Correct Answer: (a) शीला से पढ़ा भी नहीं जाता।
Solution:विकल्प (a) कर्मवाच्य का उदाहरण है। इस वाक्य में 'पढ़ा भी नहीं जाता' कर्म (पुस्तक, जो कि वाक्य में नहीं है) के अनुरूप है और क्रिया का उद्देश्य भी कर्म (पुस्तक) है। क्रिया के उस रूपान्तर को 2 'कर्मवाच्य' कहते हैं, जिससे कर्म की प्रधानता का बोध हो। इसमें वाक्य की क्रिया के लिंग, वचन एवं पुरुष कर्म के लिंग, वचन एवं पुरुष के अनुसार होते हैं; साथ ही क्रिया के व्यापार का प्रभाव कर्म पर पड़ता है।