एक बार यदि केंद्र सरकार किसी क्षेत्र को 'समुदाय प्रारक्षित' अधिसूचित कर देती है, तो
1. राज्य का मुख्य वन्यजीव वार्डन ऐसे वन का नियंत्रक प्राधिकारी बन जाता है
2. ऐसे क्षेत्र में शिकार की अनुमति नहीं होती
3. ऐसे क्षेत्र के लोगों को गैर-इमारती लकड़ी वनोत्पाद को संग्रह करने की अनुमति होती है
4. ऐसे क्षेत्र के लोगों को पारंपरिक कृषि प्रथाओं की अनुमति होती है
उपर्युक्त कथनों में से कितने कथन सही हैं?
Correct Answer: (c) केवल तीन
Solution:भारत में संरक्षण रिजर्व और समुदाय प्रारक्षित भारत के संरक्षित क्षेत्रों को दर्शाते हैं, जो राष्ट्रीय उद्यानों, वन्यजीव अभयारण्यों और भारत के आरक्षित एवं संरक्षित क्षेत्रों के बीच बफर जोन और माइग्रेशन कॉरिडोर के रूप में कार्य करते हैं। इन संरक्षित क्षेत्र श्रेणियों को पहली बार वन्यजीव (संरक्षण) संशोधन अधिनियम, 2002 में प्रस्तुत किया गया था। इस अधिनियम की धारा 33 के अनुसार, मुख्य वन्यजीव वार्डेन ऐसे वन क्षेत्र का मुख्य प्राधिकारी होता है। अतः कथन 1 सत्य है। किसी वन क्षेत्र को समुदाय प्रारक्षित क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद वहां न तो शिकार करने की अनुमति होती है और न ही पारंपरिक कृषि प्रथाओं की। अतः कथन 2 सत्य है, जबकि कथन 4 असत्य है। ऐसे क्षेत्र में वहां के स्थानीय लोगों को गैर-इमारती लकड़ी वनोत्पाद को संग्रह करने की अनुमति होती है। अतः कथन 3 सत्य है। इस प्रकार कथन 1, 2 एवं 3 सत्य हैं।