विदेशी आक्रमण

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1. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-

कथन (A)- डेरियस के काल में भारत के पश्चिमोत्तर भाग का विलय हखामनी सम्राज्य में हो गया था।

कारण (R)- इस क्षेत्र में अनेक छोटे-छोटे रजवाड़े थे, जो स्वतंत्र थे और आपस में लड़ते रहते थे।

उपर्युक्त कथन के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा एक सही उत्तर है?

Correct Answer: (a) दोनों (A) और (R) सही हैं, और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
Solution:भारत के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में कई छोटे-छोटे रजवाड़े थे, जो स्वतंत्र थे और आपस में लड़ते रहते थे। इसलिए वे आसानी से किसी भी बाहरी आक्रमणकारी के शिकार बन सकते थे। डेरियस/दारायवहु (522-486 ई.पू.) के शासन काल में हमें भारत के पश्चिमोत्तर भाग में हखामनी शासन के विस्तार के स्पष्ट साक्ष्य मिलते हैं।

2. निम्नलिखित में से किस फारसी शासक के उत्कीर्ण लेखों में हिडु (हिंदू) को उसके राज्य का हिस्सा बताया गया है?

Correct Answer: (b) डेरियस
Solution:डेरियस के दो लेखों में हिडु (हिंदू) को उसके राज्य का हिस्सा बताया गया है। जिसमें हिंदु का तात्पर्य ऐसे प्रदेश से है जो सिंधु नदी के पूर्व में स्थित हो और जिसे डेरियस ने 518 ई.पू. के आसपास जीता हो।

3. निम्नलिखित में से मगध का कौन-सा राजा सिकंदर के समकालीन था?

Correct Answer: (d) घनानंद
Solution:नंद वंश का अंतिम शासक घनानंद था, जो सिंकदर का समकालीन था। उसे यूनानी लेखकों ने 'अग्रमीज' कहा है। जेनोफोन उसे 'बहुत धनाढ्य व्यक्ति बताता है।

4. हखामनी शासकों का संबंध किस देश से है?

Correct Answer: (c) फारस
Solution:हखामनी शासकों का संबंध फारस (ईरान) से है।

5. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

कथन 1- भारतीय सैनिकों ने जर्कसीज के समय (486-465 ई.पू.) में ईरान को यूनान पर विजय प्राप्त करने में मदद की थी।

कथन 2-330 ई.पू. में गौगमेला नामक स्थान पर सिकंदर के विरुद्ध युद्ध में भारतीय सैनिक ईरान की तरफ से लड़े थे।

नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Solution:फारसी/ईरानी शासन के 330 ई.पू. के आस-पास तक जारी रहने की बात आमतौर पर इस धारणा पर आधारित है कि भारतीय सैनिक उस हखामनी सेना में शामिल थे, जिसने जर्वसीज के समय (486-465 ई.पू) में यूनान पर विजय प्राप्त की थी और 330 ई.पू. में गौगमेला नामक स्थान पर सिकंदर के विरुद्ध लड़ाई लड़ी थी।

6. भारतीय पश्चिमोत्तर प्रांत से फारस को कितना राजस्व प्राप्त होता था?

Correct Answer: (b) 360 टैलेन्ट
Solution:भारतीय विजित क्षेत्र फारस (ईरान) का बीसवां प्रांत या क्षत्रप बन गया था। उस समय फारस में कुछ 28 प्रांत थे। भारतीय प्रांत में सिंधु, पश्मिोत्तर सीमा प्रांत तथा पंजाब का सिंधु के पश्चिमोत्तर वाला हिस्सा था। यह क्षेत्र सर्वाधिक उपजाऊ और आबाद था। इस क्षेत्र से 360 टैलेन्ट (मुद्रा तथा भारत की प्राचीन माप) सोना राजस्व के रूप में आता था जो फारस के सभी एशियाई प्रांतों से मिलने वाले कुल राजस्व का 1/3 था।

7. दिए गए कथनों में खरोष्ठी लिपि के संदर्भ में सत्य कथन की पहचान करें-

कथन 1- यह लेखन का एक खास रूप है जिसे ईरानी लिपिकार 'कातिब' द्वारा लाया गया था।

कथन 2- अरबी की तरह खरोष्ठी को दांई से बाई की ओर लिखा जाता था।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Solution:खरोष्ठी लिपि भारत में लेखन का एक खास रूप है, जिसे ईरानी लिपिकार 'कातिब' द्वारा लाया गया था। यह अरबी की तरह दांई से बाईं ओर लिखी जाती थी। ईसा की तीसरी सदी तक भारत में यह लिपि चलती रही।

8. निम्नलिखित में से कौन-सा ईरानी संपर्क का परिणाम नहीं है?

Correct Answer: (b) भारत में ब्राह्मी लिपि का प्रादुर्भाव हुआ था।
Solution:भारत में ईरानी संपर्क से खरोष्ठी का प्रादुर्भाव हुआ न कि ब्राह्मी का। अन्य दिए गए सभी विकल्प सत्य हैं।

9. निम्नलिखित में से 'हस्ती' की राजधानी है-

Correct Answer: (b) पुष्कलावती
Solution:हस्ती की राजधानी 'पुष्कलावती' थी। हस्ती कबाइली सरदार ने सिंकदर का कड़ा प्रतिरोध किया। यूनानियों ने 'पुष्कलावती' को घेर लिया, हस्ती ने पूरे 30 दिनों तक इस घेरे का मुकाबला किया और अंत में लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुआ।

10. युद्ध भूमि में बड़ी संख्या में सैनिकों के मारे जाने अथवा आहत हो जाने के बाद किस भारतीय गण की स्त्रियों ने सिकंदर के विरुद्ध शस्त्र धारण किए थे?

Correct Answer: (a) आसिकनोई
Solution:आसिकनोई की राजधानी मसागा (मस्सग) थी। सिकंदर के समय यह एक सीमांत गणराज्य था, यूनानी लेखकों के अनुसार, सिंकदर के विरुद्ध हुए युद्ध में बड़ी संख्या में पुरुष सैनिकों के मारे जाने के पश्चात यहां की स्त्रियों ने शस्त्र धारण किए।