वर्णमाला (Part-3)

Total Questions: 50

31. ख और घ ध्वनि किस प्रकार की है? [BPSC, स्कूल टीचर परीक्षा-2023]

Correct Answer: (c) महाप्राण
Solution:हिन्दी वर्णमाला में स्पर्श व्यंजन वर्ग का दूसरा तथा चौथा वर्ण एवं श, ष, स, ह (ऊष्म व्यंजन) महाप्राण होते हैं। इस प्रकार ख और घ ध्वनि महाप्राण हैं। महाप्राण ध्वनियों के उच्चारण में मुख से श्वास अधिक मात्रा में निकलती है तथा हकार की ध्वनि उत्पन्न होती है।

32. निम्नलिखित में कौन-सा कथन अशुद्ध है? [T.G.T.-2021 (U.P)]

Correct Answer: (b) दो महाप्राण व्यंजनों का उच्चारण एक साथ हो सकता है।
Solution:'दो महाप्राण व्यंजनों का उच्चारण एक साथ हो सकता है।' यह कथन अशुद्ध है। वस्तुतः दो महाप्राण व्यंजनों का उच्चारण एक साथ सम्भव नहीं हो' सकता। हिन्दी में 'ज्ञ' उच्चारण परम्परा से अलग हो गया है। ज्ञ संयुक्त व्यंजन है जो 'ज' और ञ के योग से बना है और इसका उच्चारण 'ज्ञ' और 'ञ' से अलग है। 'क्ष' संयुक्त व्यंजन है और यह 'क' तथा 'ष' के योग से बना है। विसर्ग (:) कण्ठ्य वर्ण है, क्योंकि इसका उच्चारण स्थान कण्ठ्य है।

33. कौन-सी ध्वनि महाप्राण नहीं है? [UPSSSC सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा-III (सा. चयन) परीक्षा, 2016]

Correct Answer: (c) ज
Solution:वे व्यंजन जिनके उच्चारण में श्वास अधिक मात्रा में निकलती है, उन्हें 'महाप्राण व्यंजन' कहते हैं। इसके अन्तर्गत प्रत्येक वर्ग के द्वितीय और चतुर्थ वर्ण (ख, घ, छ, झ, ठ, ढ, थ, ध, फ, भ) तथा समस्त ऊष्म वर्ण (श, ष, स, ह) आते हैं। इसी प्रकार वे व्यंजन जिनके उच्चारण में श्वास अल्प मात्रा में निकलती है, उन्हें अल्पप्राण व्यंजन कहते हैं। इसके अन्तर्गत प्रत्येक वर्ग के प्रथम, तृतीय तथा पंचम वर्ण (क,ग,ङ, च, ज, ञ, ट, ड, ण, त, द, न, प, ब, म) आते हैं। अन्तःस्थ व्यंजन (य, र, ल, व) भी अल्पप्राण व्यंजन हैं। अतः स्पष्ट है कि 'ज' महाप्राण व्यंजन नहीं, बल्कि अल्पप्राण व्यंजन है।

34. एक शब्द में महाप्राण व्यंजनों का प्रयोग नहीं हुआ है - [SAE (UPPSC) 2021]

Correct Answer: (d) जोगन
Solution:'जोगन' शब्द में महाप्राण व्यंजनों का प्रयोग नहीं हुआ है, इसमें अल्पप्राण व्यंजनों का प्रयोग हुआ है। अल्पप्राण व्यंजन उन्हें कहते हैं, जिनके उच्चारण में बहुत कम वायु-प्रवाह का उपयोग होता है। खीझ, झूठ एवं घाघ में महाप्राण व्यंजनों का प्रयोग हुआ है।

35. निम्न में महाप्राण व्यंजन कौन-सा है? [UPSSSC युवा कल्याण एवं विकास दल अधिकारी परीक्षा, 2018 (I)]

Correct Answer: (c) म
Solution:ख, घ, छ, झ, ठ, ढ, थ, ध, फ, भ, श, ष, स, ह महाप्राण व्यंजन के अन्तर्गत आते हैं।

36. सभी महाप्राण वर्णों वाला समूह है [UPSSSC विधानभवन रक्षक एवं वन रक्षक परीक्षा, 2016 (I)]

Correct Answer: (a) ख, छ, ठ
Solution:ख, छ, ठ महाप्राण व्यंजनों का समूह है।

37. निम्नलिखित व्यंजनों में कौन महाप्राण है? [G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2012]

Correct Answer: (d) ठ
Solution:प्रत्येक वर्ग का द्वितीय तथा चतुर्थ वर्ण एवं सभी ऊष्म व्यंजन महाप्राण व्यंजन कहलाते हैं। अतः 'ठ' महाप्राण व्यंजन के अन्तर्गत आयेगा।

38. महाप्राण ध्वनियाँ व्यंजन-वर्ग में किससे सम्बन्धित हैं? [T.G.T. परीक्षा, 2013]

Correct Answer: (c) दूसरा, चौथा
Solution:महाप्राण व्यंजनों के अन्तर्गत प्रत्येक वर्ग का दूसरा तथा चौथा वर्ण आता है।

39. हिन्दी के स्पर्श व्यंजन के पाँचों वर्गों के दूसरे और चौथे वर्ण होते हैं- [UPSSSC कनिष्ठ सहायक (सा.च.) परीक्षा, 2016 (II)]

Correct Answer: (b) महाप्राण व्यंजन
Solution:हिन्दी स्पर्श व्यंजनों के पाँचों वर्गों के दूसरे और चौथे वर्ण महाप्राण व्यंजन होते हैं।

व्यंजनों का वर्गीकरण

अल्पप्राण व्यंजन- जिन व्यंजनों के उच्चारण में मुख से कम वायु निकलती है। प्रत्येक 'स्पर्श व्यंजन वर्ग' का पहला, तीसरा, पाँचवाँ वर्ण तथा सभी अन्तःस्थ व्यंजन 'अल्पप्राण' होते हैं।

महाप्राण व्यंजन- जिन व्यंजनों के उच्चारण में मुख से हकार-जैसी ध्वनि अर्थात् अधिक वायु निकलती है, उन्हें 'महाप्राण' व्यंजन कहते हैं। प्रत्येक 'स्पर्श व्यंजन वर्ग' का दूसरा, चौथा वर्ण तथा सभी ऊष्म वर्ण 'महाप्राण' व्यंजन होते हैं।

घोष (सघोष) व्यंजन-स्वरतन्त्रियों के बीच वायु के घर्षण के साथ उच्चरित ध्वनि। प्रत्येक 'स्पर्श व्यंजन वर्ग' का तीसरा, चौथा, पाँचवाँ वर्ण, य, र, ल व तथा 'ह' वर्ण घोष वर्ण होते हैं। नोट- सभी स्वर घोष वर्ण होते हैं।

अघोष व्यंजन-जिन ध्वनियों के उच्चारण में स्वर-तन्त्रियों के बीच घर्षण नहीं होता। प्रत्येक 'स्पर्श व्यंजन वर्ग' का पहला, दूसरा वर्ण तथा श, ष, स वर्ण अघोष होते हैं।

नोट- घोष में जहाँ नाद का उपयोग होता है, वहीं अघोष में केवल श्वास का उपयोग होता है।

40. 'क' व्यंजन है- [M.P. Professional Exam.14.12.2017]

Correct Answer: (b) अघोष
Solution:क' 'अघोष' व्यंजन है। प्रत्येक स्पर्श व्यंजन वर्ग के प्रथम और द्वितीय वर्ण तथा श, ष, स 'अघोष' होते हैं। इन ध्वनियों के उच्चारण में स्वर-तन्त्रियों में कम्पन नहीं होता है।