राजकोषीय नीति एवं राजस्व (भाग – 2)(आर्थिक विकास)

Total Questions: 50

41. उत्तर प्रदेश बजट, 2023-24 के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2023]

1. बजट का आकार 7,60,000 करोड़ रु. है।

2. राजकोषीय घाटा 84,883.16 करोड़ रु. रहने का अनुमान है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन करें-

कूट-

 

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए उत्तर प्रदेश के बजट का आकार 760000 करोड़ रु. नहीं, बल्कि 690242.43 करोड़ रु. है, अतः कथन 1 गलत है। चूंकि उत्तर प्रदेश के बजट, 2023-24 में राजकोषीय घाटा 84883.16 करोड़ अनुमानित है, अतः कथन 2 सही है। इस प्रकार सही उत्तर विकल्प (b) है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए उत्तर प्रदेश के बजट का आकार 7,36,437 करोड़ रु. अनुमानित है, जबकि राजकोषीय घाटा 86,531 करोड़ रु. अनुमानित है।

42. भारतीय लोक वित्त के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2002]

1. केंद्रीय बजट में दर्शाए गए विदेशी ऋण ऐतिहासिक विनिमय दरों पर निर्भर होते हैं।

2. निरंतर अधिक ऋण ने अर्थव्यवस्था में वास्तविक ब्याज दरों को ऊंचा रखा है।

3. हाल ही के वर्षों में राजकोषीय घाटे और सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) के बीच बढ़ते अनुपात का निजी निवेशों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।

4. ब्याज की अदायगी केंद्र सरकार के योजनेत्तर राजस्व व्यय का अकेला सबसे बड़ा घटक है।

इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं?

 

Correct Answer: (c) 2,3 और 4
Solution:प्रश्नगत विकल्पों में प्रथम विकल्प को छोड़कर अन्य सभी विकल्प सत्य है। केंद्रीय बजट में दर्शाए गए विदेशी ऋण ऐतिहासिक विनिमय दरों पर निर्भर न होकर वर्तमान विनिमय दर पर आधारित होते हैं।

43. संघ सरकार के निम्नलिखित बजट घाटों पर विचार कीजिए- [U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2002, 2003]

1. प्रारंभिक घाटा

3. आगम घाटा

2. राजकोषीय घाटा

इनकी मात्रा का घटता हुआ सही क्रम है-

 

Correct Answer: (a) 2,3,1
Solution:केंद्र सरकार के उपर्युक्त तीनों घाटे (करोड़ रु. में) निम्न प्रकार से हैं-
      घाटा       वर्ष 

2022-23

   वर्ष 2023-24            (ब.अ.)वर्ष 2023-24 (सं.अ.)    वर्ष 202425

(ब.अ.)

राजस्व घाटा    1069926 

     (3.9%)

      869855 

       (2.9%)

    840527 

     (2.8%)

      653383 

       (2.0%)

प्रभावी राजस्व घाटा     763662 

     (2.8%)

    499867 

     (1.7%)

    519337 

    (1.8%)

    267801 

     (0.8%)

राजकोषीय घाटा    1737755 

     (6.4%)

    1786816 

      (5.9%)

    1734773 

      (5.8%)

    1685494 

     (5.1%)

प्राथमिक घाटा    809238 

    (3.0%)

    706845

      (2.3%)

    679346 

    (2.3%)

    495054 

    (1.5%)

अतः स्पष्ट है कि प्रश्नकाल के दौरान एवं वर्तमान में भी इनकी मात्रा

का घटता हुआ सही क्रम विकल्प (a) ही है-

राजकोषीय घाटा आगम घाटा प्राथमिक घाटा

नोट- कोष्ठक में दिए गए आंकड़े जीडीपी के प्रतिशत के रूप में है।

44. भारत सरकार के बजट के कुल घाटे में किस घाटे का सबसे अधिक योगदान है? [M.P. P.C.S. (Pre) 2006 U.P. P.C.S. (Pre) 2002 U.P.P.C.S. (Mains) 2004]

Correct Answer: (c) राजकोषीय घाटा (Fiscal deficit)
Solution:केंद्र सरकार के उपर्युक्त तीनों घाटे (करोड़ रु. में) निम्न प्रकार से हैं-
      घाटा      वर्ष 

2022-23

   वर्ष 2023-24            (ब.अ.)वर्ष 2023-24 (सं.अ.)    वर्ष 202425

(ब.अ.)

राजस्व घाटा    1069926

(3.9%)

      869855

(2.9%)

    840527

(2.8%)

      653383

(2.0%)

प्रभावी राजस्व घाटा    763662

(2.8%)

    499867

(1.7%)

    519337

(1.8%)

    267801

(0.8%)

राजकोषीय घाटा    1737755

(6.4%)

    1786816

(5.9%)

    1734773

(5.8%)

    1685494

(5.1%)

प्राथमिक घाटा    809238

(3.0%)

    706845

(2.3%)

    679346

(2.3%)

    495054

(1.5%)

अतः स्पष्ट है कि प्रश्नकाल के दौरान एवं वर्तमान में भी इनकी मात्रा

का घटता हुआ सही क्रम विकल्प (a) ही है-

राजकोषीय घाटा आगम घाटा प्राथमिक घाटा

नोट- कोष्ठक में दिए गए आंकड़े जीडीपी के प्रतिशत के रूप में है।

45. राजस्व घाटे की अपेक्षा, राजकोषीय घाटा सदैव रहेगा- [U.P.P.C.S. (Mains) 2008]

Correct Answer: (a) अधिक
Solution:राजस्व घाटे की अपेक्षा राजकोषीय घाटा सदैव अधिक होता है। राजस्व घाटा कुल राजस्व प्राप्तियों और राजस्व व्यय का अंतर होता है, जबकि राजकोषीय घाटे में कुल प्राप्ति और कुल व्यय के साथ सरकार की देयताओं को भी सम्मिलित किया जाता है। अंतरिम बजट 2024-25 के अनुसार, वर्ष 2023-24 में राजस्व एवं राजकोषीय घाटा जीडीपी का क्रमशः 2.8% एवं 5.8% अनुमानित है, जबकि बजट अनुमान 2024-25 में यह क्रमशः 2% एवं 5% अनुमानित है।

46. सूची-I को सूची-II के साथ सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए : [I.A.S. (Pre) 2001]

सूची-I (पद)सूची-II (व्याख्या)
A. राजकोषीय घाटा 1. कुल प्राप्तियों की तुलना में कुल व्यय की अधिकता
B. बजटीय घाटा2. राजस्व प्राप्तियों की तुलना में राजस्व व्यय की अधिकता
C. राजस्व घाटा 3. ऋणादानों को घटाकर कुल प्राप्तियों की तुलना में कुल व्यय की अधिकता
D. प्राथमिक घाटा4. ऋणादानों और ब्याज अदायगियों को घटाकर कुल प्राप्तियों की तुलना में कुल व्यय की अधिकता
Correct Answer: (a) A-3,B-1, C-2, D-4
Solution:प्राथमिक घाटे को प्राप्त करने हेतु राजकोषीय घाटे में से ब्याज अदायगियों को घटा दिया जाता है। अतः

प्राथमिक घाटा = राजकोषीय घाटा ब्याज अदायगी

बजटीय घाटा = कुल प्राप्तियां - कुल व्यय

राजस्व घाटा = राजस्व प्राप्तियां राजस्व व्यय बजटीय घाटा (कुल प्राप्ति-कुल व्यय) + सरकार

राजकोषीय घाटा = का ऋण एवं अन्य देयताएं

या राजकोषीय घाटा = राजस्व प्राप्तियां + ऋण से प्राप्तियां + अन्य प्राप्तियां - कुल व्यय

47. संघीय बजट में राजकोषीय घाटे का अर्थ है- [I.A.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (a) बजट घाटे और आंतरिक तथा बाह्य ऋणादान में निवल वृद्धि का योग
Solution:प्राथमिक घाटे को प्राप्त करने हेतु राजकोषीय घाटे में से ब्याज अदायगियों को घटा दिया जाता है। अतः

प्राथमिक घाटा = राजकोषीय घाटा ब्याज अदायगी

बजटीय घाटा = कुल प्राप्तियां - कुल व्यय

राजस्व घाटा = राजस्व प्राप्तियां राजस्व व्यय बजटीय घाटा (कुल प्राप्ति-कुल व्यय) + सरकार

राजकोषीय घाटा = का ऋण एवं अन्य देयताएं

या राजकोषीय घाटा = राजस्व प्राप्तियां + ऋण से प्राप्तियां + अन्य प्राप्तियां - कुल व्यय

48. राजकोषीय घाटा है- [48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) बजटीय घाटे का योग और सरकार का बाजार ऋण तथा दायित्व
Solution:प्राथमिक घाटे को प्राप्त करने हेतु राजकोषीय घाटे में से ब्याज अदायगियों को घटा दिया जाता है। अतः

प्राथमिक घाटा = राजकोषीय घाटा ब्याज अदायगी

बजटीय घाटा = कुल प्राप्तियां - कुल व्यय

राजस्व घाटा = राजस्व प्राप्तियां राजस्व व्यय बजटीय घाटा (कुल प्राप्ति-कुल व्यय) + सरकार

राजकोषीय घाटा = का ऋण एवं अन्य देयताएं

या राजकोषीय घाटा = राजस्व प्राप्तियां + ऋण से प्राप्तियां + अन्य प्राप्तियां - कुल व्यय

49. राजकोषीय घाटे से तात्पर्य है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (a) कुल व्यय (राजस्व प्राप्तियां ऋणों की वसूली + विनिवेश से प्राप्तियां)
Solution:प्राथमिक घाटे को प्राप्त करने हेतु राजकोषीय घाटे में से ब्याज अदायगियों को घटा दिया जाता है। अतः

प्राथमिक घाटा = राजकोषीय घाटा ब्याज अदायगी

बजटीय घाटा = कुल प्राप्तियां - कुल व्यय

राजस्व घाटा = राजस्व प्राप्तियां राजस्व व्यय बजटीय घाटा (कुल प्राप्ति-कुल व्यय) + सरकार

राजकोषीय घाटा = का ऋण एवं अन्य देयताएं

या राजकोषीय घाटा = राजस्व प्राप्तियां + ऋण से प्राप्तियां + अन्य प्राप्तियां - कुल व्यय

50. निम्नलिखित में से कौन-सा समीकरण सकल राजकोषीय घाटे के सूत्र को दर्शाता है? [Raj. P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (d) सकल राजकोषीय घाटा = शुद्ध घरेलू उधार आर.बी.आई. से उधार + विदेशी उधार
Solution:सकल राजकोषीय घाटा = शुद्ध घरेलू उधार आर.बी.आई. से उधार + विदेशी उधार।

शुद्ध घरेलू उधार के अंतर्गत ऋण उपकरणों (उदाहरणार्थ, विविध लघु बचत योजनाएं) के माध्यम से सीधे जनता से प्राप्त ऋण और वैधानिक तरलता अनुपात (S.L.R.) के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से व्यावसायिक बैंकों से प्राप्त ऋण आते हैं। सकल राजकोषीय घाटा अर्थव्यवस्था के स्थायित्व और सार्वजनिक क्षेत्र की सुदृढ़ वित्तीय व्यवस्था के लिए एक निर्णायक चर है।