुमान 2024-25 के अनुसार, कुल प्राप्तियां 4765768 करोड़ रु. अनुमानित हैं, जिनमें राजस्व प्राप्तियां 3001275 करोड़ रु. (62.98%) तथा पूंजीगत प्राप्तियां 1764494 करोड़ रु. (37.02%) हैं।

5. निम्नलिखित में से कौन एक सार्वजनिक आगम का स्रोत नहीं है? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2009]

Correct Answer: (d) अर्थ-साह्ययकी (परिदान)
Solution:आयकर, सार्वजनिक ऋण एवं वैट सार्वजनिक आगम के स्रोत हैं, जबकि अर्थ-साह्ययकी (Subsidy) सार्वजनिक व्यय का भाग है।

6. निम्नांकित में कौन केंद्र सरकार के चालू खाते में आय के स्रोत हैं? [U.P. P.C.S. (Pre) 1998]

I. निगम कर

II. सार्वजनिक प्रतिष्ठानों से प्राप्त लाभ

III. राष्ट्रीय बचत-पत्रों का विक्रय

IV. विश्व बैंक से प्राप्त ऋण

V. उत्पाद शुल्क

नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर चुनिए :

कूट :

 

Correct Answer: (d) I,II तथा V
Solution:उपर्युक्त विकल्पों में से प्रथम दो विकल्प- निगम कर तथा सार्वजनिक प्रतिष्ठानों से प्राप्त लाभ एवं अंतिम विकल्प उत्पाद शुल्क चालू या राजस्व खाते से संबंधित हैं, जबकि अन्य दो विकल्प राष्ट्रीय बचत- पत्रों के विक्रय से प्राप्त राशि तथा विश्व बैंक से ऋण, पूंजीगत खाते के अंतर्गत आते हैं।

7. निम्न में से कौन-सा केंद्रीय बजट के राजस्व खाते में सम्मिलित नहीं किया जाता है? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (d) अल्प बचतें
Solution:कर प्राप्तियां, ब्याज प्राप्तियां, सरकारी विभागों व सार्वजनिक उपक्रमों से प्राप्त लाभ तथा लाभांश केंद्रीय बजट के राजस्व खाते की प्राप्तियों में शामिल होते हैं, जबकि अल्प बचतें पूंजी खाते की प्राप्तियों में शामिल होते हैं।

8. निम्नलिखित में से किसको किनको भारत सरकार के पूंजी बजट में शामिल किया जाता है? [I.A.S. (Pre) 2016]

1. सड़कों, इमारतों, मशीनरी आदि जैसी परिसंपत्तियों के अधिग्रहण पर व्यय

2. विदेशी सरकारों से प्राप्त ऋण

3. राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को अनुदत्त ऋण और अग्रिम

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :

 

Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:पूंजीगत बजट, केंद्र सरकार की परिसंपत्तियों के साथ-साथ दायित्वों से भी संबंधित राशियों का वह लेखा है, जो पूंजी में होने वाले परिवर्तनों से संबंध रखता है। इसके अंतर्गत सरकार की पूंजीगत प्राप्तियां एवं पूंजीगत व्यय शामिल होती हैं। सरकार की वे समस्त प्राप्तियां, पूंजीगत प्राप्तियां होती हैं, जो दायित्वों का सृजन या वित्तीय परिसंपत्तियों को कम करती हैं। पूंजीगत प्राप्तियों की मुख्य मदें सार्वजनिक कर्ज (सरकार द्वारा जनता से ऋण, ट्रेजरी बिल की बिक्री के द्वारा रिजर्व बैंक और व्यावसायिक बैंकों तथा अन्य वित्तीय संस्थाओं से ऋण, विदेशी सरकारों तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों से प्राप्त ऋण), केंद्र सरकार द्वारा प्रदत्त ऋणों की वसूली, लघु बचत योजनाओं, सार्वजनिक उद्यमों के विनिवेश आदि हैं। वहीं दूसरी ओर पूंजीगत व्यय सरकार के वे व्यय हैं, जिसके परिणामस्वरूप भौतिक या वित्तीय परिसंपत्तियों का सृजन या वित्तीय दायित्वों में कमी होती है। पूंजीगत व्यय के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण, भवन निर्माण, मशीनरी, उपकरण, शेयरों में निवेश तथा केंद्र सरकार के द्वारा राज्य सरकारों एवं संघ-शासित प्रदेशों, सार्वजनिक उपक्रमों एवं अन्य पक्षों को प्रदान किए गए ऋण और अग्रिम संबंधी व्ययों को शामिल किया जाता है।

9. निम्नलिखित में से क्या-क्या गैर-योजना व्यय के अंतर्गत आते हैं? [I.A.S. (Pre) 1995, 1997]

1. सब्सिडी

2. ब्याज भुगतान

3. रक्षा व्यय

4. पिछली योजनाओं में निर्माण आधारिक संरचना का अनुरक्षण व्यय

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

 

Correct Answer: (d) 1,2,3 तथा 4
Solution:सब्सिडी, ब्याज भुगतान, रक्षा व्यय, पिछली पंचवर्षीय योजनाओं में पूरी की गई परियोजनाओं का रख-रखाव व्यय, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेंशन भुगतान, राज्यों को संवैधानिक हस्तांतरण आदि गैर-योजना व्यय (राजस्व व्यय) के अंतर्गत आते हैं। बजट अनुमान 2017-18 से व्यय के योजनागत एवं गैर-योजनागत व्यय को समाप्त कर दिया गया है। रेल बजट को भी आम बजट में शामिल कर लिया गया है।

10. केंद्र सरकार के गैर-योजना व्यय के बारे में, निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है? [69th B.P.S.C. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) व्यय, ब्याज भुगतान पर होता है।
Solution:प्रश्नगत विकल्पों में से केंद्र सरकार के गैर-योजना व्यय के बारे में निम्नलिखित कथन सही है व्यय, ब्याज भुगतान पर होता है। ध्यातव्य है कि जब कोई व्यय योजनागत व्यय से इतर (रख-रखाव, प्रशासनिक इत्यादि) व्यय किया जाता है, तो उसे गैर-योजनागत व्यय कहते हैं। वर्तमान समय में भारत में योजनागत एवं गैर-योजनागत व्यय लेखांकन को समाप्त कर दिया गया है।