लौह अयस्क (धात्विक खनिज)

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1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए- [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2010]

1. लौह अयस्क का सबसे संपन्न भंडार कर्नाटक में पाया जाता है।

2. भारत विश्व में लौह अयस्क का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।

3. भारत में ओडिशा लौह अयस्क का सबसे बड़ा उत्पादक है।

Correct Answer: (c) 1 एवं 3
Solution:इंडियन मिनरल्स ईयरबुक 2022 के अनुसार, भारत में लौह अयस्क का सबसे संपन्न भंडार क्रमशः कर्नाटक, ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य में है, जबकि उत्पादन (मात्रा एवं मूल्य) की दृष्टि से ओडिशा का प्रथम स्थान है। वर्ष 2021 (P) के आंकड़ों के अनुसार, भारत विश्व में लौह अयस्क का चौथा सबसे बड़ा उत्पादक है। व्याख्या से स्पष्ट है कि विकल्प (c) सही उत्तर है।

2. निम्नलिखित में से कौन सुमेलित नहीं है? [R.O./A.R.O. (Mains) 2017]

Correct Answer: (c) लौह अयस्क - गुन्दूर
Solution:गुन्दूर लौह अयस्क के लिए प्रसिद्ध नहीं है। हॉलाकि मुख्यतः हेमेटाइट लौह अयस्क गुन्टूर में प्राप्त होता है। वहीं कोलार, सोना के लिए; झरिया, कोयला के लिए एवं पन्ना हीरा के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।

3. भारत में लौह अयस्क के निम्नांकित प्रकारों में सर्वाधिक भंडार किसका है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (a) हेमेटाइट
Solution:इंडियन मिनरल्स ईयरबुक, 2022 के अनुसार 1 अप्रैल, 2020 की स्थिति तक दिए गए विकल्पों में हेमेटाइट लौह अयस्क के सर्वाधिक भंडार / संसाधन हैं। भारत में हेमेटाइट की सर्वाधिक भंडार/ससाधन वाले राज्य क्रमशः हैं- ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, कर्नाटक तथा गोवा।

4. निम्न में से कौन लौह धातु का एक अयस्क है? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (d) हेमेटाइट
Solution:इंडियन मिनरल्स ईयरबुक, 2022 के अनुसार 1 अप्रैल, 2020 की स्थिति तक दिए गए विकल्पों में हेमेटाइट लौह अयस्क के सर्वाधिक भंडार / संसाधन हैं। भारत में हेमेटाइट की सर्वाधिक भंडार/ससाधन वाले राज्य क्रमशः हैं- ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, कर्नाटक तथा गोवा।

5. पश्चिमी सिंहभूम में स्थित चिरिया की सबसे प्रसिद्ध विशेषता क्या है? [67th B.P.S.C. (Pre) 2022]

Correct Answer: (a) लौह अयस्क खनन
Solution:पश्चिमी सिंहभूम में स्थित चिरिया खान की सबसे प्रसिद्ध विशेषता लौह अयस्क खनन है।

6. भारत में लौह अयस्क के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (b) देश के लौह अयस्क के कुल संचित भंडार का लगभग 80% झारखंड एवं ओडिशा में है।
Solution:हेमेटाइट और मैग्नेटाइट लोहे का सबसे महत्वपूर्ण लौह अयस्क हैं। इंडियन मिनरल्स ईयरबुक, 2022 के अनुसार हेमेटाइट के प्रमुख भंडार / संसाधन ओडिशा (39%), झारखंड (20%), छत्तीसगढ़ (19%), कर्नाटक (12%) तथा गोवा (5%) में स्थित है। इस प्रकार हेमेटाइट का ओडिशा एवं झारखंड में भंडार कुल 59% ही है। इसी प्रकार मैग्नेटाइट भंडार/ संसाधन मुख्यतः पांच राज्यों में स्थित है- कर्नाटक (69.50%), आंध्र प्रदेश (13.10%), राजस्थान (7.10%), तमिलनाडु (4.70%) एवं गोवा (2.30%)। इस प्रकार विकल्प (b) गलत है। अन्य विकल्प सही हैं।

7. भारत में लौह अयस्क निम्न में से किस क्रम की शैलों में पाया जाता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (c) धारवाड़
Solution:भारत में लौह अयस्क प्रमुख रूप से धारवाड़ शैल तंत्र में पाया जाता है। धारवाड़ शैल तंत्र भारत में पाई जाने वाली आर्थिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण शैलें हैं।

8. भारत का लौह-अयस्क भंडार निम्नलिखित में से किस शैल समूह से संबंधित है? [U.P. B.E.O. (Pre) 2019]

Correct Answer: (a) धारवाड़
Solution:भारत में लौह अयस्क प्रमुख रूप से धारवाड़ शैल तंत्र में पाया जाता है। धारवाड़ शैल तंत्र भारत में पाई जाने वाली आर्थिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण शैलें हैं।

9. भारत के निम्नलिखित भौमिकीय शैल क्रमों में से किसमें लौह अयस्क का समृद्ध भंडार पाया जाता है? [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2014 U.P.P.C.S. (Mains) 2012]

Correct Answer: (d) धारवाड़ क्रम
Solution:भारत में लौह अयस्क प्रमुख रूप से धारवाड़ शैल तंत्र में पाया जाता है। धारवाड़ शैल तंत्र भारत में पाई जाने वाली आर्थिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण शैलें हैं।

10. खान मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट, 2020-21 के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन-से दो राज्य भारत में लौह अयस्क के प्रमुख उत्पादक हैं? [U.P.P.C.S. (Pre) 2022]

1. ओडिशा

2. छत्तीसगढ़

3. झारखंड

4. कर्नाटक

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए। कूट :

Correct Answer: (b) 1 तथा 2 тук н
Solution:खान मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी इंडियन मिनरल्स ईयर बुक, 2022 के अनुसार वर्ष 2021-22 (P) में लौह अयस्क उत्पादक शीर्ष 4 राज्य क्रमशः इस प्रकार हैं- (मात्रा के अनुसार) ओडिशा (53.82%), छत्तीसगढ़ (16.27%), कर्नाटक (15.88%) एवं झारखंड (9.74%)।