Correct Answer: (a) सच्चिदानंद सिन्हा ने
Solution:वर्ष 1907 में महेश नारायण का देहांत हो गया। वे 'बिहार टाइम्स' नामक पत्रिका निकालते थे। महेश नारायण ने अपने समाचार-पत्र के माध्यम से बिहार पृथक्करण की मांग रखी। संपूर्ण बिहार में पृथक्करण आंदोलन जोर पकड़ने लगा। महेश नारायण के देहांत के पश्चात डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा इस आंदोलन के अगुआ बने। बिहार को बंगाल से पृथक राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की गई, जिसे 12 दिसंबर, 1911 को दिल्ली में आयोजित क्राउन दरबार में स्वीकार कर लिया गया। ब्रह्मदेव नारायण, अली इमाम, मजहरूल हक और हसन इमाम भी डॉ. सिन्हा के साथ हो गए। 1908-09 में बिहार प्रादेशिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। 1 अप्रैल, 1912 को बिहार और उड़ीसा को सम्मिलित कर नवीन प्रांत बिहार का उदय हुआ, जिसकी राजधानी पटना बनी। 1 अप्रैल, 1936 को उड़ीसा प्रमंडल को बिहार से अलग कर नया राज्य बनाया गया।